गाजा का सबसे बड़ा हॉस्पिटल अल शिफा बुरे दौर से गुजर रहा है। अल शिफा में फ्यूल खत्म हो गया है जिस कारण मरीजों की जान जा रही है।
इजरायल-हमास युद्ध की यह त्रासदी आपकी आंखों में खून के आंसू निकाल देगी। गाजा पर लगातार बरस रहे बमों और मिसाइलों के खौफ में 40 से ज्यादा बच्चों की प्री-मेच्योर डिलीवरी करनी पड़ गई। मगर विडंबना ऐसी कि अस्पताल में बिजली और ईंधन नहीं है। लिहाजा अब 37 बच्चों के सिर मौत का खतरा मंडराने लगा है।
नेपाल में आए भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। प्रधानमंत्री पुष्प दहल कमल प्रचंड ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया है। साथ ही अपने हेलीकॉप्टर में साथ बैठकार काफी संख्या में घायलों को अस्पताल पहुंचाया है। इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल में आई आपदा पर दुःख जताते हुए हरसंभव मदद का भरोसा दिया है।
गौतमबुद्ध नगर में हर दिन कहीं न कहीं लिफ्ट टूटने और फंसने के मामले आते रहते हैं। अब यहां के एक बड़े अस्पताल में यह हादसा हो गया है।
गाजा के अस्पताल पर हमले के बाद लाशों का अंबार बिछा है। अब मरीजों के लिए अस्पतालों में बेड और जगह नहीं बची। लिहाजा फर्श पर ही लेटाकर बिना एनेस्थीसिया दिए मरीजों की सर्जरी करनी पड़ रही है। एनेस्थीसिया देने की दवा भी अब खत्म हो चुकी है। लिहाजा मरीजों की बाकी बची जिंदगी को भी दर्द ने नर्क बना दिया है।
पीजीआई नेहरू हॉस्पिटल में आज तड़के सुबह आग लग गई, जिस कारण बिल्डिंग की पहली मंजिल को आग ने अपनी चपेट में ले लिया। इस हादसे में किसी भी मरीज की जान नहीं गई है। आग पर फायर ब्रिगेड ने काबू पा लिया है।
नांदेड़ मौत मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए आज सुनवाई शुरू की है। सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने सरकार से तीखे सवाल किए हैं। वहीं, सरकार की तरफ से हाई कोर्ट एडवोकेट जनरल ने अपना पक्ष रखा है।
महाराष्ट्र के नांदेड़ स्थित डॉ. शंकरराव चव्हाण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में नवजातों समेत अब तक 30 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। विपक्ष सरकार पर हमलावर है तो वहीं, अब अस्पताल की मदद के लिए गुरुद्वारे ने हाथ आगे बढ़ाए हैं।
शिवसेना (शिंदे गुट) के सांसद हेमंत पाटिल ने नांदेड़ के एक सरकारी अस्पताल में 48 घंटे के दौरान 31 रोगियों की मौत होने के बाद अस्पताल के कार्यवाहक डीन से मंगलवार को एक गंदा टॉयलेट साफ करवाया, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर देखा गया।
महाराष्ट्र के नांदेड़ में सरकार अस्पताल में हुई 31 मौतों के मामले में नया खुलासा हुआ है। अस्पताल को दवा सप्लाई करने वाली निकाय ने बताया है कि जहां औसतन दवाओं के सालाना 2000 ऑर्डर दिए जाते थे, वहां केवल 10 से 12 ही ऑर्डर दिए गए हैं।
शिवसेना सांसद 30 सितंबर से दो अक्टूबर के बीच 31 लोगों की मौत को लेकर आक्रोश के बीच डॉक्टर शंकरराव चव्हाण राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
नांदेड़ के सरकारी अस्पताल में मरीजों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। पहले 48 घंटों में मरीजों की मौत का आंकड़ा 24 से बढ़कर 31 हो गई है। इस खबर से हड़कंप मचा हुआ है।
महाराष्ट्र के नांदेड़ स्थित जिला अस्पताल में 31 मरीजों की मौत से हड़कंप मच गया है। सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है। इस बीच जिला प्रशासन ने प्रेस नोट जारी किया है। इसमें कहा गया है कि पिछले कुछ दिनों में बेहद गंभीर मरीज अस्पताल में भर्ती कराए गए।
एनसीपी नेता जयन्त पाटिल ने आरोप लगाया है कि नवजातों की मौत का कारण उन्हें सही समय पर दवाई न मिलना है। उन्होंने इस मामले में राज्य सरकार को भी निशाने पर लिया है। इसके अलावा कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है।
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में एक हैरान कर देने वाले मामले में एक अस्पताल ने इलाज के दौरान एक युवती की मौत हो जाने पर उसके शव को परिजन की बाइक पर रख दिया।
एक शख्स का दावा है कि उसने अपनी बीवी की सी-सेक्शन डिलीवरी होते देखी थी। जिसके बाद उसे एक गंभीर बीमारी हो गई और इन सबका जिम्मेदार वह अस्पताल को मानता है। शख्स ने अस्पताल पर केस किया है और 1 बिलियन डॉलर हर्जाना के तौर पर भरने को कहा है।
इराक में एक यात्री बस के पलट जाने से 18 यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई है। यह सभी शिया यात्री थे, जिन्हें कर्बला ले जाया जा रहा था। बस अचानक अपना नियंत्रण खो बैठी और पलट गई। इस दौरान काफी यात्री घायल भी हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिसनर्स ने नोटिफिकेशन जारी करते हुए कहा है कि स्वास्थ्यकर्मियों से अभद्र व्यवहार करने वाले मरीजों का इलाज करने से अब डॉक्टर इनकार कर सकते हैं।
Bihar Hospital Viral Video: बिहार की चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल इस वीडियो ने खोलकर रख दी है। जहां अस्पताल में यूरिन बैग खत्म होने पर मरीज को कोल्डड्रिंक की बोतल लगा दी गई।
प्रयागराज में एक ऐसा अनोखा मामला सामने आया है जिसे देखकर डॉक्टर्स भी हैरान हैं। सात साल के एक शिशु के पेट में दो किलोग्राम का भ्रूण पल रहा था।
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