बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ लगातार अत्याचार बढ़ रहे हैं। ऐसे में अब बांग्लादेश के हिंदुओं के पक्ष में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच उतर चुका है। इस बीच मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने संभल दंगे का आरोप सपा और कांग्रेस पर लगाया है।
बांग्लादेश में जब से शेख हसीना ने प्रधानमंत्री का पद छोड़ा है। तब से वहां अल्पसंख्यकों का कत्लेआम मचा हुआ है। बांग्लादेश में कट्टरपंथियों ने आतंक मचा रखा है। हिंदूओं को चुन-चुनकर मारा जा रहा है।
बांग्लादेश से भारत आ रहे इस्कॉन के प्रतिनिधियों को वहां रोक लिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि उन्हें भारत जाने की इजाजत नहीं है।
ISKCON कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण ने बांग्लादेश में हो रही घटनाओं को लेकर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की ओर से गिरफ्तारियों या मंदिरों की बंदी के पीछे कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया गया है।
बांग्लादेश में हिंदुओं के घरों पर हमला किया जा रहा है। वहीं, अब इस्कॉन से जुड़े साधु-संतों को भी कंटरपंथी लोग परेशान कर रहे हैं। वहां का स्थानीय प्रशासन उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दे रहा है।
राजधानी ढाका में इस्कॉन के ख़िलाफ़ प्रदर्शन हुए। ढाका की बैतुल मुकर्रम मस्जिद में जुमे की नमाज़ के बाद, हिफ़ाज़ते इस्लाम संगठन के हज़ारों कार्यकर्ताओं ने इस्कॉन के ख़िलाफ़ मार्च किया। इस्कॉन पर पाबंदी लगाने की मांग की
बांग्लादेश में तख्ता पलट के बाद से ही हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार जारी है। इस बीच बांग्लादेश में तीन हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया है। हमलावरों ने तीन हिंदू मंदिरों पर पथराव किया। इस कारण मंदिर क्षतिग्रस्त हो गए। बता दें कि इस्कॉन मंदिर के प्रमुख चिन्मय कृष्ण दास को भी बीते दिनों गिरफ्तार किया गया था।
बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद से वहां अल्पसंख्यक यानी हिंदू समुदाय पर जानलेवा हमले हो रहे हैं। हिंदुओं के घरों पर आग लगा दी जा रही हैं। साधू-संतों को पकड़ कर मारा जा रहा है। साथ ही उन्हें जेल भी डाल दिया जा रहा है।
चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद से बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का बयान सामने आया है। उन्होंने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को जमकर निशाना साधा है।
इस्कॉन बांग्लादेश के महासचिव चारु चंद्र दास ब्रह्मचारी ने कहा है कि कुछ लोग हमारे संगठन के खिलाफ गलत प्रचार कर रहे हैं। इस्कॉन पर प्रतिबंध लगाने जैसी अनुचित मांग की जा रही है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के मामले को लेकर आज फिर आपनी आवाज बुलंद की। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ‘कट्टरपंथियों के चंगुल’ में है।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर उपद्रवियों का तांडव जारी है। ऐस लग रहा है जैसे उपद्रवियों को हिंदुओं और उनके घरों, दुकानों प्रतिष्ठानों व मंदिरों पर हमले करने की खुली दे दी गई है। वह हिंदुओं को लाठी-डंडों और हथियारों से मार रहे हैं और गली-गली उनको खोज रहे हैं।
चटगांव इस्कॉन पुंडरीक धाम के अध्यक्ष चिन्मय कृष्णन दास प्रभु को बांग्लादेश के कोर्ट से झटका लगा है। इस मामले में अदालत ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी है।
बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया है। चिन्मय प्रभु की रिहाई को लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन हुए। इस दौरान एक बार फिर हिंदुओं को निशाना बनाया गया है।
भारत आजाद हुआ गुलामी से लेकिन जातिवाद की गुलामी से नहीं, जातिवाद की गुलामी ने इस देश को तोड़ कर रख दिया है। यह कहना है बाबा बागेश्वर का, जो देश के हिंदुओं को एक जुट करने के लिए अपनी संकल्प यात्रा पर निकले हुए हैं।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हिंदू बच्चियां सुरक्षित नहीं है। सिंध में हिंदू लड़कियों का अपहरण कर उन्हें जबरन इस्लाम कबूल करवाया जा रहा है। 10 साल की एक बच्ची के साथ जो हुआ है वो जानकर आप दंग रह जाएंगे।
देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में पशुओं की चर्बी के मिलने का मसला बड़ा मुद्दा है ,ये घटना दुबारा न हो सके इसलिए हमें " सनातनी बोर्ड" चाहिए,हम इस मंच से मांग करते हैं।
बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमले के खिलाफ ट्रंप की आक्रामक टिप्पणी से अमेरिकन हिंदुओं ने खुलकर उनको वोट किया। भारतीय हिंदू समुदाय के नेता भरत बरई के अनुसार 70 फीसदी अमेरिकन हिंदुओं ने उनको वोट किया था। अब देखना है कि पद संभालने के बाद वह कैसा कार्य करते हैं।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने इसी महीने शुरू होने वाली 'हिन्दू जगाओ यात्रा' को लेकर अपना पूरा मकसद बताया है। साथ ही उन्होंने कुंभ मेले में मुस्लिमों की एंट्री बैन किए जाने पर अपना रुख सामने रखा है।
सोशल मीडिया पर मुस्लिमों के प्रजनन दर को लेकर एक पोस्ट वायरल किया जा रहा है। इस वायरल पोस्ट में मुसलमानों के प्रजनन दर को सबसे अधिक दिखाते हुए लिखा गया है कि इसलिए हमें तुरंत जनसंख्या नियंत्रण कानून की आवश्यकता है। दरअसल सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह पोस्ट फेक है।
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