हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। संविधान में हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया है। देश की आजादी के इतने साल बाद हिंदी भाषा दुनिया में कितनी लोकप्रिय हुई, इसे लेकर जनता की राय पूछी गई, जिसका उन्होंने जवाब दिया है।
आज देश हिंदी दिवस मना रहा है। हिंदी हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली व लिखित रूप में इस्तेमाल होने भाषा है। आइए जानते हैं कि संविधान में हिंदी का स्थान कहां है?
साल 2011 की जनगणना के अनुसार, भारत में हिंदी समझने और बोलने वालों की संख्या करीब 60 करोड़ है। वहीं, भारत से बाहर भी करोड़ों की संख्या में लोग हिंदी भाषा का प्रयोग करते हैं।
हिंदी को आज भी अंग्रेजी भाषा से कम आंका जाता है। हिंदी भाषा में भी बहतरीन करियर ऑप्शंस मौजूद हैं। अगर आपको हिंदी पसंद है और इसमें करियर बनाना चाहते हैं तो ये खबर आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी।
केंद्र सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। केंद्रीय मंत्री ने जानकारी देते हुए कहा कि एमबीबीएस की पढ़ाई के बाद अब बीटेक की पढ़ाई भी हिंदी में की जा सकेगी। इसके लिए किताबें तैयार की जाने वाली हैं।
मरने से पहले मरीज की आखिरी फोन कॉल उसके इंजीनियर रिश्तेदार की नौकरी ले बैठी है। इसका अंदेशा बीमार व्यक्ति को भी नहीं था। दरअसल मरणासन्न स्थिति में पहुंच चुके व्यक्ति ने अमेरिका में रह रहे भारतीय मूल के इंजीनियर और अपने रिश्तेदार से आखिरी बार बात करने के लिए संपर्क किया था।
अनिल वार्ष्णेय हंट्सविली मिसाइल डिफेंस कांट्रैक्टर पार्सन्स कॉरपोरेशन में बतौर सीनियर सिस्टम इंजीनियर और घटना के दिन एक अन्य कर्मचारी ने उन्हें हिंदी में बात करते हुए सुन लिया था।
अब यूएन में हिंदी भाषा का उपयोग और बढ़ने वाला है। यूएन में हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए भारत ने करोड़ों रुपयों का योगदान किया है।
Hindi Journalism Day: आज हिंदी पत्रकारिता दिवस मनाया जा रहा है। हिंदी पत्रकारिता दिवस को करीब दो शताब्दी पूरे होने वाले हैं। आइए जानते हैं कि इसकी शुरूआत कब, कैसे हुई थी?
सरकार के 15 मंत्रालयों की वेबसाइट को यूनिवर्सल एक्सेप्टेंस (यूए) के अनुकूल बनाने का काम शुरू हो चुका है और इन वेबसाइट पर हिंदी में भी सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है।
10 जनवरी को हर साल 'विश्व हिंदी दिवस' मनाया जाता है। विदेशों में भारत के दूतावास इस दिन को विशेष रूप से मनाते हैं। इसका उद्देश्य दुनिया में हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिये जागरूकता पैदा करना और हिन्दी को इंटरनेशनल भाषा के रूप में पेश करना है।
World Hindi Diwas 2023: भारत में हिंदी करीब सर्वाधिक राज्यों में बोली जाने वाली भाषा है। अलग-अलग संस्कृति होने के बावजूद इस भाषा के जरिए मिलजुल कर आपस में रहते हैं।
साल 2011 में स्थापित साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार एक साहित्यिक सम्मान है जो 24 प्रमुख भारतीय भाषाओं में उत्कृष्ट कार्यो के लिए युवा लेखकों को सालाना प्रदान किया जाता है।
हिंदी या अन्य क्षेत्रीय भाषाओं से आने वाले छात्रों को अक्सर इंजीनियरिंग में इंग्लिश से सामना करना पड़ता है। हर छात्र इंग्लिश का सामना आसानी से नहीं कर पाते, उन्हें इस दौरान काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। इन सबको देखते हुए सरकार अब इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी व अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में करवाने जा रही है।
स्टेनोग्राफर के पद के लिए सरकारी और गैर सरकारी दोनों प्रकार की नौकरियां निकलती हैं। जैसे अभी उत्तर प्रदेश पुलिस एसआई (स्टेनोग्राफर) की नौकरी निकली है। इसी तरह से हर सरकारी विभाग के लिए स्टेनोग्राफर की वैकेंसी निकलती रहती है।
हिंदी और क्षेत्रीय भाषा में मेडिकल की पढ़ाई को लेकर IMA के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. जे.ए.जयलाल ने अपनी राय रखी उन्होंने कहा कि इससे बच्चों की नॉलेज और स्किल का दायरा सीमित हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर आप क्षेत्रीय भाषा में ट्रेनिंग देते हैं, तो आप अपने नॉलेज और स्किल को अपडेट नहीं कर सकेंगे।
अब उत्तराखंड में भी अब हिंदी को विशेष महत्व देते हुए मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में होने जा रही है। उत्तराखंड के चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने इस बारे में सभी को बताया है। ऐसा करने के बाद उत्तराखंड दूसरा राज्य बनेगा। इसके लिए विशेषज्ञों की 4 सदस्यीय एक टीम बनाई गई है।
MBBS in Hindi: मध्य प्रदेश के बाद अब यूपी में योगी सरकार भी MBBS की पढ़ाई हिंदी में शुरू करने की ओर अग्रसर है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में दिलचस्पी दिखाई है। उन्होंने अधिकारियों को इसके लिए आदेश दे दिए हैं। बता दें कि इसकी तैयारियां कई महीने पहले से चल रही हैं।
अमित शाह ने कहा, ''आज का दिन आज़ादी के अमृत महोत्सव के वर्ष में भारत के चिकित्सा क्षेत्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जिसे आने वाले समय में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा। आज का दिन देश के शिक्षा क्षेत्र के लिए पुनर्जागरण और पुनर्निर्माण का दिन है।''
DMK: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन ने रविवार को संसदीय समिति की उस सिफारिश का कड़ा विरोध किया, जिसमें यह प्रस्ताव किया गया है कि कुछ खास नौकरियों के लिए उम्मीदवारों को हिंदी भाषा की जानकारी होनी चाहिए।
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