इजरायल ने 24 साल बाद अपने दो जवानों की मौत का बदला लिया है। दरअसल, साल 2000 में इजरायल के दो जवानों की 'लिंचिंग' करके हत्या कर दी गई थी। इस घटना में भाग लेने वाले आतंकी को मार गिराया गया है।
इजरायल इन दिनों कई मोर्चों पर जंग लड़ रहा है। मिडिल ईस्ट में किसी भी वक्त जंग और जोर पकड़ सकता है। इस बीच हिजबुल्लाह द्वारा किए विस्फोट में 4 इजरायली सैनिक मारे गए हैं और कई जवान घायल हुए हैं।
लेबनान की तरफ इजरायल को हमलावर ड्रोन के जरिए निशाना बनाया गया है। इजरायली सुरक्षा बलों ने कहा है कि इस हमले में किसी के घायल होने की खबर नहीं है।
इजरायली सेना ने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के क्वॉर्टर समेत उसके 150 से ज्यादा ठिकानों को ध्वस्त करने का दावा किया है। इसमें रॉकेट लांचर, युद्ध भारण और सैन्य केंद्र भी शामिल हैं।
इजरायल की सेना ने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर जमीनी हमले शुरू कर दिए हैं। इस बीच इजरायल की सेना ने 24 गांवों में रहने वाले लोगों को गांव खाली करने की चेतावनी दी है।
ईरान और इजराइल की दूरी करीब 2100 किमी है और ईरान से इजराइल तक पहुंचने में दो देश इराक और जॉर्डन को पार करना होता है। ऐसे में ये चर्चाएं तेज हो गई हैं कि ईरान की मिसाइल क्षमता कितनी उन्नत और आधुनिक है। ईरान ने दावा किया है कि उसकी 90 फीसदी मिसाइलें इजरायल में अपने सही ठिकानों पर गिरी हैं।
मिडिल ईस्ट फिर से गहरी अशंति की ओर जा रहा है। इजरायल पर ईरान के मिसाइल अटैक ने इस बात का संकेत दे दिया। एक अक्टूबर को ईरान ने इजरायल पर मिसाइलों की बौछार कर दी।
लखनऊ, मुरादाबाद और अमेठी में बड़ी संख्या में शिया मुसलमान विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। अमेठी में तो बिना प्रशासन की परमिशन के ही मार्च निकाला गया। शिया मुसलमानों की भीड़ ने इजरायल और अमेरिका मुर्दाबाद के नारे लगाए।
एक तरफ जहां ईरान ने इजरायल पर मिसाइल अटैक किया है तो वहीं इजरायल ने हिजबुल्लाह के ठिकानों पर एक बार फिर भीषण बमबारी की है। हवाई हमले बेरूत के दक्षिणी इलाकों में किए गए हैं।
इजरायल पर हिजबुल्लाह 7 अक्टूबर को हमास हमले जैसा नरसंहार करने की प्लानिंग में था। आईडीएफ के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने इस बात का खुलासा किया है।
हिजबुल्लाह ने जिस फादी-4 मिसाइल से इजरायल में मोसाद के हेडक्वॉर्टर पर हमले का दावा किया है, वह उसकी सबसे घातक मिसाइल है।
इजरायली सेना के लेबनान में घुसने के दावे के बाद हिजबुल्लाह का बड़ा बयान सामने आया है। प्रवक्ता मोहम्मद अफ़ीफ़ी ने कहा कि इजरायल का यह दावा झूठा है और अगर वह सीमा पार करते हैं तो हिजबुल्लाह के लड़ाके उनके सैनिकों से सीधी जंग के लिए तैयार हैं।
लेबनान में घुसते ही इजरायली सेना के पैराट्रूप्स और कमांडो ने हिजबुल्लाह के ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। वहीं दूसरी तरफ आईडीएफ बेरूत समेत हिजबुल्लाह आतंकियों के अन्य ठिकानों को भीषण हवाई हमले में ध्वस्त करता जा रहा है। लेबनान में हवाई और जमीनी हमलों के बाद जगह-जगह आसमान में धुआं और आग की लपटते उठती दिख रही हैं।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से बात की है। पीएम मोदी ने कहा है कि इस दुनिया में आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं है।
इजरायल द्वारा लेबनान में किए गए एयरस्ट्राइक में हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह की मौत हो गई है। इसे लेकर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन किया है।
हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह की इजरायली हमले में मौत हो गई। वहीं नसरल्लाह की मौत के बाद पाकिस्तान में भी प्रदर्शन हुए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी देखने को मिली।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने मिडिल-ईस्ट में चल रही जंग को रोकने की बात कही है। उन्होंने कहा कि वह इसे लेकर इजरायली पीएम नेतन्याहू से बात करेंगे।
बेरूत में जिस जगह इजरायल ने घातक हमला किया था, वहीं से अब हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह का शव बरामद होने की बात कही जा रही है। दावा ये भी किया जा रहा है कि नसरल्लाह के शरीऱ पर सीधे कोई चोट का निशान नहीं है। मगर इतने घातक इजरायली हमले के बाद सवाल ये है कि उसका शव कैसे सुरक्षित रह सकता है।
फ्रांस के एक अखबार ने हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की हत्या को लेकर चौंकाने वाला दावा किया है। रिपोर्ट के अनुसार हसन नसरल्लाह की मौत के पीछे एक ईरानी जासूस का हाथ है। उसने ही नसरल्लाह के ठिकाने की आईडीएफ से जासूसी की थी।
इजरायली सेना ने हसन नसरल्लाह के बाद हिजबुल्लाह के एक और बड़े कमांडर को ढेर कर दिया है। आईडीएफ ने हिजबुल्लाह के प्रिवेंटिव सुरक्षा इकाई के कमांडर नबील कौक को एक हवाई हमले में ढेर कर दिया है।
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