अनियमित खानपान, अधिक व्रत रखना, तनाव, अधिक एक्सरसाइज करना, हार्मोंस संबंधी विकार, थायराइड, अर्थराइटिस, पेट में अल्सर आदि के कारण आपका वजन कम हो जाता है। जानिए नैचुरल तरीके से कैसे बढ़ाए अपना वजन
भारत में तकरीबन 8 करोड़ लोग ऐसे हैं जिनकी नजर कमजोर है और लगभग 14 करोड़ लोगों को 'नियर विजन लॉस' है यानि उनकी पास की नज़र कमज़ोर है। जानिए स्वामी रामदेव से आयुर्वेदिक उपाय।
हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए हम कई तरह के उपाय अपनाते हैं। ऐसे में आप चाहे तो काली मिर्च का इस्तेमाल करके इस बीमारी को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं।
आंखों के नीचे काले घेरे यानी डार्क सर्कल आजकल आम बात हो गई है। ना सिर्फ महिलाएं बल्कि पुरुषों में भी ये समस्या बढ़ती जा रही है। इससे छुटकारा पाने के तमाम आसान तरीके हैं।
एक स्टडी के अनुसार भारत के करीब 60 परसेंट लोगों को रीढ़ की हड्डी से जुड़ी कोई न कोई तकलीफ है। जानिए कमर दर्द के साथ स्पाइन को मजबूत रखने के आयुर्वेदिक उपाय।
डायबिटीज के मरीजों को अपनी डाइट का खास ख्याल रखना होता है। आप चाहे तो इसमें नीम शामिल कर सकते हैं। जानिए नीम की पत्तियों का किस तरह सेवन करना है फायदेमंद।
स्वामी रामदेव के अनुसार आपके किचन में ही कुछ ऐसी चीजें मौजूद है जिन्हें अगर आप इस्तेमाल करे तो पेट संबंधी हर समस्या के साथ-साथ एसिडिटी, कोलाइटिस, हर्निया की समस्या से निजात पा सकते हैं।
आमतौर पर यूरिक एसिड पैर के अंगूठे, उंगलियों के जोड़ों, टखने और घुटनों में जमा होता है। मुख्यरूप से यह खराब लाइफस्टाइल और खानपान की गलतियों के कारण या अनुवांशिक कारणों से होता है
जब शरीर में खून का प्रवाह अधिक बढ़ जाता है तो वह हाई ब्लड प्रेशर होता है। अगर हाई बीपी मरीजों का इलाज सही समय पर नहीं किया गया तो आगे चलकर हार्ट अटैक का कारण भी बन सकता है।
अलसी औधषिय गुणों से भरपूर होती हैं। इसमें ऐसे तत्व पाए जाते हैं तो सर्दियों में आपको सुखी खांसी तक से छुटकारा दिला सकते हैं। बस ऐसे करें सेवन।
अगर आप भी पेट से जुड़े रोगों से परेशान हैं और इससे निजात पाना चाहते हैं तो स्वामी रामदेव ने बताया है कि कब्ज से कैसे बचा जा सकता है।
बदलते लाइफस्टाइल, खाने में फाइबर की कमी, लंबे वक्त तक बैठकर काम करने से डाइजेशन भी बिगड़ जाता है और सर्दियों में कॉन्स्टिपेशन बहुत बड़ी परेशानी बन जाती है।
सर्दियों में बालों का झड़ना, चेहरे पर रुखापन, एड़ियों का फटना आम समस्या बन जाती है। स्वामी रामदेव से जानिए कुदरती निखार पाने का आसान तरीका।
सर्दियों के मौसम में यूरिक एसिड का स्तर काफी बढ़ जाता है। ऐसे में जरूरी हैं कि इसे समय रहते कंट्रोल किया जाए।
बच्चों में बढ़ता कद केवल उनका कॉन्फिडेंस नहीं तय करता बल्कि उनकी बॉडी को मिलने वाले न्यूट्रिशन के बारे में भी बताता है। न्यूट्रिशन कम होगा तो लंबाई भी कम होगी।
स्वामी रामदेव के अनुसार वैरिकोज वेन्स को वेरिकोसाइटिस भी कहा जाता है। ये समस्या तब उत्पन्न होती है जब नसें बड़ी, चौड़ी या रक्त से ज्यादा भर जाती हैं। जानिए कैसे वैरिकोज वेन्स की समस्या से निजात पा सकते हैं।
सर्दियों में लोग स्वाद को ज्यादा तवज्जो देते हैं। कैल्शियम, विटामिन और मिनरल्स के लिए दवाइयां खा रहे हैं। नतीजा, यंग एज में ही बीमारियों की एंट्री होने लगी है।
हाइपरटेंशन एक साइलेंट किलर है, जिसके लक्षण लोग आसानी से पहचान नहीं पाते हैं। हाई बीपी का सबसे कॉमन लक्षण सिरदर्द है। स्वामी रामदेव के मुताबिक योग और आयुर्वेद को अपनाकर आप बीपी कंट्रोल में कर सकते हैं। साथ ही दवा से भी छुटकारा मिल जाएगा।
अगर वक्त रहते आपने पोश्चर को ठीक नहीं किया और रेगुलर एक्सराइज़ पर ध्यान नहीं दिया तो परमानेंट डिसएबिल्टी तक की नौबत आ सकती है। जानिए स्वामी रामदेव के अनुसार योग के अलावा कौन सी आर्युवेदिक उपाय हो सकते हैं कारगर।
अलसी में एंटी-इंफ्लामेंट्री, फाइबर, ओमेग 3 फैटी एसिड के साथ पोटेशियम, सोडियम जैसे तत्व पाए जाते हैं। जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद है।
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