भारतीय महिला हॉकी टीम ने पेनल्टी कार्नर पर कई मौके गंवाने के बाद कप्तान रानी रामपाल के चौथे क्वार्टर के अंतिम क्षणों में किये गये गोल की मदद से आखिर में अर्जेंटीना की जूनियर टीम के खिलाफ मैच 1-1 से ड्रॉ खेला।
भारतीय टीम 17 जनवरी से मेजबान अर्जेटीना के खिलाफ आठ मैच खेलेगी। भारतीय महिला हॉकी टीम का करीब एक साल बाद उसका पहला अंतर्राष्ट्रीय दौरा होगा।
क्लार्क इससे पहले 2013-14 में भारतीय जूनियर पुरुष टीम के कोच रह चुके हैं। तब भारतीय टीम ने सुल्तान जोहोर कप जीता था।
कोविड-19 की परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह कहा कि उनकी टीम को तोक्यो ओलंपिक खेलों से पहले कई बाधाओं का सामना करने के लिये मानसिक तौर पर तैयार रहना चाहिए।
भारतीय टीम को विश्व की नंबर दो टीम अर्जेंटीना के खिलाफ चार मैचों की सीरीज खेलनी है। ये मैच 26, 28, 30 और 31 जनवरी को खेले जाएंगे।
19 साल की सिमरन ने कहा कि दीप ग्रेस एक्का और गुरजीत कौर जैसे खिलाड़ियों से बहुत कुछ सीखने को मिला है।
सुदीप वर्तमान में भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम के साथ राष्ट्रीय शिविर में बेंगलुरु के साई सेंटर में है। वह अर्जेंटीना में 2018 में आयोजित तीसरे युवा ओलंपिक खेलों में रजत पदक विजेता टीम के सदस्य रह चुके हैं।
कोरोना महामारी के बीच भारतीय हॉकी टीम की ओलंपिक की तैयारियां बाधित हो गई लेकिन कोच ग्राहम रीड को अगले साल की शुरूआत में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल की बहाली की उम्मीद है।
फरवरी में न्यूजीलैंड दौरे से आने के बाद टीम यहां भारतीय खेल प्राधिकरण केंद्र पर शिविर में थी जो शनिवार को खत्म हो गया।
ललित उपाध्याय ने कहा है कि भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने हालिया दौर में अपने प्रदर्शन मे सुधार किया है, खासकर तब जब टीम दबाव में रहती है, तब वह हिम्मत नहीं हारती।
जरमनप्रीत ने 2018 में सीनियर टीम के साथ पदार्पण किया था और वह उस टीम का हिस्सा थे, जिसने 2018 एशियाई चैपिंयंस ट्रॉफी में दूसरे स्थान पर रहकर रजत पदक जीता था।
24 साल के हरमनप्रीत का मानना है कि अनुभवी रूपिंदर वाल के साथ खेलने से उन्हें अपने करियर में काफी मदद मिली है।
भारतीय हॉकी टीम के पूर्व पेनाल्टी कॉर्नर स्पेशलिस्ट मोहिंदर पाल सिंह पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे हैं।
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा को खेलों में उनके योगदान के लिए रविवार को ‘कैपिटल फाउंडेशन’ राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम का हिस्सा रहे फॉरवर्ड गुरजंत सिंह का मानना है कि उनके खेल में थोड़ी और सटीकता से उन्हें भारतीय टीम में नियमित रूप से अपनी जगह बनाने में मदद मिल सकती है।
भारत के लिए छह मैच खेलने वाले 26 साल के इस खिलाड़ी ने कहा कि अपने खेल में सुधार करने के लिए वह सीनियर खिलाड़ियों से लगातार सलाह लेते रहते हैं।
इस आयोजन को देखते हुए करीब 60 हॉकी खिलाड़ियों ने अपनी ट्रेनिंग शुरू कर दी है। ये खिलाड़ी 18 से 20 उम्र के हैं।
एफआईएच ने आगे कहा कि वह वैश्विक स्वास्थ्य संकट पर करीब से नजर रखेगा और संबंधित टीमों के अधिकारियों से सलाह के बाद इन मैचों की नयी तारीखों की घोषणा करेगा।
तमिलनाडु के अलावा पुड्डुचेरी में भी सब जूनियर और सीनियर वर्ग के करीब 50 खिलाड़ियों ने विभिन्न सेंटरों में अपनी ट्रेनिंग शुरू कर दी है।
रियाज का मानना है कि मिडफील्डर स्ट्राइकर्स के लिए गोल करने का मौका बनाते हैं, जबकि विपक्षी टीम को गोल करने से रोकते हैं। उन्होंने कहा, "डिफेंडर्स चैंपियनशिप जिताते हैं जबकि फॉरवर्ड मैच जिताते हैं।"
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