इस सर्वे में महिलाओं के सिर ढंकने, नकाब लगाने या बुर्का पहनने जैसे विषय को भी शामिल किया था। सर्वे की रिपोर्ट वर्ष 2021 में पब्लिश हुई थी।
Karnataka का Hijab Controversy कई दिनों से देश भर में छाया हुआ है. इस मामले पर हर पार्टी के नेता प्रतिक्रिया दे रहे हैं. मामला कोर्ट से लेकर TV डिबेट तक खूब सुर्खियां बटोर रहा है. वहीं अब इस मामले में यूपी के Aligarh University की छात्राओं ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है. दरअसल Uttar Pradesh में विधानसभा का चुनाव हो रहा है. इस चुनाव में जनता का मूड समझने 'इंडिया टीवी’ का खास शो ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ की टीम हर विधानसभा पहुंचकर लोगों से चर्चा कर रही है. इसी सिलसिले में टीम अलीगढ़ यूनिवर्सिटी पहुंची जहां हिजाब का मुद्दा छाया हुआ था. छात्राओं ने कहा कि ‘’हिजाब के नाम पर देश में राजनीति हो रही है. हिंदू-मुस्लिम को बांटने की कोशिश हो रही. हिजाब बहुत पहले से पहना जा रहा है. यह मुद्दा पहले क्यों नहीं उठा? सिख पगड़ी क्यों पहनते हैं? स्कूल में सरस्वती पूजा, गायत्री मंत्र क्यों होता है?’
देशभर में हिजाब को लेकर जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। इसी बीच भोपाल से साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का बयान आया है। उन्होंने कहा कि हिंदू इतना श्रेष्ठ, इतना संस्कारी और उच्च विचारधारा का होता है कि उसे कहीं भी हिजाब पहनने की जरूरत नहीं होती है।
बोम्मई ने कहा कि हाई कोर्ट ने अपने अंतरिम आदेश में स्पष्ट कर दिया है कि उसका आदेश उन्हीं संस्थानों में लागू होगा जहां पर ड्रेस कोड है।
हिजाब विवाद पर योगी ने कहा, घर में कौन क्या पहनता है, बाजार में कौन क्या पहन के जा रहा है, ये उनका अपना विषय है।
आज कोर्ट में हिजाब का पक्ष लेने वाले वकील का ज्यादा जोर इस बात पर था कि हाई कोर्ट अपना अंतरिम आदेश वापस ले ले।
ज्ञानेंद्र ने चेतावनी देते हुए कहा, अदालत के आदेश का पालन करना और संविधान का सम्मान करना इस देश के नागरिकों की जिम्मेदारी है।
प्रिंसिपल ने मुस्लिम छात्राओं से हिजाब हटाने को कहा तो उन्होंने इनकार कर दिया। विजयपुरा में प्रिंसिपल से छात्राओं ने बहस भी की।
कॉलेजों को खोलने का फैसला कर्नाटक हाईकोर्ट के अंतरिम आदेश के तहत लिया गया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत में मुद्दों को संवैधानिक ढांचे और तंत्र के साथ-साथ लोकतांत्रिक लोकाचार और राजनीति के अनुसार हल किया जाता है।
पिछले सप्ताह कर्नाटक उच्च न्यायालय ने अपने अंतरिम आदेश में सभी छात्रों को भगवा शॉल, स्कार्फ, हिजाब या कोई भी अन्य धार्मिक निशान पहनकर कक्षा में आने पर रोक लगा दी थी।
देश हिजाब जैसे विवाद से आगे निकल चुका है लेकिन अपने सियासी फायदे के लिए इसका इस्तेमाल हो रहा है और लोग अपने-अपने ढंग से मतलब निकाल रहे हैं।
आरोप है कि गुरुग्राम साइबर सिटी में महिला ने पहले कैब ड्राइबर पर चाकुओं से हमला किया और फिर महिला पुलिसकर्मी से भी हाथापाई का प्रयास किया। फिलहाल पता नहीं चल पाया है कि वह कहां की रहने वाली है।
ओवैसी ने लिखा, 'मोदी सरकार ने फैसले को प्रवासी भारतीयों के हित में बताते हुए उसका स्वागत किया था। अगर आयरलैंड के लिए ये 'ऐतिहासिक' था तो कर्नाटक की बच्चियों से तकलीफ क्यूँ? उनकी प्रतिष्ठा (Dignity) की धज्जियां क्यूँ उड़ाई जा रही हैं?'
इस बीच कर्नाटक में 10वीं तक के स्कूल सोमवार को फिर से खुल गए। हालांकि, इस दौरान उडुपी, दक्षिण कन्नड़ तथा बेंगलुरु के संवेदनशील इलाकों में निषेधाज्ञा लागू रही।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के स्कूलों में सभी स्कूली बच्चे एक ही तरह के ड्रेस पहनते हैं। उन्होंने कहा कि देश-दुनिया में कोई बात होती है, वह एक अलग बात है, बिहार में ऐसी कोई बात नहीं है। हमलोग तो काम करने में लगे हुए हैं। सबके लिए हमलोग काम करते हैं और सबकी इज्जत करते हैं।
हिजाब के मुद्दे पर कर्नाटक हाईकोर्ट में सुनवाई कल तक के लिये टल गई है। कल दोपहर ढाई बजे फिर हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। लेकिन उससे पहले ही आज यूपी चुनाव के दूसरे चरण के मतदान में हिजाब विवाद फिर तूल पकड़ने लगा। इसी पर देखिए आज की बहस मुक़ाबला में।
कर्नाटक में हिजाब पहनकर स्कूल कॉलेज में एंट्री को लेकर विवाद जारी है। हाईकोर्ट के अनुरोध के बाद आज यानी 14 फरवरी से 10वीं तक के स्कूल खोल दिए गए हैं। करीब पांच दिन राज्य में एक बार फिर स्कूल खुल गए हैं।
हालात बिगड़ने के बाद फिलहाल स्कूल बंद कर दिए गए थे। अब 9वीं और 10वीं के लिए स्कूल खोल दिए गए हैं। हालांकि जूनियक और डिग्री कॉलेज में 16 फरवरी तक के लिए अवकाश है, इसलिए ये बाद में खुलेंगे।
कल यूपी में दूसरे चरण में 55 सीट पर वोटिंग है। मतदान से ठीक पहले मॉडर्न जिन्ना का पन्ना खुल गया है। तालिबान की एंट्री हो चुकी है, असम के मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी को लेकर ऐसा बयान दिया है कि उस पर सियासी पारा चढ़ गया है। ओवैसी भी इस बार यूपी के चुनाव में खुलकर खेल रहे हैं। हिजाब के मुद्दे पर वो लगातार बयानबाजी कर रहे हैं। वो कह रहे हैं कि एक दिन ऐसा भी आएगा कि हिजाबी महिला प्रधानमंत्री होगी। कुरुक्षेत्र में आज देखिए इसी मुद्दे पर बड़ी बहस
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