कनाडा के ब्राम्पटन में एक हिंदू मंदिर पर हमले के आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। कनाडा पुलिस ने इस आरोपी को पकड़ा है। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार आरोपी एसएफजे का लीडर है।
कनाडा में हिंदू मंदिर पर हमले को लेकर देश के अध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर का पहला रिएक्शन सामने आया है। उन्होंने कहा-"हमलावरों ने ऐसा कृत्य करके सिर्फ हिंदुओं का ही नहीं, बल्कि सिख गुरुओं का भी अपमान किया है। ऐसे तत्वों को गिरफ्तार करके उन्हें दंडित किया जाना चाहिए।
कनाडा में हिंदू मंदिर और हिंदुओं पर हुए हमले की सीएम मोहन यादव ने निंदा की। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं को भारत बर्दाश्त नहीं करेगा। साथ ही उन्होंने भारत के सिख समाज का आभार व्यक्त किया।
कनाडा में खालिस्तान समर्थकों ने मंदिर में घुसकर हिन्दुओं पर हमला किया। इस हमले में कई लोग घायल हो गए। इस मामले में जो सबसे हैरानी की बात थी वो ये कि कनाडा पुलिस ने उल्टा काम किया और एक्शन हिंदुओं पर लिया।
कनाडा की पुलिस ने कहा था कि ब्रैम्पटन के एक मंदिर में विरोध प्रदर्शन हुआ और सोशल मीडिया पर प्रसारित घटना के कुछ अपुष्ट वीडियो में प्रदर्शनकारी खालिस्तान के समर्थन में बैनर पकड़े नजर आए।
कनाडा में हिंदू मंदिर पर खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथियों की ओर से किए गए हमले को लेकर बवाल मच गया है। भारत से लेकर कनाडा तक इस घटना की कड़ी निंदा की जा रही है। इस हमले ने कनाडा में हिंदू समुदाय को भी आक्रोशित कर दिया है।
कनाडा के ब्रैम्पटन में खालिस्तानियों ने भयंकर उत्पात मचाया है। खालिस्तान समर्थकों ने मंदिर में घुसकर लोगों पर लाठियों से हमला किया है।
कैलिफोर्निया में अब हिंदू धर्मस्थल पर हमला किया गया है। स्वामीनारायण मंदिर में हिंदू विरोधी नारे भी लिखे गए। उपद्रवियों ने 'हिंदुओं वापस जाओ' लिख दिया।
हिंदू सेना की ओर से अदालत से गुहार की गई है कि दरगाह को संकट मोचन महादेव मंदिर घोषित किया जाए और वहां पूजा पाठ करने का अधिकार दिया जाए।
अमेरिका के न्यूयॉर्क में हिंदू मंदिर पर हमला किया गया है। ये घटना न्यूयॉर्क के मेलविले क्षेत्र में स्थित बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में हुई है। भारतीय वाणिज्य दूतावास ने इस पूरे मामले पर कड़ी आपत्ति जताई है।
इंटरनेट पर एक वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि जिस इमारत में आग लगी है वह हिंदू मंदिर है। लेकिन जब इसकी पड़ताल की गई तो पता चला कि वह कोई हिंदू मंदिर नहीं बल्कि एक रेस्तरां है।
प्रधानमंत्री शेख हसीना के पद से इस्तीफा देने के बाद भी पूरे बांग्लादेश में तनावपूर्ण स्थिति है। इसे लेकर बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के कुछ नेता चिंतित हैं। कई मंदिरों को भी नुकसान पहुंचाया गया है।
कनाडा में एक और हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई है साथ ही दीवारों पर भारत विरोधी नारे भी लिखे गए हैं। नेपियन से भारतीय मूल के कनाडाई सांसद चंद्र आर्य ने बताया कि एडमोंटन में BAPS स्वामीनारायण मंदिर को निशाना बनाया गया है।
धार जिले स्थित एसआई द्वारा संरक्षित 11वीं शताब्दी के स्मारक भोजशाला को हिंदू समाज द्वारा वाग्देवी (देवी सरस्वती) को समर्पित मंदिर माना जाता है। जबकि मुस्लिम समुदाय इसे कमल मौला मस्जिद कहता आया है।
लाओस में आज से सैकड़ों वर्ष पूर्व खमेर राजाओं ने एक शिव मंदिर का निर्माण कराया था जो आगे चलकर बौद्ध मंदिर में परिवर्तित हो गया। ASI इसी मंदिर की हिंदू संस्कृति को सहेजने का काम कर रही है।
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अबू धाबी में बने पहले हिंदू मंदिर ने श्रद्धालुओं ने दर्शन का बड़ा रिकॉर्ड बना दिया है। मंदिर की देखरेख करने वाली संस्था के अनुसार पहले महीने में ही यहां 3.5 लाख से ज्यादा भक्तों ने दर्शन किया है।
अमेरिकी कांग्रेस के भारतीय मूल के पांच सांसदों ने न्याय विभाग और संघीय जांच एजेंसी (FBI) हिंदू मंदिरों में हुई तोड़फोड़ की घटनाओं पर जानकारी मांगी है। सांसदों ने कहा कि न्यूयॉर्क से कैलिफोर्निया तक मंदिरों पर हमलों ने चिंता बढ़ा दी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 14 फरवरी को अबू धाबी के इस पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया था। मंदिर दुबई-अबू धाबी शेख जायद राजमार्ग पर अल राहबा के पास 27 एकड़ क्षेत्र में लगभग 700 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है।
संयुक्त अरब अमीरात में बने पहले हिंदू मंदिर को आम जनता के लिए शुक्रवार से खोल दिया गया है। बता दें कि 14 फरवरी को अबूधाबी पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने इस मंदिर का उद्घाटन किया था। इस मंदिर को बनाने नें 700 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
अबु धाबी का हिंदू मंदिर जल्द ही आम लोगों के दर्शनार्थ भी खोल दिया जाएगा। जानिए किस तारीख से आम श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। अभी वीआईपी श्रद्धालु 29 फरवरी तक दर्शन कर सकेंगे।
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