जम्मू प्रांत के कई हिस्सों में भारी बारिश के चलते जलभराव और यातायात जाम लगने के कारण शनिवार सुबह जनजीवन बाधित हो गया। बहरहाल, बारिश से किसी तरह के बड़े नुकसान की कोई खबर नहीं है।
आजमगढ़ और मिर्जापुर जिलों में शनिवार को बारिश के बीच कच्चे मकान ढहने की अलग अलग घटनाओं में छह लोगों की मौत हो गयी। मिर्जापुर से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक शहर के घंटाघर इलाके में तड़के बारिश के बीच सतीश कुमार नामक व्यक्ति का कच्चा मकान ढह गया।
यूपी के प्रयागराज में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है। जिस वजह से जनजीवन बेहाल है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत आसपास के इलाकों में हो रही तेज बारिश के चलते डीएम कौशल राज ने शुक्रवार को नर्सरी से 12वीं कक्षा तक लखनऊ के सभी स्कूलों में छुट्टी को घोषणा की है...
मध्यप्रदेश में भारी बारिश का कहर जारी है। सूबे में इस साल बारिश के दौरान हुए हादसों में कुल 202 लोगों की मौत हो चुकी है।
पंजाब के पठानकोट जिले के एक गांव में भारी बारिश के बाद एक घर की छत गिर गई। जिसमें एक महिला और उसके दो बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई।
दो महीने पहले प्रदेश की राजधानी भोपाल में मिट्टी से बनाए मेंढक और मेंढकी की शादी कराई गई थी लेकिन अब प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हो रही भारी बारिश से परेशान होकर इन दोनों का बाकायदा तलाक कराया गया है।
मध्य प्रदेश में जारी भारी बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर हैं और जनजीवन प्रभावित हो रहा है। लगातार हो रही बारिश ने तो अब प्रदेश के मंत्रियों से लेकर विधायकों को भी परेशान कर दिया है।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण पिछले दो दिन में 22 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 24 घंटों में राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश जारी रहने का अनुमान व्यक्त किया है।
बारिश के दौरान उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लॉक में बादल फटने की घटना में मरने वालों की संख्या 17 हो गई है।
यमुना और उसकी अन्य सहायक नदियों में जलस्तर बढ़ने के कारण दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में बाढ़ की चेतावनी जारी की गयी है।
भयंकर बारिश की मार झेल रहे केरल में और शव मिलने के साथ ही मृतकों की संख्या 116 पर पहुंच गई है। वहीं मलप्पुरम के कवालप्पारा और वायनाड के पुथुमला में शवों का पता लगाने के लिए ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार (जीपीआर) का इस्तेमाल किया जा रहा है।
उत्तराखंड के ऊंचाई वाले पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश और बांधों से छोड़ा गया पानी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में मुसीबत बनकर टूटा है। प्रदेश में गंगा, यमुना और घाघरा समेत कई नदियां रौद्र रूप अपना रही हैं।
उत्तराखंड के ज्यादातर स्थानों पर पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कई जगह बादल फटने तथा भूस्खलन होने से आधा दर्जन से ज्यादा लोगों के मारे जाने की आशंका है।
राजस्थान के अनेक इलाकों में भारी बारिश का दौर शनिवार को भी जारी रहा। नागौर के डेगाना में बीते चौबीस घंटे में 17 सेंटीमीटर तक बारिश हो चुकी है। राज्य के अनेक मौसमी नदी नाले भर गए हैं जबकि चंबल खतरे के निशान से उपर बह रह रही है।
भारी बारिश के कारण शनिवार को रोहतांग- मनाली मार्ग पर यातायात बाधित हो गया। कुल्लू के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि जिले के कोकसार चौकी के नजदीक एक नाले में पानी का स्तर बढ़ जाने के बाद मार्ग बाधित हो गया।
मध्य प्रदेश के जिन 18 जिलों में अतिभारी से अत्यधिक भारी वर्षा होने की चेतावनी दी गई है, उनमें आगरमालवा, मंदसौर, रतलाम, शाजापुर, देवास, उज्जैन, नीमच, राजगढ़, सीहोर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुरकलां, मुरैना, धार, अलीराजपुर, झाबुआ एवं बड़वानी शामिल हैं।
उत्तराखंड और जम्मू में भारी बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाओं में नौ लोगों की मौत हो गयी जबकि बाढ़ से पीड़ित केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और गुजरात में सोमवार को भी राहत और बचाव अभियान जारी रहा। बाढ़ प्रभावित इन राज्यों में मृतक संख्या बढ़कर 192 हो गयी है।
शिवसेना विधायक उल्हास पाटिल ने पश्चिमी महाराष्ट्र में भारी बारिश के बाद कोल्हापुर और सांगली जिलों में बाढ़ के लिए सोमवार को ‘‘नौकरशाही की सुस्ती’’ को जिम्मेदार ठहराया। पाटिल कोल्हापुर में शिरोल विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं।
तिरुवनंतपुरम। केरल में मूसलाधार बारिश का कहर अब भी जारी है और बाढ़, भूस्खलन तथा बारिश संबंधी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 67 हो गई है। प्रदेश के 2.27 लाख से अधिक लोगों ने राहत शिविरों में पनाह ली है।
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