हिजाब विवाद के पीछे CFI और उसकी पेरेंट ऑर्गनाइजेशन PFI का हाथ बताया जा रहा है। आज PFI ने राजस्थान के कोटा में डेमोक्रेसी बचाओ के नाम से एक सभा बुलाई। बात तो हिजाब से शुरु की गई लेकिन हिजाब का सहारा लेकर निशाना बनाया गया प्रधानमंत्री मोदी को। मुस्लिम लड़कियों के हक को बहाना बनाया गया लेकिन बात पहुंच गई योगी आदित्यनाथ को गर्मी दिखाने तक। क्या है इसके पीछे का असली मकसद? देखिए आज की बात रजत शर्मा के साथ।
अलीगढ़ की छात्राओं ने कहा कि ‘हिजाब पहनना हमारा राइट है। हमारा हक कोई नहीं छीन सकता। हमारे इस्लाम में दिया गया है कि हम हिजाब पहनें। हम खुद को ढंक सके ताकि दुनिया की गंदी नज़र से खुद को बचा सकें।’
Karnataka का Hijab Controversy कई दिनों से देश भर में छाया हुआ है. इस मामले पर हर पार्टी के नेता प्रतिक्रिया दे रहे हैं. मामला कोर्ट से लेकर TV डिबेट तक खूब सुर्खियां बटोर रहा है. वहीं अब इस मामले में यूपी के Aligarh University की छात्राओं ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है. दरअसल Uttar Pradesh में विधानसभा का चुनाव हो रहा है. इस चुनाव में जनता का मूड समझने 'इंडिया टीवी’ का खास शो ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ की टीम हर विधानसभा पहुंचकर लोगों से चर्चा कर रही है. इसी सिलसिले में टीम अलीगढ़ यूनिवर्सिटी पहुंची जहां हिजाब का मुद्दा छाया हुआ था. छात्राओं ने कहा कि ‘’हिजाब के नाम पर देश में राजनीति हो रही है. हिंदू-मुस्लिम को बांटने की कोशिश हो रही. हिजाब बहुत पहले से पहना जा रहा है. यह मुद्दा पहले क्यों नहीं उठा? सिख पगड़ी क्यों पहनते हैं? स्कूल में सरस्वती पूजा, गायत्री मंत्र क्यों होता है?’
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