कप्तान मनप्रीत सिंह के नेतृत्व में टीम इंडिया ने हाल ही में ओलंपिक चैंपियन अर्जेंटीना को 3-2, 3-0 से एफआईएच हॉकी प्रो लीग के मुकाबले में हराया था।
निर्धारित समय में मैच 2-2 की बराबरी पर समाप्त हुआ और इसी कारण भारत को एक अंक के अलावा बोनस अंक भी प्राप्त हुआ। बाद में भारत ने शूटआउट में 3-2 से शानदार जीत दर्ज की।
साल 2012 में कोचिंग के सबसे बड़े राष्ट्रीय पुरस्कार-द्रोणाचार्य अवार्ड से नवाजे जा चुके हरेंद्र 2017-18 में भारत की सीनियर पुरुष हॉकी टीम के कोच रहे थे।
ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर चुकी भारतीय महिला हॉकी टीम ने ऑनलाइन मानसिक अभ्यास कार्यशाला में हिस्सा लिया जिसका संचालन प्रसिद्ध खेल मनोचिकित्सक मुग्धा बावरे ने किया।
मीररंजन नेगी ने कहा कि खेल आयोजनों पर कोविड-19 की पाबंदियों के चलते खिलाड़ियों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है।
पीएचएफ के एक आला अधिकारी ने कहा कि यह काफी महत्वपूर्ण बैठक है क्योंकि इसमें अगले चार साल के लिये एफआईएच अध्यक्ष और कार्यकारी बोर्ड के सदस्यों का चुनाव होना है।
सहायक कोच केटी एलेन को अंतरिम मुख्य कोच नियुक्त किया गया है और हॉकी आस्ट्रेलिया तोक्यो ओलंपिक से पहले मुख्य कोच ढूंढने की योजना बना रहा है।
चौथे और अंतिम मेजबान टीम गोल नहीं कर सकी और उसने 5-0 की शानदार जीत अपने नाम कर ली।
श्रीजेश ने कहा, पूरी टीम पहले मैच के लिए बहुत उत्साहित है। एक साल से अधिक समय हो गया है जब हमने कोई प्रतिस्पर्धी मैच खेला है और अब हम नई शुरुआत और चुनौती के लिए तैयार हैं।
गगनदीप कौर को उम्मीद है कि उनका जूनियर टीम के साथ सफर खत्म होने से पहले उन्हें भारतीय महिला सीनियर हॉकी टीम में जगह मिल जाएगी।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम के फॉरवर्ड दिलप्रीत सिंह की नजरें टोक्यो ओलंपिक के लिए 16 सदस्यीय भारतीय टीम में जगह बनाना है।
अर्जेंटीना दौरे से लौटकर दो सप्ताह के विश्राम के बाद ये खिलाड़ी भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) के बेंगलुरू केंद्र में एकत्रित होकर अनिवार्य पृथकवास पर रहेंगी।
शर्मिला ने कोविड-19 महामारी के कारण इन कोशिशों के बावजूद अर्जेंटीना दौरे को सुनिश्चित करने के लिए हॉकी इंडिया के प्रयासों की सराहना की।
दुनिया की दूसरे नंबर की टीम के खिलाफ कप्तान रानी ने 35वें मिनट में गोल दागा जबकि मेजबान के लिये एमिलिया फोरचेरियो ने पेनल्टी स्ट्रोक पर गोल किया।
अर्जेटीना ने ब्यूनस आयर्स के सेनार्ड में गुरुवार को भारतीय महिला हॉकी टीम को 2-0 से हरा दिया।
चिली की तरफ से एकमात्र गोल 40वें मिनट में फ्रांसिस्का ताला ने किया। अपने छठे और अंतिम मैच में इस करीबी जीत से भारत की जूनियर टीम अजेय रहकर चिली से वापस लौटेगी। उसने इस दौरे में पांच मैच जीते जबकि एक मैच ड्रॉ खेला।
भारत ने पहले क्वार्टर में शानदार शुरुआत की। उसे पहले मिनट में ही पेनल्टी कार्नर मिला। अर्जेंटीना के एक और फॉउल से यह पेनल्टी स्ट्रोक में बदल गया लेकिन भारत इसका फायदा नहीं उठा पाया।
मेजबान टीम ने शुरू ही से आक्रामक हॉकी खेली और छह मिनट के भीतर लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर बनाये। गोलकीपर रजनी ने हालांकि गोल नहीं होने दिये। मेजबान ने हालांकि 11वें मिनट में पागेला के गोल के दम पर बढत बना ली।
एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी का आयोजन 11 से 19 मार्च तक ढाका में होना था जबकि महिला वर्ग का टूर्नामेंट 31 मार्च से छह अप्रैल तक दक्षिण कोरिया में होना था।
भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम ने चिली की सीनियर टीम को 2-2 से ड्रॉ पर रोक दिया है। भारत के लिए दीपिका ने 40वें मिनट में और गगनदीप कौर ने 55वें मिनट में गोल किया।
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