26 वर्षीय खिलाड़ी फिलहाल भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) सेंटर में ट्रेनिंग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में जर्मनी, ग्रेट ब्रिटेन और अर्जेटीना के खिलाफ खेलने का अनुभव टीम के ओलंपिक में काम आएगा।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने सोमवार को कहा कि एमसी मैरी कॉम के साथ टोक्यो ओलंपिक के उद्घाटन समारोह के लिए ध्वजवाहक नामित होना एक बहुत बड़ा सम्मान है।
पूर्व कप्तान जफर इकबाल ने तोक्यो जाने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम को आत्ममुग्धता से बचने की सलाह देते हुए कहा कि ओलंपिक का माहौल परीक्षण स्पर्धाओं से बहुत अलग होगा।
निशा ने कहा, "टोक्यो के लिए रवाना होने में एक सप्ताह ही बचा है। हम सभी जरूरत के अनुसार मेहनत कर रहे हैं और टीम में हम सभी हर सत्र में बेहतर करने के लिए एक दूसरे को जोर दे रहे है।"
ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकी भारतीय पुरुष हॉकी टीम के मिडफील्डर हार्दिक सिंह ने भारत के लिए खेलने का सपना लगभग छोड़ ही दिया था।
हॉकी इंडिया ने शनिवार को भारतीय पुरुष हॉकी टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश और पूर्व महिला खिलाड़ी दीपिका के नाम राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड के लिए नामित किए हैं।
हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह का मानना है कि कई अवसरों पर भारतीय टीम की जीत के नायक रहे गोलकीपर पीआर श्रीजेश की मैदान पर उपस्थिति ही खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने के लिये पर्याप्त है।
भारतीय हॉकी अंपायरों-जावेद शेख और रघुप्रसाद आरवी ने शुक्रवार को कहा कि टोक्यो में ओलंपिक खेलों की तैयारी के लिए कुछ चुनौतियां थीं।
भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने गुरुवार को कहा कि उनकी टीम फिटनेस के मामले में यूरोपीय टीमों से कम नहीं है।
मिडफील्डर मनप्रीत सिंह को अगले महीने होने वाले टोक्यो ओलंपिक के लिए 16 सदस्यीय भारतीय पुरुष हॉकी टीम का कप्तान बनाया गया है।
रानी के अलावा डिफेंडर दीप ग्रेस एक्का और गोलकीपर सविता पुनिया को टीम का उपकप्तान बनाया गया है।
इस टीम में अनुभवी गोलकीपर पीआर श्रीजेश और मिडफील्डर मनप्रीत सिंह के साथ-साथ ओलंपिक खेल चुके अन्य खिलाड़ियों में हरमनप्रीत सिंह, रूपिंदर पाल सिंह, सुरेंद्र कुमार और मनदीप सिंह शामिल हैं।अनुभवी बीरेंद्र लाकड़ा को भी टोक्यो 2020 के लिए टीम का हिस्सा बनने का एक उपयुक्त अवसर मिला।
अपने प्रदर्शन के बारे में रमनदीप ने कहा कि 2018 की घुटने की चोट उनके लिये बड़ा झटका थी लेकिन इसके अलावा उनका करियर सही तरह से आगे बढ़ा है।
भारतीय टीम अभी बेंगलुरू स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) केंद्र में अभ्यास कर रही है। भारत ने 1980 के मास्को ओलंपिक खेलों के बाद पदक नहीं जीता है लेकिन पाठक को विश्वास है कि वर्तमान टीम इतिहास रच सकती है।
तुषार जो 2014 से 2016 तक पुरुष टीम के सहायक कोच रहे थे, उनका मानना है कि मौजूदा टीम ने हर पहलू में अपने स्तर को बढ़ाया है।
उस्मान मदरासी आजम ग्राउंड में हॉकी खेलते थे जिसके बाद वह कोलकाता शिफ्ट हो गए जहां उन्होंने कस्टम ज्वाइन की।
मोहाली के अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम का नाम प्रसिद्ध हॉकी खिलाड़ी और पद्मश्री बलबीर सिंह सीनियर के नाम पर रखा जाएगा।
हॉकी इंडिया ने अपने पैनल में 126 नये अंपायर और तकनीकी अधिकारी शामिल किये हैं जो सब जूनियर और जूनियर वर्गों में होने वाले घरेलू टूर्नामेंटों में अपनी सेवाएं देने के पात्र होंगे।
ऑनलाइन वोटिंग प्रक्रिया में विजेता के रूप में उभरने के लिए बत्रा ने अपने प्रतिद्वंद्वी के 61 के मुकाबले 63 वोट हासिल किए, जिसमें 124 सदस्य संघों ने भाग लिया।
हॉकी ओलंपियन और पूर्व भारतीय कोच राजिंदर सिंह जूनियर के पुत्र जसकरण अभी आगामी तोक्यो ओलंपिक के लिये यहां भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) केंद्र में पुरुष सीनियर कोर ग्रुप के साथ अभ्यास कर रहे हैं।
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