भारतीय महिला हॉकी टीम की ड्रैग फ्लिकर गुरजीत कौर ने कहा कि तोक्यो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहने के बाद उनकी टीम निडर हो गई है।
तोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक कांस्य पदक जीतने के बाद भारतीय पुरूष हॉकी टीम की नजरें आने वाले वर्षों में कई नयी उपलब्धियों पर है।
भारतीय पुरुष टीम के मुख्य कोच ग्राहम रीड और महिला टीम के उनके समकक्ष शोर्ड मारिन पुरुषों और महिलाओं के लिए एफआईएच साल के सर्वश्रेष्ठ कोच के लिए नामांकित हैं।
ढोल की थाप, पारंपरिक आदिवासी नृत्य और जयकारों के बीच ओडिशा के चार हॉकी खिलाड़ी का उनके गृह जिले सुंदरगढ़ में जोरदार स्वागत किया गया।
मनप्रीत ने कहा, “खिलाड़ी होने के नाते भले ही कांस्य पदक हमने जीता है लेकिन सच्चाई यह है कि यह भारत का पदक है। यह माननीय मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का देश को उपहार है।"
बीजू पटनायक इंटरनेशनल एयरपोर्ट में उतरने पर टीम का ढोल, सांस्कृतिक डांस और चियर्स के साथ स्वागत किया गया।
तोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम के सदस्य विवेक सागर को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सम्मानित करते हुए एक करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि दी।
रानी रामपाल की कप्तानी वाली भारतीय महिला हॉकी टीम अपने शुरुआती 3 मैच हारकर टूर्नामेंट से बाहर होने की कगार पर खड़ी थी कि तभी टीम ने अपना गियर बदला और आखिरी के दोनों ग्रुप मैचों में जीत हासिल करते हुए क्वार्टर फाइनल का टिकट पक्का कर लिया।
मारिन 2017 में भारतीय महिला टीम को कोचिंग देने आया था लेकिन उसी साल बाद में उन्हें पुरुष टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने तोक्यो ओलंपिक में भाग लेने वाले राज्य के हॉकी खिलाड़ियों को बुधवार को यहां नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
भारतीय हॉकी टीम कप्तान मनप्रीत सिंह ने इंडिया टीवी से खास बातचीत में देशवासियों से मिले भरपूर प्यार और सम्मान के लिए आभार व्यक्त किया।
लंबी दूरी की धावक से हॉकी खिलाड़ी और कोच बनी अंकिता कर्नाटक की रहने वाली हैं। वह 4 जनवरी, 2020 को राष्ट्रीय टीम की कोच बनीं। वह तब से महिला राष्ट्रीय हॉकी टीम के साथ काम कर रही हैं।
टोक्यो ओलंपिक 2020 में एक स्वप्निल अभियान के बाद भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीमों ने अपनी सर्वोच्च एफआईएच विश्व रैंकिंग हासिल कर ली है।
ब्रॉन्ज मेडल जीतने पर खुशी जाहिर करने, अपने खिलाड़ियों को शाबासी देने की बजाए क्या हम उनसे यह पूछें कि उन्होंने गोल्ड मेडल क्यों नहीं जीता?
भारतीय महिला हॉकी टीम की खिलाड़ियों को फोन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करते हुए रोना आ गया था।
हरियाणा और पंजाब में खिलाड़ियों के परिवार भारत की जीत की आस में टीवी के सामने नजरें गड़ाये बैठे रहे।
भारतीय महिला हॉकी टीम भले ही टोक्यो ओलंपिक में ग्रेट ब्रिटेन से हारकर ब्रान्ज मेडल जीतने से चूक गई हो लेकिन टीम चौथे स्थान पर रहुते हुए इतिहास रच दिया।
टोक्यो ओलंपिक 2020 में 6 अगस्त को भारतीय महिला हॉकी टीम को ब्रान्ज मेडल मुकाबले में ग्रेट ब्रिटेन के हाथों हार का सामना करना पड़ा।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल तो पहलवान रवि दहिया ने सिल्वर मेडल जीता।
पूरे ओलंपिक में श्रीजेश ने कई मौकों पर भारतीय टीम के लिये संकटमोचक की भूमिका निभाई।
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