मोक्षदा एकादशी के दिन आपको अपनी राशि के अनुसार कौन-कौन से खास उपाय करने से शुभ फलों की प्राप्ति होगी, इस पर चर्चा की गई है।
सोमवार यानि की 2 दिसम्बर की देर रात को शुरू हुआ पंचक आज देर रात 1 बजकर 28 मिनट पर समाप्त हो जायेगा।
आज मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि और शुक्रवार का दिन है। दशमी तिथि आज पूरा दिन, पूरी रात पार करके अगली सुबह 6 बजकर 33 मिनट तक रहेगी।
आज सुबह 10 बजकर 32 मिनट पर बुध वृश्चिक राशि में चले जायेंगे और 25 दिसंबर की दोपहर 3 बजकर 45 मिनट तक यही रहेंगे।
आज मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि गुरुवार का दिन है| नवमी तिथि आज पूरा दिन, पूरी रात पार करके अगली सुबह 4 बजकर 16 मिनट तक रहेगी।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार आज दोपहर 12 बजकर 24 मिनट पर सूर्य ज्येष्ठा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 16 दिसम्बर की दोपहर 2 बजकर 28 मिनट तक यही पर रहेंगे।
मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि मंगलवार का दिन है। सप्तमी तिथि देर रात 11 बजकर 14 मिनट तक रहेगी।
मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि और सोमवार का दिन है। षष्ठी तिथि आज रात 9 बजे तक रहेगी। वहीं सोमवार को सूर्योदय से लेकर दोपहर पहले 11 बजकर 43 मिनट तक कुमार योग रहेगा|
पंचमी तिथि आज शाम 07 बजकर 13 मिनट तक रहेगी। दोपहर 1 बजकर 30 मिनट तक वृद्धि योग रहेगा।
मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि और शनिवार का दिन है। चतुर्थी तिथि आज शाम 06 बजकर 05 मिनट तक रहेगी ।
मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की तृतीय तिथि और शुक्रवार का दिन है। तृतीया तिथि आज शाम 5 बजकर 40 मिनट तक रहेगी। इसके साथ राज योग सुबह 7 बजकर 34 मिनट से लेकर शाम 5 बजकर 40 मिनट तक रहेगा।
मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि और गुरुवार का दिन है। द्वितीया तिथि आज शाम 5 बजकर 59 मिनट तक रहेगी।
मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि और बुधवार का दिन है। प्रतिपदा तिथि शाम 6 बजकर 59 मिनट तक रहेगी |
अमावस्या तिथि और मंगलवार का दिन है। अमावस्या तिथि रात 08 बजकर 36 मिनट तक रहेगी।
शोभन योग को बड़ा ही अच्छा योग माना जाता है। इस योग के दौरान शुरू की गई यात्रा मंगलमय और सुखद रहती है और मार्ग में किसी प्रकार की असुविधा नहीं होती है।
रविवार को रवि प्रदोष काल है, जिसमें भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से व्रती को उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है|
मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की उदया तिथि एकादशी और शनिवार का दिन है। एकादशी तिथि सुबह 06 बजकर 25 मिनट तक ही रहेगी, उसके बाद द्वादशी तिथि शुरू हो जाएगी।
मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की उदया तिथि दशमी और शुक्रवार का दिन है। दशमी तिथि सुबह 09 बजकर 02 तक ही रहेगी। उसके बाद एकादशी तिथि शुरू हो जायेगी
मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की उदया तिथि नवमी और गुरूवार का दिन है । इसके साथ ही नवमी तिथि सुबह 11 बजकर 29 मिनट तक ही रहेगी।
मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की उदया तिथि अष्टमी और बुधवार का दिन है। अष्टमी तिथि 01 बजकर 41 मिनट तक ही रहेगी । उसके बाद नवमी तिथि शुरू हो जाएगी।
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