लगातार भारी बारिश ने देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की रफ्तार रोक दी है। आज सुबह 8 बजे से तीन बजे के बीच मुंबई में 105.93 एमएम बारिश हो चुकी है और कई निचले इलाके पानी में डूब गए हैं।
मूसलधार बारिश से कई पेड़, बिजली के खंभे और तार उखड़ गए। यहां तक कि समूचे शहर में बिजली की आपूर्ति ठप हो गई। अधिकारियों ने कई इलाकों में बचाव अभियान में नौकाओं का इस्तेमाल किया, जबकि कई इलाकों में सुबह से बिजली नहीं आई। बीबीएमपी नियंत्रण कक्ष के एक अध
अधिकारियों के अनुसार, भारी बारिश के कारण पटना में आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। लोगों को गलियों व सड़कों पर जल भराव का सामना करना पड़ रहा है। कंकड़बाग, राजेंद्र नगर, पटलीपुत्र कॉलोनी, किदवईपुरी और कदमकुआं जैसे पॉश इलाकों में जलभराव ने पटना नगर
राजस्थान के जालौर, पाली, बाड़मेर और राजसमन्द से 1,050 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है। यहां भारी बारिश की वजह से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सीआरपीएफ, वायुसेना के दो हेलिकॉप्टर और होम गार्ड सुरक्षा कार्य में लगे हुए
टमाटर उत्पादक राज्यों में भारी बारिश के चलते इसकी आपूर्ति प्रभावित हुई है, जिसकी वजह से दिल्ली-एनसीआर में इसकी कीमतें 100 रुपए किलो तक पहुंच गई हैं।
पिछले दिनों मुम्बई में टमाटर की चोरी की खबर आने के बाद सभी टमाटर कारोबारी सतर्क हो गए हैं। यही कारण है कि थोक में टमाटर की बिक्री करने वाले व्यापारियों ने मंडी अधिकारियों से सुरक्षा की मांग की और उसके बाद उन्होंने अपने स्तर पर सुरक्षाकर्मियों की तैना
नोएडा में भी इतनी बारिश हुई है कि जगह-जगह पानी भर गया है। बारिश का पानी सड़क किनारे पार्क की हुई इस कार के अंदर घुस गया जिसके बाद कार मालिक को कार से पानी निकालने के लिए इस तरह मेहनत करनी पड़ी।
राज्य में बाढ़ संबंधी घटनाओं में अभी तक 52 लोगों की मौत हो गई है जिनमें से आठ गुवाहाटी के लोग हैं। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान का लगभग 63 प्रतिशत हिस्सा बाढ़ की चपेट में आ गया है। वहीं, ब्रमपुत्र नदी पांच स्थानों पर खतरे के निशान से उुपर बह रही है।
लांबागढ़ के पास बद्रीनाथ राजमार्ग को यातायात के लिए खोल दिया गया है। चमौली जिले में ही 50 से अधिक सड़कें बाधित हैं। मुलयागांव, ब्यासी और तोताघाट के पास ऋषिकेश-बद्रीनाथ मार्ग बाधित है। क्षेत्रीय मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह का कहना है कि अगले 48 घ
ऋषिकेश के उपजिलाधिकारी हर गिरि ने बताया कि मौसम विभाग की ओर से अगले 48 घंटों के दौरान प्रदेश में भारी बारिश के चेतावनी के चलते पहाडों में भूस्खलन की आशंका है। जिसके मद्देनजर आवागमन नियंत्रित रखे जाने की एडवाइजरी जारी की गयी है और चारधाम जाने वाले तीर
भारी बारिश के कारण गंगा, यमुना, सरयू और घाघरा नदियां उफान पर हैं और इनके जलस्तर में आगे और वृद्धि की संभावना है। निचले इलाकों और नदी के किनारे रहने वाले लोगों को उच्चतर क्षेत्रों में जाने की सलाह दी गई है।
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