आज नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) इंडस्ट्रियल प्लॉट स्कीम को लॉन्च करने जा रही है। इसके लिए जरूरी सारी प्रक्रिया पहले ही पूरी कर ली गई है। आज से लेकर 26 सितंबर तक इसके लिए रजिस्ट्रेशन (Registration) कराए जा सकेंगे।
पहली तिमाही के दौरान एक साल पहले की तुलना में भारत की जीडीपी में 13.5 फीसदी की वृद्धि हुई, जो आरबीआई के 16.2% के अनुमान से कम है।
होम लोन (Home Loan) महंगा होने और संपत्तियों के दाम बढ़ने के बावजूद देश के टॉप सात शहरों में इस साल आवासीय इकाइयों की बिक्री के पूर्व-महामारी स्तर से आगे निकल जाने की संभावना है।
Home Loan, 5 साल की FD और आयकर की धारा 80C के तहत इंश्योरेंस प्रीमियम समेत तमाम तरह के Income Tax छूट पाने के रास्ते जल्द बंद हो सकते हैं।
Home Loan लेने से पहले जान लें बैंकों द्वारा वसूले जाने वाले ये 11 तरह के चार्ज home loan knows these 11 types of charges Before going to bank
RBI Policy: अंतरिक्ष इंडिया के सीएमडी राकेश यादव ने बताया कि आरबीआई के रेपो रेट में 50 आधार अंकों की बढ़ोतरी से होम लोन लेना महंगा होगा।
RBI Policy: रिजर्व बैंक के फैसले से पहले होम लोन ग्राहक डरे हुए थे, उनका डर तब सही साबित हुआ जब रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट की बढ़ोत्तरी कर दी गई।
Home Loan का बीमा लें या खरीदें Term Plan, विशेषज्ञ बता रहे हैं किसमें फायदा home loan insurance or term plan which one is good experts are telling the truth
Home Buying : हम आपको ऐसे 4 सवालों के बारे में बता रहे हैं, जिनके जवाब के माध्यम से आप इसका पता लगा सकते हैं कि क्या आप अभी Home Loan लेने के लिए तैयार हैं?
हमेशा यह प्रयास करना चाहिए की लोन की अवधि कम समय के लिए हो। इसके दो फायदे हैं, पहला आपको कम ब्याज चुकाना होगा और दूसरा आप लोन से जल्द मुक्त हो जाएंगे।
एचडीएफसी बैंक ने 7 जुलाई, 2022 से सभी अवधियों के लोन पर अपनी सीमांत लागत-आधारित उधार दर (एमसीएलआर) को 20 आधार अंकों (100 आधार अंक 1%) बढ़ा दिया है।
इस महंगाई के दौर में भी ऐसे 5 बैंक हैं जहां ग्राहकों को मिल रहा सबसे सस्ता होम लोन। आपके EMI का बोझ भी कम होगा।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बाद बैंकों भी कर्ज महंगा करना शुरू कर दिया है।
रेपो रेट में बढ़ोतरी से आने वाले दिनों में आपके पर्सनल और क्रेडिट कार्ड लोन की ईएमआई भी बढ़ेगी।
आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति नतीजों के बारे में बुधवार को जानकारी देगी, लेकिन उससे पहले ही तीन बैंकों ने मंगलवार से ब्याज दरें बढ़ा दी हैं।
इससे पहले ऐसे बैंकों के लिये मकान मरम्मत या उसमें बदलाव को लेकर कर्ज सीमा में संशोधन सितंबर, 2013 में किया गया था।
जब हम पूर्व भुगतान करते हैं तो यह पूरी रकम मकान के कर्ज की मूल राशि यानी से एडजस्ट कर दी जाती है। जब मूलधन कम होता है तो इसका असर EMI पर दिखेगा।
आरबीआई ने मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए नीतिगत दर (रेपो) को 0. 40 फीसदी बढ़ाकर 4.40 प्रतिशत कर दिया है।
आइए जानते हैं कुछ ऐसे उपाय, जिनसे आप बिना EMI की बढ़ोत्तरी के आसानी से कर्ज चुका सकें।
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