ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा है कि उनके देश और अमेरिका ने आत्मरक्षा के तहत लाल सागर में लगातार हमले कर रहे हूती विद्रोहियों के खिलाफ कार्रवाई की है।
हूती विद्रोहियों पर अमेरिका और ब्रिटेन ने मिलकर जोरदार हमले किए हैं। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी बड़ी चेतावनी दे डाली है कि हूती नहीं माने तो और हमलों में संकोच नहीं करेंगे। इस पर हूतियों ने भी जवाबी हमले किए हैं और कहा है कि परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहो।
लाल सागर में यमन के हूतियों ने एक बार फिर कई जहाजों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए हैं। हालांकि इनमें किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। हूतियों ने यह हमले अमेरिका और फ्रांस की चेतावनी के बावजूद किया है। हूतिये गाजा पर इजरायली हमले के खिलाफ लगातार लाल सागर में जहाजों को निशाना बना रहे हैं।
लाल सागर में हूतियों के आतंक से व्यापार पर विपरीत असर पड़ा है। इससे माल ढुलाई 60 फीसदी और बीमा प्रीमिय में 20 प्रतिशत तक बढ़ोत्तरी की आशंका जाहिर की गई है। इसकी वजह यह है कि हूतियों के हमले से बचने के लिए वाणिज्यिक जहाज अब वैकल्पिक रास्तों का उपयोग कर रहे हैं। ऐसे में उन्हें काफी दूर घूमकर जाना पड़ रहा है।
इजरायल-हमास युद्ध के दौरान गाजा में हो रही आइडीएफ की सैन्य कार्रवाई से खफा हूतियों ने लाल सागर में ताबड़तोड़ हवाई हमले करना जारी रखा है। 19 दिसंबर से अब तक 15 दिनों में हूतियों ने 23 हमलों को अंजाम दिया है। ऐसे में अमेरिका समेत 12 देशों ने हूतियों को हमले बंद नहीं करने पर सैन्य कार्रवाई की चेतावनी दी है।
लाल सागर में हूती आतंकियों का हमला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। ईरान के समर्थन वाले हूतियों ने एक बार फिर लाल सागर में दो जहाजों को एंटीशिप बैलिस्टिक मिसाइल से निशाना बनाया है। हालांकि गनीमत है कि इस हमले में दोनों जहाज बाल-बाल बच गए हैं। हूतियों ने अब अमेरिकी युद्धपोत पर हमले की चेतावनी दी है।
भारतीय नौसेना ने लाल सागर में हूती विद्रोहियों के हमले को नाकाम करने के लिए पूरी तैयारी से उतर चुकी है। भारतीय नौसेना ने किसी भी देश के वाणिज्यिक वाहन को लाल सागर में अपने क्षेत्र में सुरक्षा मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है। लिहाजा नौसेना ने हमलावरों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है। भारतीय युद्धपोत तैनात कर दिया है।
लाल सागर में हूती विद्रोहियों के हमले से ग्लोबल सप्लाई चेन पर बड़ा संकट खड़ा हो गया है। शिपिंग कंपनियां डरी हुई हैं। अगर लंबा रूट लिया जाता है, तो समय और लागत दोनों ही काफी अधिक बढ़ जाएंगी। इससे महंगाई बढ़ने का खतरा है।
हूती विद्रोहियों के हमलों को नाकाम करने के लिए अमेरिका ने देशों का संगठन बनाने की घोषणा की है। इसमें कई देश शामिल हैं। इससे लाल सागर में हूती विद्रोही जो इजराइली या इजराइल की ओर जाने वाले जहाजों को निशाना बनाते हैं, उन पर नकेल कसी जा सकेगी।
लाल सागर के लिए टास्क फोर्स बनाने के प्रस्ताव पर ईरान ने अमेरिका को खुली धमकी दी है। ईरान ने चेतावनीभरे लहजे में कहा है कि लाल सागर में टास्क फोर्स बनाई, तो बहुत परेशानी का सामना करोगे।
इजराइल की ओर जाने वाले एक कमर्शियल टैंकर पर यमन के हूती विद्रोहयों ने क्रूज मिसाइल से अटैक किया है। साथ ही हूती विद्रोहियों ने इजराइल को ये बड़ी धमकी भी दे डाली है।
इजराइल हमास में जंग के बीच यमन के हूती विद्रोही भी इजराइल की ओर मिसाइल दाग रहे हैं। वहीं हूती विद्राहियों ने इजराइल से जुड़े एक जहाज पर कब्जा कर लिया था, जिसे बाद में छोड़ दिया गया। अमेरिकी नौसेना ने इन हूती हमलावरों को पकड़ लिया है।
इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। इसी बीच यमन के हूती विद्राहियों ने भारत आ रहे जहाज को बंधक बना लिया। इस घटना का वीडियो भी जारी किया है। अब हूती विद्रोहियों ने धमकी दी है कि वे इजराइल के खात्मे तक हमले करते रहेंगे।
यमन में गृहयुद्ध की आग लगातार बढ़ती ही जा रही है। इससे पूरा देश झुलस रहा है। हूती विद्रोहियों की ओर से व्यवस्था को लगातार चुनौती पेश की जा रही है। इससे हालात बेकाबू हो चुके हैं। इसी के चलते बृहस्पतिवार को देर रात पूरे यमन में इंटरनेट सेवाएं भी ठप कर दी गई हैं। इससे लोगों के बीच हाहाकार मच गया है।
यमन के हूती विद्राहियों ने एक बार फिर इजराइल को टारगेट करके मिसाइल छोड़ी, लेकिन इजराइल की बजाय सीमा के पास ही मिस्र के ताबा शहर में गिर गई। इससे मिस्र के 6 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। इजराइल ने मिस्र के सुरक्षाबलों के हताहत होने पर इस हमले की निंदा की है।
इजराइल और हमास की जंग के बीच यमन से भी हूती विद्रोहियों ने इजराइल पर क्रूज मिसाइलें और ड्रोन से हमला कर इजराइल को तबाह करने की साजिश की। लेकिन पेंटागन के अनुसार अमेरिकी जंगी बेड़े ने इस हमले को नाकाम कर इजराइल को तबाह होने से बचा लिया।
हूती विद्रोहियों ने कहा है कि गठबंधन ने एक बिजली संयंत्र, एक तेल आपूर्ति प्रतिष्ठान और सरकार संचालित सामाजिक बीमा कार्यालय को निशाना बनाया।
बैलिस्टिक मिसाइलों के अवशेष अबू धाबी के आसपास अलग-अलग इलाकों में गिरे।
बता दें कि जंग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार एवं सऊदी के नेतृत्व वाले गठबंधन द्वारा सहायता प्राप्त सरकार और ईरान समर्थित विद्रोहियों के बीच है।
इससे पहले सऊदी अरब की अगुवाई वाली गठबंधन सेना ने यमन में विद्रोहियों के कब्जे वाले राजधानी सना पर कई हवाई हमले किए थे।
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