देश के दो बड़े सरकारी बैंकों का कर्ज अब महंगा हो गया है, पंजाब नैशनल बैंक (PNB) और इलाहाबाद बैंक (Allahabad Bank) ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड ब्याज दर (MCLR) में बढ़ोतरी की घोषणा की है। दोनो ही बैंकों ने पहली जुलाई से अपने MCLR में 10 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी का ऐलान किया है।
रिजर्व बैंक ने सस्ते मकानों के खरीदारों के लिये कर्ज सुविधा को और बेहतर बनाते हुए अब 35 लाख रुपए तक के कर्ज को प्राथमिक क्षेत्र के कर्ज की श्रेणी में शामिल कर दिया है। यह सुविधा 45 लाख रुपए तक की कीमत वाले मकानों के लिए उपलब्ध होगी।
अगर आपकी सालाना आय 18 लाख रुपए तक है और आप 2100 वर्ग फीट तक का तीन या चार कमरों वाला मकान खरीदते हैं तो आपको ब्याज में 2.3 लाख रुपए तक की छूट का लाभ उठाने का मौका मिलेगा। आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ब्याज का लाभ उठाने की पात्रता के लिए कारपेट एरिया में बढ़ोतरी की घोषणा की।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आखिरकार पॉलिसी दरों में बढ़ोतरी का ऐलान कर दिया है। RBI ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी कर दी है, इस बढ़ोतरी के बाद अब रेपो रेट बढ़कर 6.25 प्रतिशत हो गया है। रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी के बाद रिवर्स रेपो रेट भी बढ़कर 6 प्रतिशत और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसेलिटी दर (MSF) भी बढ़कर 6.5 प्रतिशत हो गया है।
सरकारी बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) ने मंगलवार को कहा कि उसने विभिन्न अवधि के फंड आधारित कर्ज दर-मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट (MCLR) - में पांच आधार अंकों की वृद्धि की है, जो 7 जून से प्रभावी होगी।
बैंक ऑफ इंडिया (बीओआ ) कर्ज मामले में अच्छी साख के साथ ऊंचा सिबिल स्कोर (अंक) पाने वाले लोगों को 30 लाख रुपए और उससे अधिक के होम लोन कम ब्याज पर देगा।
प्रमुख सरकारी बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने MCLR में बढ़ोतरी की घोषणा की है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र के बाद अब दूसरे बैंकों की तरफ से भी इस तरह के कदम उठाए जाने की आशंका बढ़ गई है। शनिवार को बैंक ऑफ महाराष्ट्र की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक उसने अलग-अलग अवधियों के लिए MCLR में 20 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है
HDFC के मुताबिक महिलाओं द्वारा लिये गये 30 लाख रुपये तक के कर्ज पर ब्याज दर अब 8.40 प्रतिशत होगी जबकि अन्य के लिये यह 8.45 प्रतिशत किया गया है
RBI ने पिछली तीन बैठकों में ब्याज दरों के मोर्चे पर यथास्थिति कायम रखी है। पिछले साल अगस्त में रेपो दर को 0.25 प्रतिशत घटाकर छह प्रतिशत किया गया था, जो इसका छह साल का निचला स्तर है
नए वित्त वर्ष के शुरुआती दिन यानी 1 अप्रैल को भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने होम और कार लोन ग्राहकों को बड़ा झटका दिया है। SBI ने 1 अप्रैल से अपने बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट (BPLR) और बेस रेट बढ़ा दिए हैं।
इंडियन बैंक की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक होमलोन के लिए सभी तरह के आवेदनकर्ता योग्य हैं और लोन चुकाने के लिए अधिकतम 30 साल की अवधि का चुनाव करना होगा
गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) इंडिया फिनसेक लिमिटेड (आईएफएल) की समाज के निम्न आयवर्ग के लोगों के मकान के सपने को पूरा करने के लिए आसान कर्ज उपलब्ध कराने की योजना है।
आरबीआई ने सभी वाणिज्यिक बैंकों से 1 अप्रैल 2018 से बेस रेट को एमसीएलआर से जोड़ने को कहा है। माना जा रहा है कि इस कदम से पुराने होम लोन कुछ सस्ते हो सकते हैं।
केंद्रीय बैंक ने बुधवार को कहा है कि वह अगले वित्त वर्ष से बेस रेट को मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स-बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) के साथ जोड़ेगा।
RBI Policy: RBI के इस फैसले के बाद बैंकों की तरफ से कर्ज सस्ता होने की उम्मीद कम हो गई है, बैंकों की तरफ से होम और कार लोन की दरों में कटौती होने की संभावना घट गई है।
थोक महंगाई दर में कमी आने से भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से मौद्रिक नीति के कठोर होने की आशंका कुछ कम हुई है। यानि होमलोन और कारलोन की दरों में बढ़ोतरी होने की आशंका घट गई है
साल के पहले दिन ही देश के सबसे बड़े बैंक SBI ने अपने BPLR और बेस रेट में कटौती कर होम लोन लेने वालों ग्राहकों को नए साल का तोहफा दिया था। अब Axis Bank ने भी अपने बेस रेट घटा दिए हैं।
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने ग्राहकों को नए साल का तोहफा ब्याज दरें घटा कर दी है। SBI ने बेस रेट आधारित ब्याज दरों में 1 जनवरी 2018 से 0.30 फीसदी की कटौती कर दी है।
यदि आप भी नया घर खरीदने की योजना बना रहे हैं तो और देर न करें। अपने पैसे का ठीक प्रकार से नियोजन कीजिए, जिससे आप अपनी आय पर अतिरिक्त बोझ डाले बिना आसानी से ईएमआई का भुगतान कर सकें।
HDFC बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी का मानना है कि हाल फिलहाल बैंकों का कर्ज और सस्ता होने की संभावना कम हैं।
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