नए साल में जॉब के मौके बढ़ेंगे। दरअसल, देश की छोटी से बड़ी कंपनियां नई हायरिंग करने की तैयारी में है। ये हायरिंग जनवरी से मार्च तक होगी।
बैंक लगभग 8,000 से 10,000 लोगों की नियुक्ति करेगा। इनमें आम बैंकिंग पद और टेक्नोलॉजी विशेषज्ञ शामिल होंगे। मार्च, 2024 तक बैंक के कुल कर्मचारियों की संख्या 2,32,296 थी।
Reddit पर हाल ही में एक पोस्ट वायरल हुई है जिसमें एक मैनेजर ने खुलासा किया कि उसकी कंपनी के एचआर डिपार्टमेंट के आधे लोगों को फायर कर दिया गया।
मैनपावरग्रुप इंडिया और मिडिल ईस्ट के प्रबंधक निदेशक, संदीप गुलाटी की ओर से कहा गया कि हायरिंग में तेजी दिखाती है कि देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति मजबूत है। बड़े स्तर पर इन्फ्रास्ट्रक्चर डेपलवमेंट और विदेश नीतियों में मल्टीलेटरल अप्रोच से निर्यात बढ़ा है।
श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर) 15 वर्ष से अधिक के आयु के लोगों में रोजगार की दर का एक अहम इंडिकेटर है। यह अप्रैल-जून 2024 में बढ़कर 46.8 प्रतिशत हो गया जो कि पिछले साल समान अवधि में 45.5 प्रतिशत था।
आईटी क्षेत्र में भर्ती में इस साल जुलाई में सालाना आधार पर 17 प्रतिशत की अच्छी वृद्धि हुई। कृत्रिम मेधा और मशीन लर्निंग (एआई-एमएल) क्षेत्र ने 47 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि के साथ अपना मजबूत प्रदर्शन जारी रखा।
मंत्रालय की ओर से अलग-अलग सेक्टर से उपलब्ध नौकरियों की व्यापक संख्या बताती है कि इंडस्ट्री में नौकरियों के अवसर हैं। मौजूदा नौकरियां 12वीं पास, आईटीआई और डिप्लोमा डिग्री होल्डर्स के लिए हैं।
इंफोसिस के सीएफओ जयेश संघराजका ने कहा कि पिछली कई तिमाहियों में हम चुस्त भर्ती आधार पर आगे बढ़े हैं। हम कैंपस के अंदर और बाहर से फ्रेशर्स को नियुक्त करते हैं।
जॉब मार्केट में तेजी से बदलाव हो रहा है। अब कंपनियां अपने कर्मचारियों को बिना सैरली बढ़ाए प्रमोशन दे रही है। इसे 'ड्राई प्रमोशन' नाम दिया है। अब तक प्रमोशन के साथ सैलरी बढ़ती है। आइए इस नए ट्रेड को समझने की कोशिश करते हैं और इसके फायदे व नुकसान को जानते हैं।
सोशल मीडिया पर एक लिंक्डइन पोस्ट का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है जिसे पढ़ने के बाद आपको यकीन नहीं होगा कि लोग ऐसे भी पोस्ट डालते हैं।
ग्रांट थॉर्नटन इंडिया के पार्टनर सिद्धार्थ निगम ने कहा कि सकारात्मक दृष्टिकोण महज लाभ की उम्मीदों पर आधारित नहीं है। लगभग 83 प्रतिशत भारतीय मिड-मार्केट कंपनियों को आने वाले वर्ष में राजस्व में वृद्धि की उम्मीद है, क्योंकि देश का विशाल घरेलू बाजार आकर्षक अवसर प्रदान करता है।
कंपनियों ने नियुक्तियों के मामले में सीनियर प्रोफेशनल्स को प्राथमिकता देना जारी रखा है। यह ट्रेंड 2023 के अधिकांश समय में देखने को मिला है। 16 वर्ष से अधिक के अनुभव वाले सीनियर प्रोफेशनल्स की भर्ती में 2023 की अक्टूबर-नवंबर की अवधि में सालाना आधार पर 26 फीसदी की जबर्दस्त बढ़ोतरी हुई है।
ब्लू-कॉलर नियोक्ताओं (49 प्रतिशत) ने 2023 में जनरेशन जेड टैलेंट (26 साल से कम उम्र वाले) की तलाश की, जबकि व्हाइट-कॉलर (41 प्रतिशत) ने मिलेनियल (27 से 41 की उम्र के) उम्मीदवारों की तलाश की।
White Collar Jobs: रिपोर्ट से पता चला है कि तीन साल तक के अनुभव वाले फ्रेशर्स सात साल से अधिक अनुभव वाले वरिष्ठ और मध्य-वरिष्ठ स्तर के पेशेवरों की तुलना में नौकरी पाने में आगे हैं।
त्योहारी सीजन में फ्रेशर्स के लिए सुनहरा मौका निकलने वाला है। त्योहरों के दौरान बढ़ी मांग को पूरा करने के लिए कंपनियां तेजी से भर्ती कर रही हैं। इसके चलते बेरोजगारी दर एक साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है। त्योहारों के दौरान बेरोजगारी दर में और कमी आने की उम्मीद है।
जॉब पोर्टल इनडीड की रिपोर्ट के अनुसार, 27 प्रतिशत कंपनी मालिक इस त्योहारी सीजन के दौरान कर्मचारियों को बढ़ी हुई कमाई की पेशकश कर रहे हैं। नौकरी चाहने वालों के लिए कंपनियों ने ज्यादा सैलरी और काम के आधार पर बोनस देने के लिए कमर कस ली है।
कंपनी को त्योहारी सत्र से पहले अपनी आपूर्ति श्रृंखला में एक लाख से अधिक नए रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है।
इन्डीड इंडिया एंड सिंगापुर करियर एक्सपर्ट सौमित्र चंद ने कहा, “कोविड महामारी के बाद से होटल-रेस्तरां उद्योग शायद सबसे प्रभावित क्षेत्रों में से एक था।
करीब 50 फीसदी कंपनियों ने नई भर्तियों के अलावा पुराने पदों पर नियुक्तियों की उम्मीद जताई है। वहीं 29 प्रतिशत कंपनियों ने सिर्फ नई भर्तियों की बात कही है जबकि 17 प्रतिशत ने कर्मचारियों की संख्या बरकरार रखने की बात कही है।
देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर एक्सपोर्टर कंपनी TCS ने दिसंबर 2022 की तिमाही में कुल कर्मियों की संख्या में गिरावट आने के बावजूद कहा है कि वह वित्त वर्ष 2023-24 में 1.25 लाख से अधिक लोगों को नौकरी देगी।
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