भारतीय स्टेट बैंक ने अपने सपनों का घर खरीदने वालों के लिए बेहद अच्छे ऑफर की पेशकश की है। अगर आप भी घर खरीदने की इच्छा रखते है तो इस ऑफर का लाभ उठा सकते है।
कुशल श्रमिक जो असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं वो घर खरीदने के लिए 2 लाख रुपए से लेकर 50 लाख रुपए तक का होम लोन ले सकते हैं।
loan moratorium: कोरोना संकट से जूझ रही देश की जनता को केंद्र सरकार एक बड़ी राहत देने की तैयारी कर रही है।
UP Housing Development Council ने राज्य के 19 शहरो में 3516 मकानों की बुकिंग 1 सितंबर, 2020 से शुरू कर दी है
सिबिल में 700 अथवा इससे अधिक स्कोर रखने वाले ग्राहकों के लिए 50 लाख रुपए तक के होम लोन पर ब्याज की दर 6.90 प्रतिशत से शुरू होगी।
इससे पहले बैंक ने बुधवार को कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) 0.05 प्रतिशत कम की थी। यह कटौती हर अवधि की एमसीएलआर पर की गई है।
IOB की नई दरें 10 मई और BoM की नई दरें 7 मई से लागू होंगी
कटौती का लाभ एचडीएफसी के सभी मौजूदा रीटेल होम लोन ग्राहकों को मिलेगा
30 साल के लिए घर कर्ज की ईएमआई प्रति लाख 24 रुपये घट जाएगी
बैंकों द्वारा अनिवार्य रूप से कुल जमा का जो प्रतिशत रिजर्व बैंक के पास रखा जाता है उसे सीआरआर कहते हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घर खरीदारों को राहत देते हुए ब्याज पर दी जा रही छूट को एक साल तक और बढ़ा दिया है।
रियल एस्टेट सेक्टर की सुस्ती दूर करने व घर खरीददारों को बड़ी राहत देने के मकसद से देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने एक खास स्कीम लॉन्च की है।
आवास ऋण कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड ने ब्याज की दर 0.05 प्रतिशत कम करने की घोषणा की है।
देश के सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने कर्ज के लिए बाह्य मानकों पर आधारित अपनी ब्याज दर (ईबीआर) को 0.25 प्रतिशत कम कर 7.80 प्रतिशत करने की सोमवार को घोषणा की।
प्राइवेट क्षेत्र के बड़े एचडीएफसी बैंक ने विभिन्न अवधि के लिए अपने मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट (MCLR) में 10 बेसिस प्वाइंट यानी 0.10 फीसदी की कटौती की है।
इस कटौती का लाभ एचडीएफसी के मौजूदा और नया ऋण लेने वाले दोनों ग्राहकों को मिलेगा।
वित्त वर्ष 2019-20 में एमसीएलआर में यह छठवीं बार कटौती की गई है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने एक बार फिर ब्याज दरों में 0.25 फीसदी (25 आधार अंक) की कटौती की है। त्योहारी सीजन में आम लोगों को आरबीआई ने रेपो रेट में कटौती करके बड़ी राहत दी है। नीतिगत दर में आरबीआई ने लगातार पांचवीं बार कमी की है।
एसबीआई गैर-नौकरीपेशा लोगों से अतिरिक्त 15 आधार अंक का शुल्क लेगी। जो लोग उच्च जोखिम ग्रेड (आरजी) 4-6 में हैं, उन्हें इसके अलावा और 10 आधार अंक का अतिरिक्त शुल्क देना होगा।
यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) और इलाहाबाद बैंक ने ग्राहकों को नीतिगत दरों में कटौती का लाभ देने के लिए अपने कुछ ऋण उत्पादों को रेपो दर से जोड़ने का फैसला किया है। बैंक अधिकारियों ने शुक्रवार को यह बात कही।
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