भारतीय महिला हॉकी टीम का अब कांस्य पदक के लिए ग्रेट ब्रिटेन से सामना होगा।
कप्तान मनप्रीत सिंह और स्टार गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने कहा कि टीम के पास इस दिल तोड़ने वाली हार के बारे में सोचने का समय नहीं है क्योंकि उन्हें गुरुवार को होने वाले ब्रॉन्ज मेडल के प्ले आफ मुकाबले पर ध्यान लगाना होगा।
भारतीय टीम अब कांस्य पदक के लिए प्रयास करेगा। भारत का यह मैच किससे होगा, इसका फैसला जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के बाद होगा।
भारत की क्वॉर्टरफाइनल में विश्व के नंबर दो ऑस्ट्रेलिया पर 1-0 की जीत के बाद मारिन ने कहा, "स्वयं पर विश्वास करने और अपने सपनों पर विश्वास करने से अंतर पैदा हुआ और यह अतीत को ध्यान में रखते हुए वास्तविकता का सामना करने से जुड़ा था।"
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने लिखा, "कमाल का प्रदर्शन! विमेंस हॉकी टीम ने टोक्यो 2020 में इतिहास रच दिया है।"
मनप्रीत सिंह ने कहा, "हम बेहद खुश हैं क्योंकि लंबे समय के बाद हमने सेमीफाइनल में जगह बनाई है। हालांकि अब भी हमारा काम खत्म नहीं हुआ है।"
बाकी दो क्वार्टर फाइनल में बेल्जियम का सामना स्पेन से और भारत का ब्रिटेन से होगा। अर्जेंटीना की खिताब की रक्षा करने की उम्मीदों पर जर्मनी ने पानी फेर दिया।
भारत ने आज सुबह ग्रुप चरण के अपने आखिरी मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 4-3 से हराकर नॉकआउट में पहुंचने की उम्मीद बरकरार रखी थी।
भारत के 2286 अंक हैं और वह चौथे स्थान पर खिसकने वाले नीदरलैंड (2267 अंक) से 19 अंक आगे है। आस्ट्रेलिया (2628) पहले और बेल्जियम (2606) दूसरे स्थान पर है।
भारत को इससे पहले विश्व में नंबर एक नीदरलैंड के खिलाफ 1-5 और जर्मनी के खिलाफ 0-2 से हार झेलनी पड़ी थी।
रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता टीम जर्मनी ने भारतीय महिला हॉकी टीम को 2-0 से हराया।
भारत को जहां नीदरलैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था, वहीं जर्मनी को रविवार को ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ अपने पहले मैच में 2-1 से जीत मिली।
स्ट्राइकर मनदीप ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि मुझ पर किसी तरह का अतिरिक्त दबाव है क्योंकि बाकी खिलाड़ियों से मुझे अच्छा सहयोग मिलता है।"
भारत टोक्यो ओलंपिक में 24 जुलाई को न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगा।
मनप्रीत 2014 एशिया खेल, 2011 और 2018 एशिया चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट में विजेता टीम तथा 2015 और 2017 एफआईएच वर्ल्ड लीग में कांस्य पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थे।
टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारतीय हॉकी टीम मेडल का सपना संजोए जापान पहुंच चुकी है। इस बार ओलंपिक में भारतीय पुरुष हॉकी टीम को मेडल का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
भारतीय टीम के पूर्व हॉकी खिलाड़ी धनराज पिल्ले को उम्मीद है कि मनप्रीत सिंह के नेतृत्व वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम ओलंपिक में पदक जीतने का 41 साल का सूखा खत्म करेगी।
हॉकी इंडिया ने इससे पहले पुरुष और महिला दोनों वर्गों के लिये 16–16 सदस्यीय टीम का चयन किया था लेकिन अब दोनों टीमों में दो–दो अतिरिक्त खिलाड़ी जोड़ दिये गये हैं।
भारत ने 11 ओलंपिक पदक जीते हैं जिसमें से उनके नाम 8 गोल्ड हैं, एक सिल्वर और दो ब्रॉन्ज मेडल हैं।
दिलीप ने 1996 एटलांटा, 2000 सिडनी और 2004 एथेंस ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम का प्रतिनिधित्व किया है।
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