बांग्लादेश में छात्रों के आंदोलन से शुरू हुई हिंसा में कई लोगों के घर तबाह हुए हैं। कई जगहों पर आंदोलनकारियों ने अल्पसंख्यक हिंदुओं को निशाना बनाया। उनके घरों में भी आग लगा दी।
बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रही बर्बरता पर विश्व हिन्दू परिषद के नेता गोविन्द शेंडे ने कहा है कि हिन्दू समाज के लोगों को 2 बच्चे पैदा करने चाहिए ताकि भारत में ऐसी स्थिति न आए।
बिहार सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों के डीएम यानी जिलाधिकारियों को मंदिरों-मठों के रजिस्ट्रेशन करवाने के निर्देश जारी किए हैं। इसके साथ ही उनकी अचल संपत्तियों का ब्योरा भी बीएसबीआरटी को उपलब्ध करवाने को कहा गया है।
बांग्लादेश में बीते कुछ दिनों में हिंसा का दौर जारी है। यहां आरक्षण के विरोध में छात्र संगठनों का प्रदर्शन उग्र हुआ। देखते ही देखते प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देना पड़ा। प्राइवेट प्लेन से भारत आना पड़ा। भारत की स्थिति लगातार बांग्लादेश पर बनी हुई है। भारतीय सरहदों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
उद्धव ठाकरे ने बांग्लादेश के हालात पर कहा कि वहां पर हिंदुओं के ऊपर लगातार अत्याचार हो रहा है। वहां के हिंदुओं की रक्षा करना केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है।
कम से कम 34 मंदिरों पर हमला किया गया, 4 मंदिरों को जला दिया गया, 39 जिलों में हिन्दुओं के घरों में लूटपाट की गई। कई घरों में आग लगा दी गई। दो हिन्दू काउंसलर्स की हत्या कर दी गई। भारत सरकार ने इस बात पर सबसे ज्यादा चिंता जताई है।
बांग्लादेश में शेख हसीना के सत्ता और देश छोड़ने के बाद हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। कट्टरपंथियों की नजर हिंदुओं की संपत्तियों पर भी है और वो उसे को चुन-चुनकर नुकसान पहुंचा रहे हैं। मंदिरों में भी तोड़फोड़ की गई है।
योग गुरु स्वामी रामदेव ने बांग्लादेश में हिंसा की घटनाओं पर दुख जताया और कहा कि वहां रहनेवाले अल्पसंख्यक हिंदू भाइयों की रक्षा के लिए भारत को पूरी ताकत के साथ खड़ा होना होगा।
बांग्लादेश संकट के दौर से गुजर रहा है। पूरे देश में प्रदर्शन और हिंसा का दौर जारी है। प्रदर्शन की आड़ में हिंदुओं के घरों और मंदिरों में तोड़फोड़ और लूट की जा रही है। ऐसे में अब बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भारत सरकार से बड़ी अपील की है।
बांग्लादेश में हो रहे हिंदू परिवारों पर हमले को लेकर RSS के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य भैयाजी जोशी ने कहा है कि सरकार से निवेदन किया है और वह कुछ उचित कदम उठाएगी।
बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार समाप्त हो चुकी है और इसके बाद अल्पसंख्यकों पर हमले भी तेज हो गए हैं। इस बीच केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को गुरुद्वारों और मंदिरों की सुरक्षा के लिए पत्र लिखा है।
Nag Panchami 2024: नाग पंचमी का त्योहार साल 2024 में 9 अगस्त को है। इस दिन कुछ आसान से उपाय करके आप भगवान शिव और नाग देवता की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। आज हम आपको इन्हीं उपायों के बारे में जानकारी देंगे।
शेख हसीना ने बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। वह बांग्लादेश छोड़कर फिलहाल भारत आ गई हैं और उनके लंदन रवाना होने की संभावना है। इस बीच बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को भी डर सता रहा है।
प्रधानमंत्री शेख हसीना के पद से इस्तीफा देने के बाद भी पूरे बांग्लादेश में तनावपूर्ण स्थिति है। इसे लेकर बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के कुछ नेता चिंतित हैं। कई मंदिरों को भी नुकसान पहुंचाया गया है।
विश्व हिंदू परिषद के 60 वर्ष पूरे हो रहे हैं। संगठन की 4 दिवसीय बैठक में देश से 300 प्रतिनिधियों को बुलाया गया है। बैठक में प्रांत मंत्री, प्रांत अध्यक्ष ,संगठन मंत्री एवं इसके ऊपर के पदाधिकारी शामिल होंगे।
कनाडा में एक और हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई है साथ ही दीवारों पर भारत विरोधी नारे भी लिखे गए हैं। नेपियन से भारतीय मूल के कनाडाई सांसद चंद्र आर्य ने बताया कि एडमोंटन में BAPS स्वामीनारायण मंदिर को निशाना बनाया गया है।
हरियाणा के नूंह जिले में सोमवार को होने वाली ब्रज मंडल यात्रा के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पिछली बार यह यात्रा हिंसा की चपेट में आ गई थी। हिंसा के दौरान दो होमगार्ड समेत 5 लोगों की जान चली गई थी।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि ASI रिपोर्ट के आधार पर कोई भी कार्रवाई करने से पहले मामला सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में लाया जाना चाहिए। हिंदू पक्ष इसी आदेश को वापस लेने की गुहार लगा रहा है।
पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी कितनी है। यहां जनगणना 2023 के आंकड़े जारी किए हैं। आंकड़ों से पता चलता है कि पाकिस्तान की जनसंख्या 2.55 प्रतिशत की वृद्धि दर से 2017 में करीब 20.76 करोड़ से बढ़कर 2023 में करीब 24.14 करोड़ हो गई है।
धार जिले स्थित एसआई द्वारा संरक्षित 11वीं शताब्दी के स्मारक भोजशाला को हिंदू समाज द्वारा वाग्देवी (देवी सरस्वती) को समर्पित मंदिर माना जाता है। जबकि मुस्लिम समुदाय इसे कमल मौला मस्जिद कहता आया है।
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