एक दिलचस्प समय को याद करते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जिनेवा में बताया कि किस तरह से एक अधिकारी होते हुए उन्होंने हाईजैकर्स के साथ डील किया, वो भी ऐसी परिस्थिति में जब उनके पिता खुद उस फ्लाइट में फंसे हुए थे।
नेपाल के काठमांडू से इंडियन एयरलाइंस के विमान को आतंकियों द्वारा हाईजैक करके पाकिस्तान से दुबई होते हुए कंधार तक ले जाया गया था। इसमें 180 यात्रियों की जान खतरे में थी। विमान को चलाने वाले पायलट ने घटना के 24 साल बाद पताया है कि आतंकवादी विमान का अपहरण करने के बाद उन्हें क्या निर्देश दे रहे थे।
सुमित व्यास की 'हाईजैक' की स्क्रीनिंग देखने पहुंचीं बॉलीवुड हस्तियां
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