पूर्व रक्षा अधिकारी को फांसी कब दी गई इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। हालांकि, कहा जा रहा है कि उन्हें कुछ दिन पहले फांसी दी गई। ब्रिटेन की एमआई-6 खुफिया एजेंसी का जासूस होने का सबूत पेश किए बिना ईरान ने अकबरी पर जासूसी का आरोप लगाया था। ईरान ने अकबरी का एक अत्यधिक संपादित वीडियो प्रसारित किया।
Iran Again Hanged 3 Protesters: ईरान में खुले आम मानवता का गला घोटा जा रहा है और संयुक्त राष्ट्र जैसी संस्थाएं भी चुप्पी साधे हैं। सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले लोगों को ईरान लगातार मौत के घाट उतार रहा है। ताजा मामले में ईरान की सरकार ने फिर 3 प्रदर्शनकारियों को मौत की सजा दी है।
बेहमन को 19 अक्टूबर को एक साक्षात्कार के बाद गिरफ्तार किया गया था जो उन्होंने चैनल 13 को दिया था, जिसमें उन्होंने सितंबर में महसा अमिनी की मौत के बाद देश में विरोध प्रदर्शनों के बारे में इस्लामी शासन की आलोचना की थी।
Year Ender 2022: इस साल बहुत सी ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिनके बारे में शायद ही किसी ने कल्पना की हो। ईरान से लेकर ब्रिटेन जैसे देश तक इसमें शामिल हैं।
Protester Hanged in Iran: ईरान में प्रदर्शनकारियों पर जुर्म की हर हदें पार की जा रही हैं। सरकार ने सोमवार को एक और व्यक्ति को खुलेआम बीच सड़क क्रेन पर लटका कर फांसी दे दी। व्यक्ति का जुर्म सिर्फ इतना था कि उसने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में भाग लिया था। ईरान में पिछले एक हफ्ते में यह दूसरा मामला है।
Protest in Iran:संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष मानवाधिकार कार्यकर्ता ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन के दौरान किये गये एक कथित अपराध को लेकर ईरान द्वारा दोषी व्यक्ति को पहली बार मौत की सजा दिया जाना बहुत परेशन करने वाला है।
तमाम क्रूरता के बावजूद ईरानी महिलाओं ने अपना प्रदर्शन जारी रखा। आखिर में ईरान सरकार को झुकना ही पड़ा। अब ईरान सरकार ने मोरैलिटी पुलिस को ही सस्पेंड कर दिया है।
Anti Hijab Protest @ FIFA World Cup 2022: कतर में चल रहे फीफा वर्ल्ड कप ईरान के फुटबाल खिलाड़ियों ने महिलाओं के हिजाब विरोध का समर्थन करते हुए अपने देश का राष्ट्रगान गाने से इंकार कर दिया। खास बात यह है कि खिलाड़ियों के साथ ही साथ स्टेडियम में मौजूद ईरान के दर्शक भी राष्ट्रगान गाने का विरोध कर रहे थे।
Death Penalty in Iran for Protest:क्या आप कभी सोच सकते हैं कि सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने पर मौत की सजा भी किसी को दी जा सकती है...शायद नहीं। मगर यह सच है। सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले एक आंदोलनकारी को मौत की सजा सुनाए जाने से पूरी दुनिया में तहलका मच गया है।
हिजाब को लेकर विरोध प्रदर्शन की आग ईरान से होते हुए इंडिया तक पहुंच गई है। यहां केरल में एक संगठन की महिलाओं ने हिजाब जलाकर भारी प्रदर्शन किया। भारत में हिजाब जलाकर प्रदर्शन करने का यह पहला मामला सामने आया है।
US Iran: अमेरिका ने हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों पर कार्रवाई करने के चलते ईरान को संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष महिला अधिकार निकाय से बाहर करने की मांग की है। अमेरिका का कहना है कि वह इसके लिए कोशिश करेगा।
Iran Protests: ईरान में हिजाब का विरोध करने वाले एक हजार प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमे शुरू हो रहे हैं। इन प्रदर्शनों की शुरुआत कुर्द महिला महासा अमीनी की पुलिस हिरासत में मौत के बाद हुई थी।
Iran Athlete Missing Elnaz Rekabi: ईरान की लापता बताई जा रहीं एथलीट एल्नाज रेकाबी स्वदेश वापस लौट आई हैं। उन्होंने एक प्रतियोगिता में हिजाब नहीं पहना था। कहा जा रहा था कि इसके बाद वह लापता हो गईं।
Iran Prison Fire: ऐसा माना जा रहा था कि जेल में आग साजिश के तहत लगाई गई है। क्योंकि देश में हिजाब के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
Iran Protests: ईरान की महिलाएं लंबे वक्त से बदलाव के लिए आवाज बुलंद करती रही हैं। ये महिलाएं वर्तमान में कुर्द महिला महासा अमीनी की मौत के बाद से हिजाब के खिलाफ सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रही हैं।
Hijab Controversy: हिजाब के मसले पर सुप्रीम कोर्ट किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाया है। सुप्रीम कोर्ट के दोनों जजों ने अलग-अलग फैसले दिए हैं। जस्टिस हेमंत गुप्ता ने HC के फैसले को बरकरार रखा है और बैन के खिलाफ अर्जी खारिज की है। अब बड़ी बेंच में मामले की सुनवाई होगी।
Hijab Controversy: हिजाब विवाद पर सुप्रीम कोर्ट किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाया है। इस मामले में दो जजों के बयान अलग-अलग सामने आए हैं। वही देश में इसे राजनीतिक मुद्दा बना दिया गया है। हर तरफ इसकी चर्चा की जा रही है। आपको बता दें कि कई देशों में हिजाब पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया गया है।
कर्नाटक सरकार में मंत्री वी. सुनील कुमार ने कहा, "कोई भी छात्रा हिजाब पहनकर कक्षाओं में नहीं जा सकती। कांग्रेस और प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) को समझना चाहिए कि वे समाज के खिलाफ नहीं जा सकते।"
Hijab Ban: असदुद्दीन ओवैसी ने कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले को लेकर कहा कि यह सही नहीं है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में लड़कियां हिजाब इसलिए पहन रही हैं क्योंकि कुरान में इसका जिक्र है और इसका हुक्म हमें अल्लाह ने दिया है।
Hijab Ban : हिजाब बैन पर सुप्रीम कोर्ट के दो जजों की राय अलग-अलग होने के बाद अब इसकी सुनवाई बड़ी बेंच करेगी। उधर समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हिजाब नहीं पहनने से आवारगी बढ़ती है। हिजाब नहीं पहनने से समाज को भी नुकसान होता है।
संपादक की पसंद