घर खरीदें या किराए पर लें इन दोनों के बीच अधिकतर लोग कंफ्यूज हो जाते हैं। घर खरीदने के कई फायदे हैं। घर खरीदने के नुकसान भी कम नहीं है। संपत्ति की कीमत और ब्याज दर लगातार बढ़ती ही जा रही है। घर खरीदें या किराए पर लें इसे तय करने से पहले दोनों के फायदे और नुकसान को ना करें नजरअंदाज।
बीओबी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, ब्याज दरों में किए गए बदलाव पांच मार्च, 2023 से 31 मार्च, 2023 तक ही प्रभावी रहेंगे।
महीने की शुरुआत में रिजर्व बैंक ने नीतिगत ब्याज दर रेपो में 0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी। इसके साथ ही रेपो दर बढ़कर 6.25 प्रतिशत हो गई है।
टैक्स सेविंग करने के लिए लोग अलग-अलग जगह निवेश करते हैं। वहीं दूसरी तरफ अगर आपके नाम पर होम लोन हो तो भी आप टैक्स बेनिफिट्स ले सकते हैं। होम लोन पर टैक्स सेविंग करने के 5 आसान तरीके हैं। इससे टैक्स सेविंग के अलावा होम लोन की ईएमआई देने में भी परेशानी नहीं होती है।
बैंकों ने फंड-बेस्ड रेट लेंडिंग (MCLR) की अपनी मार्जिनल कॉस्ट को 15 बेसिस प्वाइंट्स तक बढ़ा दिया है, जिससे होम लोन और ऑटो लोन समेत सभी तरह के लोन महंगे हो गए हैं।
रिजर्व बैंक इसके लिए अलग गाइडलाइन जारी कर सकता है। 8 फरवरी को घोषित आरबीआई की मौद्रिक समीक्षा में बताया गया था कि इस संबंध में जल्दी ही एक ड्राफ्ट दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे।
PNB से लिया गया 1.8 करोड़ रुपये का होम लोन न चुकाने को लेकर एक ऑटो रिक्शा ड्राइवर का 2 करोड़ का फ्लैट जब्त कर लिया है। यह फ्लैट गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड पर स्थित है।
आपको भी सोशल मीडिया पर लोन का टेन्योर बढ़ाने की सलाह दी जा रही है। इससे आपके लोन की ईएमआई स्थिर रहती है। क्या ये तरीका आपके लिए फायदेमंद है या फिर नुकसानदेह, आईए कुछ बिंदुओं में समझते हैं इसका पूरा गणित
ब्याज दरों की समीक्षा के लिए RBI हर दो महीने में बैठक करता है। यह उन महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है, जिन पर शेयर मार्केट की नजर है।
होम लोन लेते समय कई तरह के सवाल आते हैं, कि कौन-सा होम लोन हमारे लिये बेहतर रहेगा, ऐसे में आप चुनाव करते वक्त थोड़ा सा कंफ्यूज हो जाते हैं। वहीं आज हम आपको जॉइंट होम लोन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
नया घर बनाना हम सब का सपना होता है, वहीं इसके लिये हम बेहतर जमा पूंजी इकठ्ठा करते हैं। वहीं आज के दौर में होम लोन के जरिये अपना खुद का मकान बनाना और भी आसान हो गया है, लेकिन इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातों को हमें जान लेना चाहिये।
आपके पास होम लोन और म्यूचुअल फंड एसआईपी है। इस स्थिति में आपको किसे बढ़ाना चाहिए? आपके होम लोन पर ईएमआई या एसआईपी राशि? आइए जानते हैं।
बैंक के होम, कार और पर्सनल सहित विभिन्न प्रकार के लोन की ब्याज दरें (Interest Rate) बढ़ गई हैं। नई दरें 15 जनवरी से लागू हो गई हैं।
रेग्युलेटरी फाइलिंग के मुताबिक, नई दरें गुरुवार, 12 जनवरी से लागू हो गई हैं। इसस पहले दिसंबर 2022 में बैंक ने 30-आधार अंकों की बढोत्तरी की थी।
एचडीएफसी बैंक और आईओबी बैंक की ओर से एमसीएलआर में बढ़ोतरी का सीधा असर इस बैंक के ग्राहकों पर होगा। बैंक से होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन समेत सभी तरह के लोन की ईएमआई बढ़ जाएगी।
घर खरीदने के लिए हम सभी होम लोन लेते हैं। ऐसे में यह जानकारी जरूरी है कि होम लोन कितने प्रकार के होते हैं।
एसबीआई ने कहा, वास्तव में यह 2008 में वैश्विक वित्तीय संकट के बाद पूरी तरह से विपरीत है, जब सभी केंद्रीय बैंकों ने एक साथ दरों में कटौती की थी।
यदि किसी व्यक्ति ने 20 साल के लिए 30 लाख का लोन लिया है तो अब ताजा बढ़ोत्तरी के बाद उसकी होम लोन की ब्याज दर क्रेडिट स्कोर के अनुसार 9 से 9.30 फीसदी हो जाएगी।
बैंक की सर्विस (Bank Services) से परेशान हैं और अपना लोन किसी दूसरे बैंक में ट्रांसफर कराने की सोच रहे हैं और कोई तरीका नहीं समझ आ रहा है तो ये खबर आपके लिए है।
बता दें कि बैंक ऑटो, आवास और व्यक्तिगत ऋण जैसे ज्यादातर ऋणों के लिए एक साल अवधि वाली एमसीएलआर दर का इस्तेमाल करते हैं।
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