कर्नाटक में उगादी पर्व से पहले हिजाब के बाद अब हलाल पर विवाद शुरू हो गया है। जहां इसे हिन्दू संघठन हटाने की मांग कर रहे हैं वहीं BJP के नेता सीटी रवि ने इसे 'आर्थिक' जिहाद का नाम दिया है। #CTRavi #Halal #Karnataka
कर्नाटक हाई कोर्ट ने हिजाब को लेकर अपना फैसला सुना दिया है। हाई कोर्ट के तीनों जजों ने कर्नाटक सरकार के फैसले को सही करार दिया है। हिजाब पर ओवैसी, अबू आजमी समेत तमाम नेताओं ने अपना विरोध जताया है। इस मुद्दे को लेकर लगातार साजिश भी की गई । लेकिन हकीकत क्या है हिजाब का। देखिए आज की बात में रजत शर्मा बता रहे हैं हाई कोर्ट के 129 पन्नों के जजमेंट का सच।
आज कर्नाटक हाई कोर्ट ने हिजाब विवाद पर ऐतिहासिक फैसला सुना दिया। इसे लेकर कर्नाटक के शिक्षामंत्री बीसी नागेश ने इंडिया टीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत की।
कर्नाटक हाईकोर्ट ने शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पर बैन को चुनौती देने वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया है। कोर्ट ने याचिकाओं को खारिज करते हुए कहा कि हिजाब धर्म का अनिवार्य हिस्सा नहीं है। कोर्ट ने कर्नाटक सरकार के आदेश को संवैधानिक बताया है।
हिजाब विवाद पर आज कर्नाटक हाई कोर्ट में फैसला सुनाया जाएगा। इसे लेकर बैंगलोर समेत कई ज़िलों में धारा 144 लागू कर दिया गया है।
हिजाब का विवाद कर्नाटक में शुरू हुआ। जनवरी की शुरुआत में नेशनल मीडिया में ये विवाद ख़बरों में आने लगा। और अब फरवरी का महीना ख़त्म होने जा रहा है। लेकिन हिजाब का मुद्दा और तेज़ हो गया है। दो महीनों के अंदर ये मुद्दा इतना बड़ा बन चुका है कि अब उत्तर प्रदेश का चुनाव भी हिजाब के मुद्दे पर लड़ा जा रहा है। उत्तर प्रदेश जहां की आबादी क़रीब 24 करोड़ है। जहां के मुद्दे अपने आप में इतने बड़े हैं। कि देश के बाक़ी मसले छोटे पड़ जाते हैं। ऐसे में जब यूपी में हिजाब के नाम पर वोट मांगे जा रहे हैं। और इसके समर्थकों की रेस में असदुद्दीन ओवैसी सबसे आगे हैं।
हिजाब विवाद के पीछे CFI और उसकी पेरेंट ऑर्गनाइजेशन PFI का हाथ बताया जा रहा है। आज PFI ने राजस्थान के कोटा में डेमोक्रेसी बचाओ के नाम से एक सभा बुलाई। बात तो हिजाब से शुरु की गई लेकिन हिजाब का सहारा लेकर निशाना बनाया गया प्रधानमंत्री मोदी को। मुस्लिम लड़कियों के हक को बहाना बनाया गया लेकिन बात पहुंच गई योगी आदित्यनाथ को गर्मी दिखाने तक। क्या है इसके पीछे का असली मकसद? देखिए आज की बात रजत शर्मा के साथ।
Karnataka का Hijab Controversy कई दिनों से देश भर में छाया हुआ है. इस मामले पर हर पार्टी के नेता प्रतिक्रिया दे रहे हैं. मामला कोर्ट से लेकर TV डिबेट तक खूब सुर्खियां बटोर रहा है. वहीं अब इस मामले में यूपी के Aligarh University की छात्राओं ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है. दरअसल Uttar Pradesh में विधानसभा का चुनाव हो रहा है. इस चुनाव में जनता का मूड समझने 'इंडिया टीवी’ का खास शो ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ की टीम हर विधानसभा पहुंचकर लोगों से चर्चा कर रही है. इसी सिलसिले में टीम अलीगढ़ यूनिवर्सिटी पहुंची जहां हिजाब का मुद्दा छाया हुआ था. छात्राओं ने कहा कि ‘’हिजाब के नाम पर देश में राजनीति हो रही है. हिंदू-मुस्लिम को बांटने की कोशिश हो रही. हिजाब बहुत पहले से पहना जा रहा है. यह मुद्दा पहले क्यों नहीं उठा? सिख पगड़ी क्यों पहनते हैं? स्कूल में सरस्वती पूजा, गायत्री मंत्र क्यों होता है?’
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