हिमाचल के बद्दी में भारी बारिश से मुख्य पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। इस पुल से आवाजाही पूरी तरह से रोक दी गई है। ट्रैफिक पुलिस की ओर से लोगों से वैकल्पिक मार्ग अपनाने का सुझाव दिया गया है।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की वजह से हालात काफी खराब हो चुके हैं। कई लोगों की मौत हुई है और करोड़ों का नुकसान हुआ है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी IMD ने 22-24 अगस्त तक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी से बहुत भारी बारिश के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है। इस चेतावनी को देखते हुए मंगलवार को टिहरी जिला और जौनपुर में 1 से 12वीं तक के सभी स्कूल बंद रहने के आदेश दिए गए हैं।
भारत में मानसून ट्रफ एक बार फिर से उत्तरी राज्यों की तरफ स्थानांतरित होने वाला है। इस कारण पहाड़ी राज्यों जैसे हिमाचल, उत्तराखंड को अलर्ट कर दिया गया है।
मौसम विभाग की ओर से हिमाचल प्रदेश में 22 से 24 अगस्त तक के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। बारिश के कारण नदियों के जलस्तर के बढ़ने का खतरा है।
राज्य में बारिश थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। लगातार हो रही भारी बारिश और भूस्खलन से वहां हालात बेहद खराब हैं। और इसी बीच मौसम विभाग ने राज्य के कई इलाकों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है।
भारी बारिश और भूस्खलन से जूझ रहे हिमाचल और उत्तराखंड में मौसम विभाग ने 115.6 से 204.4 मिमी तक भारी वर्षा का पूर्वानुमान जताया है। साथ ही कहा है कि इस दौरान प्रभावित इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन की आशंका है।
हिमाचल प्रदेश इन दिनों कुदरत के कहर को झेल रहा है। बारिश और भूस्खलन की घटनाओं में कई लोगों की जान चली गई है। इस तबाही के पीछे के मुख्य कारण को लेकर इंडिया टीवी ने एक पोल किया जिसके नतीजे कुछ इस प्रकार रहे।
हिमाचल प्रदेश एक बड़ी प्राकृतिक विभिषिका झेल रहा है। भारी बारिश और भूस्खलन से राज्य के कई जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। राजधानी शिमला पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है।
सुखविंदर सिंह सुक्खू के पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश के हालात को देखते हुए कांग्रेस को राजनीति नहीं करनी चाहिए। आपदा की घड़ी में हमें मिलकर काम करना चाहिए।
हिमाचल प्रदेश में बारिश और बाढ़ ने कहर बरपा रखा है। पिछले चार दिनों में बारिश, बाढ़ और लैंडस्लाइड की घटनाओं में 71 लोगों की मौत हो गई है।
हिमाचल में भारी बारिश से पूरे राज्य में आफत आ पड़ी है। राज्य में हुए लैंडस्लाइड में काफी लोगों की मौत हो गई है। अब बारिश से राज्य के अहम रेलवे ट्रैक का हिस्सा बह गया है।
हिमाचल में हो रही भारी बारिश के कारण कई जिलों में हालात खराब होते जा रहे हैं। अगले 24 घंटे तक राज्य के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है।
हिमाचल प्रदेश के शिमला, सोलन और मंडी समेत 6 ज़िलों में भयानक भूस्खलन हो रहा है। हालात इतने बुरे हो रहे हैं कि पिछले 72 घंटे के भीतर 60 से ज्यादा शव मिल चुके हैं और दर्जनों अभी भी मलबे में दबे हुए हैं।
इस बार मानसून ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी तबाही मचाई है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अब मानसून दक्षिण भारत की ओर मुड़ गया है। जानें लेटेस्ट अपडेट-
हिमाचल प्रदेश में बारिश ने कहर बरपा रखा है। यहां बारिश के कारण मरने वालों की संख्या 24 पहुंच गई है। वहीं अलग-अलग घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 50 पहुंच गई है।
हिमाचल में बारिश और लैंडस्लाइड से तबाही मची है तो वहीं उत्तराखंड में भी गंगा पूरे उफान पर है। हिमाचल में अबतक 50 लोगों की मौत हो चुकी है। जानिए अबतक के अपडेट्स-
सावन सोमवार होने की वजह से मंदिर में सुबह से भीड़ थी। इसी दौरान लैंडस्लाइड हुआ और ये लोग मलबे में दब गए हैं। आपदा के वक्त मंदिर में 25-30 लोग मौजूद थे।
हिमाचल के मंडी के धर्मपुर में सोनखड्ढ इलाके में नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद शहर में पानी घुस गया है जिससे बाढ़ के हालात बन गए हैं। बस स्टैंड में पानी भर गया है। यहां साल 2015 में ऐसी तबाही देखी थी। वहीं भारी बारिश के बाद ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ जाने से नदी का पानी रिहायशी इलाकों में तेजी से घुस रहा है।
हिमाचल प्रदेश में हो रही भारी बारिश को देखते हुए HP University ने 14 अगस्त को होने वाली पोस्ट ग्रेजुएट कक्षाओं की सभी परीक्षाएं रद्द कर दी हैं।
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