हिमाचल प्रदेश की राजनीति में घमासान मचा हुआ है। सुक्खू सरकार पर मंडरा रहा खतरे का बादल अबतक टला नहीं है। इस बीच दिग्विजय सिंह ने बयान देते हुए कहा कि सही समय पर बागी विधायकों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
धर्मपुर की जनसभा में सीएम सुक्खू ने कांग्रेस के बागी विधायकों को काला नाग बताया था। इसके बाद उन्होंने एक बार फिर यही बात दोहराई और कहा कि पार्टी को जो लोग धोखा देते हैं, वह काला नाग होते हैं।
कांग्रेस आलाकमान ने हिमाचल में डैमेज कंट्रोल का दावा किया था। लेकिन विक्रमादित्य सिंह के एक और कदम उठाया है जिसके बाद एक बार फिर से हिमाचल की राजनीति में नए उठापटक को लेकर कयास शुरू हो गए हैं।
पिछले दिनों विक्रमादित्य सिंह ने अपने इस्तीफे के वक्त मीडिया से कहा था कि सरकार सभी के योगदान से बनी है, लेकिन विधायकों की अनदेखी की गई और उनकी आवाज दबाने की कोशिश की गई।
हिमाचल प्रदेश की राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के 6 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। इसके बाद राज्य की राजनीति गरमा गई। इसके बाद अब हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की पार्टी अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने बयान दिया है कि कांग्रेस में बहुत कुछ करना बाकी है।
अगर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री को नहीं बदला तो विक्रमादित्य सिंह का गुट फिर नाराज हो जाएगा। अगर मुख्यमंत्री बदल दिया तो सुक्खू के समर्थक विधायक आंखें दिखाएंगे।
हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार पर संकट बताया जा रहा था। इसके बाद कांग्रेस आलाकमान ने डीके शिवकुमार और भूपिंदर सिंह हुड्डा को पर्यवेक्षक बनाकर भेजा था। अब माना जा रहा है कि संकट के बदल फ़िलहाल छट गए हैं।
सोशल मीडिया पर अभी जो वीडियो वायरल हो रहा है उसे देखकर आप हैरान हो जाएंगे। दरअसल एक कपल ने स्पिति वैली में -25 डिग्री तापमान पर शादी की, जिसके वीडियो ने लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींच रहा है।
हिमचाल कांग्रेस में घमासान जारी है। इस बीच सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक लोकसभा चुनाव तक मुख्यमंत्री सुक्खू की कुर्सी बची रह सकती है।
सीएम सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस सरकार लोगों के जनादेश का सम्मान करती है और पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करेगी। सीएम सुक्खू ने संवाददाताओं से कहा, "हम तो सबको माफ करने वाले लोग हैं, हम बदले की भावना से काम करने वाले लोग नहीं हैं।
हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में बीजेपी की हुई जीत के बाद शुरू हुआ सियासी हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा। ऐसे में कांग्रेस विधायकों के साथ ऑब्जर्वर की हो रही मीटिंग अब खत्म हो गई है। पहले खबर सामने आई कि विक्रमादित्य सिंह ने इस्तीफा वापस ले लिया लेकिन बाद में उन्होंने बताया कि इस्तीफा वापस नहीं लिया है।
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा के बीच सत्ता को लेकर खींचतान जारी है। इस बीच हिमाचल की 4 लोकसभा सीटें भी दिलचस्प हो गई हैं। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर हिमाचल की 4 सीटों पर INDIA TV-CNX की ओर से किए गए ओपिनियन पोल के नतीजे भी सामने आ गए हैं।
विक्रमादित्य सिंह ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर अनदेखी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सीएम की कार्यप्रणाली से कई विधायक नाराज थे और अब हालात सही नहीं थे।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस्तीफे की खबरों को प्रोपेगेंडा बताते हुए कहा कि मैं योद्धा हूं और संघर्ष करना जानता हूं। हमारी सरकार 5 साल चलेगी।
भारतीय जनता पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि हिमाचल में कांग्रेस पूरी तरह से बिखरी हुई नजर आ रही है। उनकी अपनी पार्टी संभल नहीं रही और दूसरों पर आरोप लगा रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश में जबरदस्त राजनीतिक हलचल हो रही है। विक्रमादित्य सिंह के इस्तीफा देने के बाद अब कांग्रेस हाईकमान ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से इस्तीफा मांग लिया है।
हिमाचल प्रदेश में बड़ा सियासी संकट मंडरा रहा है। एक तरफ तो सुक्खू सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं तो दूसरी तरफ स्पीकर ने 15 भाजपा विधायकों को एक दिन के लिए सस्पेंड कर दिया है।
हिमाचल प्रदेश में सुक्खू सरकार पर अब संकट के बादल मंडराते नजर आ रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने सुक्खू कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है।
हिमाचल प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मचा हुआ है। सीएम सुक्खू ने खुद कहा है कि कांग्रेस के 6 विधायकों ने अपना ईमान बेचा है। जब कोई ईमान बेच दे तो हम क्या कर सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश के राज्यसभा चुनाव में बहुत बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। जिसके बाद हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस के 6 विधायकों ने अपना ईमान बेचा है। जब कोई ईमान बेच दे तो हम क्या कर सकते हैं।
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