सीडीएस जनरल बिपिन रावत अपनी जांबाजी, वीरता, अदम्य साहस के लिए पहचाने जाने जाते थे। पैरा कमांडोज ने भले ही उरी हमले के बाद सीमा पार जाकर सर्जिकल स्ट्राइक की थी, लेकिन उसके पीछे दिमाग जनरल रावत का था।
एक का नाम कीर्तिका और दूसरी बेटी का नाम तारिणी है। कीर्तिका की शादी हो चुकी है और वो मुंबई में रहती हैं। तारिणी दिल्ली में रहती हैं और दिल्ली हाई कोर्ट में प्रैक्टिस कर रही हैं।
तमिलनाडु में कुन्नूर के पास कल एक हेलिकॉप्टर हादसे में बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों समेत कुल 13 लोगों की मौत हो गई थी।
सीडीएस रावत समेत 14 लोग तमिलनाडु के एयरफोर्स स्टेशन सुलूर से वेलिंगटन ले जा रहे थे, जब उनका हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
यहां के गांव में चाय बागानों में काम करने वाले मजदूर उस समय अवाक रह गए जब उन्होंने जंगलों में जोरदार धमाके की आवाज के साथ ही आग की लपटों को उठते देखा।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन से दुखी हूं।
सूत्रों का कहना है कि इस वक्त सरकार का पूरा फोकस घायल ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह के ईलाज पर है। वरूण ठीक होने के बाद बताने की स्थिति में होंगे कि हादसा कैसे हुआ।
भरत सिंह रावत ने बताया कि उनके घर पर आस पास के गांवों के कुछ लोग सांत्वना देने पहुंचे हैं और सबकी आंखें आसुंओं में डूबी हैं।
जनरल रावत की पत्नी मधुलिका रावत और सशस्त्र बलों के अन्य 11 कर्मियों की मौत पर गहरा दुख जताते हुए शाह ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति भी संवेदनाएं प्रकट की।
दुखद बात ये है कि इस हादसे में CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित इसमें मौजूद 11 अन्य लोगों की मौत हो गई। इस हादसे ने उन सभी घटनाओं की यादें ताजा कर दी जिसमें भारत के कई और सपूतों को जान गंवानी पड़ी।
जनरल रावत ने जनवरी 1979 में सेना में मिजोरम में प्रथम नियुक्ति पाई थी। उन्होंने कभी नेफा इलाके में तैनाती के दौरान बटालियन की अगुवाई की।
अधिकारी के अनुसार, यदि सब कुछ सामान्य था, तो एक संभावना यह है कि, हेलिकॉप्टर कुन्नूर के पास था, यह नीचे उड़ रहा होगा या पहाड़ी में बादलों के बीच दब गया होगा।
जनरल रावत को ले जा रहा वायुसेना का एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया और हादसे के कारण का पता लगाने के लिए ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ के आदेश दिए गए हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि MI-17V5 हेलिकॉप्टर सुलूर से वेलिंगटन के लिए रवाना हुआ और चालक दल सहित हेलिकॉप्टर में 14 लोग सवार थे। CDS जनरल बिपिन रावत वेलिंगटन में डिफेंस स्टाफ कॉलेज जा रहे थे।
बिपिन रावत के पिता खुद लेफ्टनेंट जनरल थे और इस लिहाज से बिपिन रावत की परवरिश सैन्य माहौल में हुई।
हेलिकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत अपनी पत्नी मधुलिका रावत और सेना के कुछ सीनियर अधिकारियों के साथ सवार थे।
2017 में भी अरुणाचल प्रदेश में तकनीकी खराबी की वजह से वायुसेना का विमान क्रैश हो गया था। इस हादसे में आधे दर्जन से अधिक लोगों की मौत हुई थी। वहीं, 2019 में भी Mi 17V5 श्रीनगर के बड़गाम में क्रैश हो गया था। इसमें दो पायलट की मौत हो गई थी।
सीडीएस जनरल बिपिन रावत को ले जा रहा IAF का Mi-17V5 हेलिकॉप्टर आज कुन्नूर के पास हादसे का शिकार हो गया। इस हादसे की वजहों की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
आधुनिक तकनीकों से लैस सेना का ये Mi-17V5 हेलिकॉप्टर कई ऑपरेशन को अंजाम दे चुका है। हालांकि, कई बार ये हेलिकॉप्टर क्रैश भी हो चुका है।
Mi-17V5 हेलिकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत समेत 14 लोग सवार थे। इस हादसे में चार अधिकारियों की मौत हो गई है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़