अमेरिका में हेलीकॉप्टर हादसा हुआ है। हादसा ह्यूस्टन में हुआ है। इस हादसे में एक बच्चे समेत चार लोगों की मौत हो गई है।
पुणे के बावधान इलाके में हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। इलाके में कोहरा होने की ये हादसा हुआ।
रूस में हादसे का शिकार हुए हेलीकॉप्टर में सवार तीन क्रू मेंबर समेत सभी 22 लोगों की मौत हो गई है। रविवार को क्रैश साइट से 17 लोगों के शव बरामद हुए थे। हेलीकॉप्टर हादसे की जांच शुरू कर दी गई है।
ईरान के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का एक हेलीकॉप्टर हादसे में निधन हो गया था। रईसी का हेलीकॉप्टर ईरान के उत्तर पश्चिमी प्रांत के पहाड़ी इलाके में लापता हो गया था। अब एक रिपोर्ट सामने आई है जिससे रईसी की मौत से पर्दा उठ गया है।
रूस में शनिवार को लापता हुए हेलीकॉप्टर का पता लगा लिया गया है। रूसी एजेंसियों के अनुसार यह हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है, जिस पर सवार 22 में से 17 लोगों का शव मिल गया है। बाकियों की तलाश जारी है।
महाराष्ट्र के पुणे में एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया। हेलीकॉप्टर क्रैश होने का वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में हेलीकॉप्टर को जमीन पर क्रैश होते हुए देखा जा सकता है।
ऑस्ट्रेलिया में एक होटल की छत पर हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया। इस घटना के बाद होटल में मौजूद सभी लोगों को बाहर निकाला गया है। हादसे में पायलट की मौत हो गई है।
नेपाल के नुवाकोट में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हो गया है। इसमें 5 यात्रियों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि रसुवा जाने वाले इस हेलीकॉप्टर में पांच व्यक्ति ही सवार थे। इसमें चार चीनी नागरिक शामिल थे।
कंबोडियाई सैन्य हेलिकॉप्टर का मलबा एक पहाड़ की चोटी पर मिला है। करीब 17 दिन पहले हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया था। हेलिकॉप्टर में सवार दो पायलटों के शव भी बरामद किए गए हैं।
हेलीकॉप्टर हादसे में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का निधन हो गया था। रईसी को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया है। रईसी को इमाम रजा दरगाह के अंदर एक कब्र में दफनाया गया है।
भारत और ईरान की दोस्ती कितनी मजबूत है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलीकॉप्टर हादसे में निधन के बाद भारत ने 1 दिन का राजकीय शोक घोषित किया। इसके बाद अपने उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ को रईसी की श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने के लिए आधिकारिक रूप से तेहरान भेजा।
इब्राहिम रईसी के कार्यकाल में ईरान ने विदेश नीति के मामले में शानदार काम किया। रूस और चीन दोनों ही देशों के साथ ईरान के मजबूत संबंध बने। अब जब रईसी का निधन हो गया है तो कई तरह के सवाल भी उठ खड़े हुए हैं।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो जाने के बाद उनकी कुर्सी को काले कपड़े से ढंक दिया गया है। इसके पीछे शोक के अलावा धार्मिक वजह बताई जा रही है। रईसी पैगम्बर मोहम्मद के वंशज माने जाते हैं, वह हमेशा काली पगड़ी पहनते थे। इसलिए उसके प्रतीक के तौर पर मंत्रिमंडल ने यह फैसला लिया।
प्लेन क्रैश की वजह से अब तक कई बड़ी हस्तियों की जानें जा चुकी हैं। हम ऐसी ही कुछ घटनाओं के बारे में जानेंगे जिनसे पूरी दुनिया के लोग सकते में आ गए।
ईरान ने राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत के बाद कार्यवाहक राष्ट्रपति के नाम की घोषणा कर दी है। ईरान के मौजूदा उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया है।
वर्ष 1988 में क्रूर नरसंहार के लिए अमेरिका समेत कई देशों ने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी पर कड़े प्रतिबंध लगाए। बाद में हिजाब पहनने के खिलाफ हुए आंदोलन में महसा अमीनी की पुलिस हिरासत में मौत के लिए संयुक्त राष्ट्र ने युवती को शारीरिक प्रताड़ना देने के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया था।
हेलीकॉप्टर क्रैश में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री की मौत हो गई थी। अब घटनास्थल से शव का मिलना शुरू हो गया है। तस्वीरें ईरानी मीडिया द्वारा शेयर की गई हैं।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो जाने के बाद भारत को भी काफी गहरा दुख पहुंचा है। ईरान हमेशा से ही भारत का मजबूत रणनीतिक और ऊर्जा साझीदार रहा है। इसी साल इब्राहिम रईसी भारत आने वाले थे। उससे पहले उन्होंने भारत के साथ चाबहार पोर्ट का बड़ा समझौता करके अपनी दोस्ती को नया मुकाम दिया था।
ईरान के लोगों के लिए बुरी खबर सामने आई है। दरअसल ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री अमीर अब्दुल्लाहियान की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो चुकी है। घटनास्थल पर हुए क्रैश का वीडियो अब सामने आ चुका है।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर क्रैश में मौत हो चुकी है। इस बीच अब यह संभावना जताई जा रही है कि अगर उन्हें कुछ होता है तो उनके स्थान पर मोहम्मद मोखबर को ईरान का अगला राष्ठ्रपति बनाया जा सकता है। चलिए बताते हैं कि कौन हैं मोहम्मद मोखबर?
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़