अगले 48 घंटे में दक्षिण-पश्चिम मानसून के ओडिशा, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। इधर, असम में मूसलाधार बारिश की वजह से जगह-जगह लैंडस्लाइड से आफत मची हुई है। वहीं हिमाचल के कुल्लू में बादल फटने की सूचना है।
बंगाल की खाड़ी में बनी डिप्रेशन की वजह से आंध्र प्रदेश के कई तटीय जिलों में भारी बारिश हो रही है। तिरुपति शहर के कुछ इलाकों में सड़कों में भी पानी भर गया है और लोगों के घरों में पानी घुस गया है।
आईआईटी मद्रास के सिविल इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर बालाजी नरसिम्हन का कहना है कि निश्चित तौर पर यह असामान्य अक्टूबर था। उन्होंने इसके लिए अवसंरचनात्मक चुनौतियों और बेरोकटोक हो रहे विकास कार्यों को जिम्मेदार ठहराया। नरसिम्हन ने 2105 में चेन्नई में आई बाढ़ का भी अध्ययन किया था।
नैनीताल में मॉल रोड और नैनी झील के किनारे पर स्थित नैना देवी मंदिर में बाढ़ आ गयी है, जबकि भूस्खलनों के कारण एक हॉस्टल की इमारत को नुकसान पहुंचा है। नैनीताल जिला प्रशासन शहर में फंसे पर्यटकों की मदद के लिए पुरजोर प्रयास कर रहा है।
बिहार में आकाशीय बिजली गिरने से अबतक एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। जानकारी के मुताबिक, बिहार में अबतक आकाशीय बिजली गिरने से कुल 14 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि बाढ़ और बारिश से जन-जीवन बुरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को कहा कि अगले तीन-चार दिनों के दौरान उत्तर और पूर्वी भारत में भारी बारिश होने की संभावना है।
सायन रेलवे स्टेशन और जीटीबी स्टेशन के बीच रेल की पटरियों पर पानी भरने के चलते एहतियातन कुर्ला और सीएसटी के बीच लोकल ट्रेन सर्विस को रोक दिया गया है।
मौसम विभाग ने प्रदेश के सागर संभाग तथा 10 अन्य जिलों-कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, मण्डला, विदिशा, रायसेन, सीहोर, हरदा, धार, देवास एवं श्योपुर में अगले 24 घंटों में कहीं-कहीं पर अति भारी वर्षा तथा गरज-चमक के साथ बिजली चमकने व गिरने की चेतावनी भी दी है।
बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी में पहले से बने कम दबाव वाले क्षेत्र के कारण राज्य के दक्षिणी जिलों में पिछले एक सप्ताह से मध्यम से भारी बारिश हो रही है।
मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर में पिछले 24 घंटे से जारी भारी बारिश ने शनिवार को 39 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। लगातार भारी बारिश से शहर के कई इलाकों में पानी भर गया...
मौसम विभाग ने प्रदेश के 16 अन्य जिलों भोपाल, रीवा, सतना, अनूपपुर, उमरिया, डिंडोरी, छतरपुर, टीकमगढ़, राजगढ़, खंडवा, रतलाम, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर एवं शिवपुरी में अगले 24 घंटों में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना जताई है।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि मध्यप्रदेश के सागर संभाग सहित कुछ अन्य इलाकों में अगले 24 घंटे में भारी वर्षा हो सकती है।
मौसम विज्ञानियों ने कहा कि उत्तर पश्चिमी भारत पर अगले दो से तीन दिन में बंगाल की खाड़ी से आने वाली आर्द्र पूर्वी हवाओं और अरब सागर से आने वाली दक्षिणपश्चिमी हवाओं का मेल होता रहेगा।
मौसम विज्ञान विभाग ने चेतावनी दी है कि मध्यप्रदेश के इंदौर, रीवा एवं उज्जैन संभागों सहित कुछ अन्य इलाकों में अगले 24 घंटे में भारी वर्षा हो सकती है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) गुरुवार को संभावना जताई कि महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई और आसपास के इलाकों में अगले 2-3 दिनों में भारी बारिश हो सकती है।
उत्तर बंगाल के कई जिलों के अलावा, मुर्शिदाबाद, बीरभूम, पुरुलिया और दो बर्दवान जिलों सहित दक्षिण बंगाल के एक बड़े हिस्से में भी भारी वर्षा होने की संभावना है।
सितंबर का महीना खत्म हो गया है लेकिन बारिश-बाढ़ अभी भी बड़ी मुसीबत बनी हुई है। बिहार समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश-बाढ़ के कारण ना केवल लोगों को लाखों-करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ रहा है बल्कि लोगों को जान भी गंवानी पड़ रही है।
बिहार में भारी बारिश के बाद जलभराव की गंभीर स्थिति के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को हालात का जायजा लेने के लिए शहर का हवाई दौरा किया, वहीं पानी में फंसे लोगों के लिये वायुसेना के हेलीकॉप्टर की मदद से खाने के पैकेट और दूसरी राहत सामग्री गिराई गयी।
बिहार में बाढ़ के बाद अब बारिश से लोगों का हाल बेहाल है। जलभराव के चलते राजधानी पटना की सड़कों पर नावें उतर गई हैं। कई इलाकों में छह से 10 फीट तक पानी जमा है।
सबसे ज्यादा लोग उत्तर प्रदेश में मारे गए जबकि बिहार में लगातार बारिश से राज्य की राजधानी पटना की सड़कों और अन्य क्षेत्रों में जलभराव हो गया।
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