श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर) 15 वर्ष से अधिक के आयु के लोगों में रोजगार की दर का एक अहम इंडिकेटर है। यह अप्रैल-जून 2024 में बढ़कर 46.8 प्रतिशत हो गया जो कि पिछले साल समान अवधि में 45.5 प्रतिशत था।
आईटी क्षेत्र में भर्ती में इस साल जुलाई में सालाना आधार पर 17 प्रतिशत की अच्छी वृद्धि हुई। कृत्रिम मेधा और मशीन लर्निंग (एआई-एमएल) क्षेत्र ने 47 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि के साथ अपना मजबूत प्रदर्शन जारी रखा।
जॉब मार्केट में तेजी से बदलाव हो रहा है। अब कंपनियां अपने कर्मचारियों को बिना सैरली बढ़ाए प्रमोशन दे रही है। इसे 'ड्राई प्रमोशन' नाम दिया है। अब तक प्रमोशन के साथ सैलरी बढ़ती है। आइए इस नए ट्रेड को समझने की कोशिश करते हैं और इसके फायदे व नुकसान को जानते हैं।
कंपनियों ने नियुक्तियों के मामले में सीनियर प्रोफेशनल्स को प्राथमिकता देना जारी रखा है। यह ट्रेंड 2023 के अधिकांश समय में देखने को मिला है। 16 वर्ष से अधिक के अनुभव वाले सीनियर प्रोफेशनल्स की भर्ती में 2023 की अक्टूबर-नवंबर की अवधि में सालाना आधार पर 26 फीसदी की जबर्दस्त बढ़ोतरी हुई है।
ब्लू-कॉलर नियोक्ताओं (49 प्रतिशत) ने 2023 में जनरेशन जेड टैलेंट (26 साल से कम उम्र वाले) की तलाश की, जबकि व्हाइट-कॉलर (41 प्रतिशत) ने मिलेनियल (27 से 41 की उम्र के) उम्मीदवारों की तलाश की।
White Collar Jobs: रिपोर्ट से पता चला है कि तीन साल तक के अनुभव वाले फ्रेशर्स सात साल से अधिक अनुभव वाले वरिष्ठ और मध्य-वरिष्ठ स्तर के पेशेवरों की तुलना में नौकरी पाने में आगे हैं।
त्योहारी सीजन में फ्रेशर्स के लिए सुनहरा मौका निकलने वाला है। त्योहरों के दौरान बढ़ी मांग को पूरा करने के लिए कंपनियां तेजी से भर्ती कर रही हैं। इसके चलते बेरोजगारी दर एक साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है। त्योहारों के दौरान बेरोजगारी दर में और कमी आने की उम्मीद है।
जॉब पोर्टल इनडीड की रिपोर्ट के अनुसार, 27 प्रतिशत कंपनी मालिक इस त्योहारी सीजन के दौरान कर्मचारियों को बढ़ी हुई कमाई की पेशकश कर रहे हैं। नौकरी चाहने वालों के लिए कंपनियों ने ज्यादा सैलरी और काम के आधार पर बोनस देने के लिए कमर कस ली है।
अक्टूबर 2021 में भारत में नई नौकरियों से जुड़ी गतिविधियां पिछले साल के मुकाबले 43 प्रतिशत बढ़ी हैं। वहीं अक्टूबर 2019 के मुकाबले इसमें 19 प्रतिशत की बढ़त रही है।
सेवा, मैन्युफैक्चरिंग और फाइनेंस, बीमा तथा रियल एस्टेट क्षेत्रों का आउटलुक सबसे बेहतर नजर आ रहा है। हालांकि तीसरी लहर को लेकर आशंकाएं भी बनी हुई हैं।
अब उम्मीद जगने लगी है और भारत में 53 प्रतिशत कंपनियों ने कहा है कि वे 2021 में अपने कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोतरी करने की तैयारी कर रही हैं।
रिपोर्ट के अनुसार बीमा क्षेत्र में नौकरियों में सबसे ज्यादा बढ़त देखने को मिली। इसके अलावा ऑटो और उससे जुड़े सेक्टर, बैंक वित्तीय सेवाएं, औषधि/जैव-प्रौद्योगिकी और एफएमसीजी सेक्टर में ज्यादा जॉब मिले। वहीं सबसे ज्यादा मौके दिल्ली और पुणें में दर्ज किए गए।
सर्वेक्षण में कहा गया है कि साल 2020 में सबसे ज्यादा रोजगार खुदरा एवं ई-कॉमर्स क्षेत्र (1,12,000) में सृजित होने की उम्मीद है।
अगले साल यानी 2019 में करीब चार वर्ष के अंतराल के बाद विभिन्न क्षेत्रों में नियुक्तियां बढ़ेंगी।
वर्ष 2018 के दौरान देश में अधिकांश कंपनियां अपने कर्मचारियों के वेतन में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी करेंगी। इतना ही नहीं इस साल नई भर्तियों में भी वृद्धि होने की संभावना है।
वर्ष 2018 के दौरान देश में अधिकांश कंपनियां अपने कर्मचारियों के वेतन में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी करेंगी। इतना ही नहीं इस साल नई भर्तियों में भी वृद्धि होने की संभावना है।
Cognizant, Infosys और Wipro के बाद आईटी कंपनी टेक महिंद्रा भी अपने सैकड़ों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा सकती है।
अगले साल देश में नई नौकरियों के खूब अवसर पैदा होंगे। टाइम्सजॉब्स के सर्वे के मुताबिक नियुक्ति गतिविधियों में 10 से 15 प्रतिशत का इजाफा होगा।
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