इतिहास के पन्नों में इस तारीख के नाम कई महत्वपूर्ण घटनाएं दर्ज हैं जिनमें नेपोलियन और नौशाद अली का दुनिया को अलविदा कहना शामिल है।
भारतीय सिने जगत के बेहतरीन निर्माता, निर्देशक और लेखक सत्यजीत रे का जन्म दो मई को ही हुआ था और बुरी घटनाओं की बात करें तो महान चित्रकार लिआनार्दो द विंची आज ही के दिन इस दुनिया को अलविदा कह गए थे।
एक मई का दिन इतिहास में मजदूर दिवस के तौर पर दर्ज है। दुनिया में मजदूर दिवस मनाने का चलन करीब 132 साल पुराना है। मजदूरों ने काम के घंटे तय करने की मांग को लेकर 1877 में आंदोलन शुरू किया गया था।
दिल्ली के बीचों-बीच लाल पत्थर से बने लाल किले के सामने से गुजरें तो इसकी भव्यता ध्यान आकर्षित करती है। इसकी मजबूती, बेहतरीन स्थापत्य कला और इसकी बेमिसाल कारीगरी के मुरीद लोगों के लिए यह जानना दिलचस्प होगा कि लाल किले की नींव 29 अप्रैल को रखी गई थी।
देश में दूरदर्शन का आना जितनी बड़ी खबर थी, उतनी ही बड़ी खबर थी उसका रंगीन हो जाना। 25 अप्रैल 1982 ही वह दिन था जब दूरदर्शन श्वेत श्याम से रंगीन हो गया। जानें इस दिन से जुड़ी और भी ऐतिहासिक घटनाएं।
यूट्यूब के सह संस्थापक जावेद करीम ने 23 अप्रैल 2005 को सान दिआगो चिड़ियाघर की अपनी यात्रा का वीडियो यूट्यूब पर पहली बार अपलोड किया था। इसके एक वर्ष के भीतर इस साइट पर करीब 10 करोड़ वीडियो अपलोड किए गए।
21 अप्रैल के दिन काबुल के शासक जहीरूद्दीन मोहम्मद बाबर और दिल्ली की सल्तनत के सम्राट इब्राहिम लोदी के बीच पानीपत की पहली लड़ाई हुई। इसके साथ ही सारे जहां से अच्छा हिंदोस्ता.. रचयिता मोहम्मद इकबाल का निधन भी हुआ था।
15 अप्रैल को सिख पंथ की नींव रखने वाले और प्रथम गुरू बाबा नानक का जन्म इसी दिन हुआ। जानें आज के दिन की और भी ऐतिहासिक घटनाएं।
क्या देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू देश के पहले गृह मंत्री लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को अपनी कैबिनेट में नहीं रखना चाहते थे?
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. एस. सुब्बैया ने शनिवार को यहां कहा कि देश का इतिहास पूरी तरह से दोबारा लिखे जाने की जरूरत है।
विधान सभा चुनाव से कुछ दिन पहले महाराष्ट्र अंतरराष्ट्रीय शिक्षा बोर्ड (एमआईईबी) की चौथी कक्षा की पुस्तकों से छत्रपति शिवाजी महाराज का इतिहास हटाए जाने से विवाद पैदा हो गया है।
उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा है कि भारत के इतिहास के साथ बहुत ज्यादा छेड़छाड़ हुई है
राष्ट्रपति फ़ख़रुद्दीन अली के हस्ताक्षर के बाद 25-26 जून 1975 की रात को देश में आपातकाल लागू कर दिया गया, यह आपातकाल लगभग 21 महीने यानि 21 मार्च 1977 तक लागू रहा।
कांग्रेस के त्रिपुरा अधिवेशन के बाद नेताजी ने 1939 में कांग्रेस को जनता की स्वतंत्र होने की इच्छा, लोकतंत्र और क्रांति का प्रतीक बनाने के लिए कांग्रेस के भीतर ही फॉरवर्ड ब्लाक की स्थापना की थी।
21 जून की तारीख ने इतिहास में अचानक ही एक महत्वपूर्ण स्थान हासिल कर लिया है।
जानिए, देश-दुनिया की उन महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में जो इतिहास में 15 जून की तारीख पर दर्ज।
दिल्ली में बेखौफ़ हुए बदमाश, बेल पर छूटकर आए अपराधी पर हुआ जानलेवा हमला | हमले की पूरी वारदात पास लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई |
25 दिसंबर को पूरी दुनिया में क्रिसमस का त्यौहार मनाया जाता है और इसके साथ ही नए साल के आने की दस्तक सुनाई देने लगती है। इतिहास में ये तारीख कई महान विभूतियों के जन्म और मरण के साथ दर्ज है।
नोबेल पुरस्कार व्यक्ति की प्रतिभा के आधार पर दिया जाने वाला विश्व का सर्वोच्च पुरस्कार है।
इसी दिन संविधान सभा ने इसे अपनी स्वीकृति दी थी। इस वजह से इस दिन को ‘संविधान दिवस’ के तौर पर मनाया जाता है।
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