हिमाचल प्रदेश के छह बागी विधायक सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं। उन्होंने स्पीकर के अयोग्य करार देने के फैसले को चुनौती दी है।
हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये देने की घोषणा की है।
हिमाचल में मचा सियासी घमासान अभी भी जारी है। इस सियास घमासान के बीच सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के लिए एक अच्छी खबर है। सूत्रों की मानें कांग्रेस हिमाचल में सीएम नहीं बदलने वाली है। सुखविंदर सिंह सुक्खू ही हिमाचल के सीएम रहेंगे। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस कोई रिस्क नहीं लेना चाहती। हिमाचल में मुख्य
हिमाचल प्रदेश के निर्दलीय विधायकों ने कहा कि निर्दलीय विधायकों और उनके परिवार के व्यवसाय को निशाना बनाया जा रहा है। इससे सरकार नहीं बच पाएगी। बता दें कि इन विधायकों ने राज्य में कांग्रेस के खिलाफ क्रॉस वोटिंग की थी।
राज्यसभा चुनाव में ‘क्रॉस वोटिंग’ करने वाले कांग्रेस के बागी विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि पार्टी के कम से कम 9 और विधायक उनके संपर्क में हैं।
हिमाचल प्रदेश की राजनीति में घमासान मचा हुआ है। सुक्खू सरकार पर मंडरा रहा खतरे का बादल अबतक टला नहीं है। इस बीच दिग्विजय सिंह ने बयान देते हुए कहा कि सही समय पर बागी विधायकों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
धर्मपुर की जनसभा में सीएम सुक्खू ने कांग्रेस के बागी विधायकों को काला नाग बताया था। इसके बाद उन्होंने एक बार फिर यही बात दोहराई और कहा कि पार्टी को जो लोग धोखा देते हैं, वह काला नाग होते हैं।
कांग्रेस आलाकमान ने हिमाचल में डैमेज कंट्रोल का दावा किया था। लेकिन विक्रमादित्य सिंह के एक और कदम उठाया है जिसके बाद एक बार फिर से हिमाचल की राजनीति में नए उठापटक को लेकर कयास शुरू हो गए हैं।
पिछले दिनों विक्रमादित्य सिंह ने अपने इस्तीफे के वक्त मीडिया से कहा था कि सरकार सभी के योगदान से बनी है, लेकिन विधायकों की अनदेखी की गई और उनकी आवाज दबाने की कोशिश की गई।
हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का बड़ा बयान 'बागियों की समस्या पहले खत्म होनी चाहिए थी' बागियों की नाराजगी दूर करने की कोशिश करेंगे- प्रतिभा सिंह सीएम से नाराजगी के बहुत सारे मुद्दे थे- प्रतिभा सिंह वीरभद्र सिंह तुरंत विधायकों की बातें सुनते थे- प्रतिभा 'सरकार को स्थिर रखना अब सीएम की जिम्मेदा
हिमाचल प्रदेश की राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के 6 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। इसके बाद राज्य की राजनीति गरमा गई। इसके बाद अब हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की पार्टी अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने बयान दिया है कि कांग्रेस में बहुत कुछ करना बाकी है।
अगर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री को नहीं बदला तो विक्रमादित्य सिंह का गुट फिर नाराज हो जाएगा। अगर मुख्यमंत्री बदल दिया तो सुक्खू के समर्थक विधायक आंखें दिखाएंगे।
हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार पर संकट बताया जा रहा था। इसके बाद कांग्रेस आलाकमान ने डीके शिवकुमार और भूपिंदर सिंह हुड्डा को पर्यवेक्षक बनाकर भेजा था। अब माना जा रहा है कि संकट के बदल फ़िलहाल छट गए हैं।
सोशल मीडिया पर अभी जो वीडियो वायरल हो रहा है उसे देखकर आप हैरान हो जाएंगे। दरअसल एक कपल ने स्पिति वैली में -25 डिग्री तापमान पर शादी की, जिसके वीडियो ने लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींच रहा है।
1.हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की कुर्सी पर खतरा बरकरार... कांग्रेस ऑब्जर्बर आज पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को सौंपेंगे रिपोर्ट. 2. हिमाचल में कांग्रेस सरकार को फिलहाल मिली राहत... पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने इस्तीफ़े पर ज़ोर नहीं देने का दिया भरोसा.
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की कुर्सी पर खतरा बरकरार, सीएम सुक्खू अपने समर्थक विधायकों के साधने में जुटे- सूत्र
हिमचाल कांग्रेस में घमासान जारी है। इस बीच सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक लोकसभा चुनाव तक मुख्यमंत्री सुक्खू की कुर्सी बची रह सकती है।
सीएम सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस सरकार लोगों के जनादेश का सम्मान करती है और पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करेगी। सीएम सुक्खू ने संवाददाताओं से कहा, "हम तो सबको माफ करने वाले लोग हैं, हम बदले की भावना से काम करने वाले लोग नहीं हैं।
इस वक्त शिमला में जबरदस्त सियासी हलचल है....कांग्रेस अपनी सरकार बचाने की जीतोड़ कोशिश कर रही है....हालात को संभालने के लिए भूपेन्दर हुड्डा और डी के शिवकुमार शिमला पहुंच चुके हैं....कांग्रेस के सभी खेमों ने अपने अपने पत्ते चल दिए हैं..
हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में बीजेपी की हुई जीत के बाद शुरू हुआ सियासी हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा। ऐसे में कांग्रेस विधायकों के साथ ऑब्जर्वर की हो रही मीटिंग अब खत्म हो गई है। पहले खबर सामने आई कि विक्रमादित्य सिंह ने इस्तीफा वापस ले लिया लेकिन बाद में उन्होंने बताया कि इस्तीफा वापस नहीं लिया है।
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