पुलिस को मिली शिकायत के अनुसार चार बाइक पर सवार दो-दो अज्ञात लोग धर्मस्थल के पास सीसीटीवी में देखे गए हैं। धार्मिक स्थल पर आपत्तिजनक वस्तु के साथ एक पोस्टर भी बरामद हुआ है, जिसपर अपशब्द लिखे हुए हैं।
अब जगतगुरु परमहंस आचार्य ने 5 मई को अपने सनातन धर्मावलंबी, शिष्यों और अनुयायियों से अपील की है कि 5 मई को 11:00 बजे सभी ताजमहल के गेट पर पहुंचे
दिल्ली के हिंसा प्रभावित जहांगीरपुरी के सी-ब्लॉक में स्थानीय शांति समिति के प्रतिनिधियों ने शुक्रवार को क्षेत्र में शांति व सद्भाव की अपील की। इस दौरान दोनों समुदायों के लोग एक-दूसरे से गले मिले और दोबारा ऐसी घटनाएं न हों, यह सुनिश्चित करने का संकल्प लिया।
बाराबंकी जिला कारागार में सांप्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल पेश करते हुए मुस्लिम बंदियों के साथ 15 हिंदू बंदी भी रोजा रख रहे हैं। खास बात ये है कि इसमें जेल प्रशासन भी उनकी मदद कर रहा है।
स्कूल प्रशासन एवं पुलिसकर्मियों के समक्ष आरोप लगाने की उसकी एक वीडियो क्लिप बुधवार को सोशल मीडिया में वायरल हो गई। प्राथमिक जांच के बाद शिक्षक को कथित तौर पर निलंबित कर दिया गया।
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में एक हिंदू लड़की के परिवार ने आरोप लगाया है कि उसकी बेटी की स्कूल के शिक्षक निसार अहमद ने उस वक्त पिटाई की जब वह अपने माते पर तिलक लगाकर स्कूल गई थी।
पीड़िता का कहना है उनके घर के चारो तरफ मस्जिद बनाने की अनुमति कैसे दे दी गई। इनके घर मे ताक झाक की जाती है तो कभी अश्लील चीजे और हड्डियां फैंकी जाती है। इनकी मांग है कि प्रसाशन इन्हें यहां से अलग कहीं मकान दिला दे जहां ये चैन से रह सकें।
दिल्ली के कर्दमपुरी निवासी 'आमिर' अब अभय त्यागी बन गए हैं। मुस्लिम धर्म से ताल्लुक रखने वाले आमिर ने बीते रविवार को लोनी के रामलीला मैदान में हुए 51 कुंडीय महायज्ञ के दौरान संतों की उपस्थिति में स्वेच्छा से 'सनातन धर्म' को अपना लिया।
मुसलमानों के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के लिए कुख्यात, डासना देवी मंदिर के मुख्य पुजारी यति नरसिंहानंद ने रविवार को अपनी टिप्पणी से एक और विवाद खड़ा कर दिया कि अगर कोई मुस्लिम भारत का प्रधानमंत्री बना तो ‘‘20 साल में 50 प्रतिशत हिंदू धर्म परिवर्तन करेंगे।’’
हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने शादी में भाग लिया और उनमें से कुछ ने नूर के भाई की भूमिका निभाई।
शाहजहांपुर (Shahjahanpur) के सभी 6 विधानसभा सीटों पर दूसरे चरण में 14 फरवरी को वोटिंग होगी। इस चुनावी माहौल के बीच इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है' ( ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम ददरौल (Dadraul) विधानसभा पहुंची और जानने की कोशिश की कि आखिर ददरौल की जनता के मन में चल क्या रहा है?
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत हैदराबाद में हैदराबाद में संत श्री रामानुजाचार्य के सहस्राब्दी समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में सनातन धर्म की अहमियत को बताया। उन्होंने कहा कि हमारे सामने खड़े होने की ताकत किसी में नहीं है। आज भी भारत में 5000 साल पुराना सनातन धर्म वैसे का वैसा मौजूद है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद मनीष तिवारी ने मुख्यमंत्री पद को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मेरा व्यक्तिगत मानना है कि लोकतंत्र में सीएम चुनने का अधिकार निर्वाचित विधायकों के पास होता है। अभियान का नेतृत्व कौन करेगा, अभियान का चेहरा कौन बनेगा, यह पार्टी तय कर सकती है।
उत्तर प्रदेश में हिंदू संगठनों ने विवादित पोस्टर चिपकाए हैं। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने काशी के घाटों पर पोस्टर लगाकर गैर हिंदुओं को चेतावनी दी है।
उन्होंने कहा, "पाकिस्तान और बांग्लादेश से जिन हिंदुओं को निकाला गया था, जो मेरठ में दशकों से रह रहे थे, उनको अपना आवास या जमीन नहीं मिल पाई थी। ऐसे 63 बंगाली हिंदू परिवारों को हमने कानपुर देहात में प्रति परिवार दो एकड़ भूमि और 200 वर्ग गज भूमि मकान बनाने के लिए उपलब्ध करवायी है।
देश में चल रहे सुल्ली डील और बुल्ली बाई विवाद के बीच इसी तरह के एक और अपमानजनक चैनल के सामने आने की खबर के बाद हड़कंप मच गया। दरअसल इस चैनल के जरिए हिंदू महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा था।
"कई वर्षों तक, हिंदू समुदाय के आस्था के केंद्रों को अपमानित किया गया, और जब तक मोदी सरकार पूर्ण बहुमत के साथ केंद्र में सत्ता में नहीं आयी, तब तक किसी ने भी गौरव बहाल करने की पहल नहीं की।"
मोहन भागवत ने कहा, इतिहास गवाह है कि जब भी हिंदू ‘भाव’ (पहचान) को भूले, देश के सामने संकट खड़ा हो गया और वह टूट गया लेकिन अब (हिंदू का) पुनरूत्थान हो रहा है तथा भारत की प्रतिष्ठा वैश्विक रूप से बढ़ रही है।
मीरा कुमार ने कहा कि बहुत से लोगों ने उनके पिता बाबू जगजीवन राम से “हिंदू धर्म छोड़ने” को कहा था क्योंकि उन्हें जाति के कारण भेदभाव झेलना पड़ता था। उन्होंने कहा कि उनके पिता ने कहा कि वह अपना धर्म नहीं छोड़ेंगे और जाति व्यवस्था के खिलाफ लड़ेंगे।
बरकत की रिसर्च में यह भी कहा गया है कि बांग्लादेश में अपने खिलाफ हो रहे अत्याचारों के चलते बीते कुछ दशकों में लाखों हिंदुओं ने मुल्क छोड़ दिया है।
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