दिल्ली-एनसीआर में गर्मी ने इस साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बुधवार को दिल्ली का पारा 44 डिग्री को पार कर गया और ये इस साल का सबसे गर्म दिन था।
प्रशांत उत्तरपश्चिम क्षेत्र को प्रभावित करने वाली लू के चलते दिन का तापमान 100 डिग्री फैरनहाइट से अधिक दर्ज किया जा रहा है जिसे राष्ट्रीय मौसम सेवा विभाग ने तीव्र, लंबा, रिकॉर्ड तोड़ने वाला, अभूतपूर्व, असामान्य और खतरनाक बताया है।
राजस्थान के विभिन्न हिस्से भीषण गर्मी की चपेट में हैं और बीते चौबीस घंटे में कई जगहों पर अधिकतम तापमान 45 डिग्री से ऊपर रहा। मौसम विभाग ने अगले दो-तीन दिन तेज गर्म हवाएं चलने की चेतावनी दी है।
दिल्ली के कुछ हिस्सों में बुधवार को तापमान 40 डिग्री के पार चला गया। वहीं, मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि अगले चार से पांच दिन राष्ट्रीय राजधानी में लू चलने की आशंका नहीं है।
मार्च के अंत में दिल्ली सहित पूरे उत्तर भारत में गर्म मौसम का जो ट्रेलर दिखा था, अगले 3 महीने में उसकी पूरी पिक्चर आने वाली है। भारतीय मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि अगले 3 महीने यानि अप्रैल से जून के दौरान उत्तर भारत, उत्तर-पश्चिम भारत के ज्यादातर सब डिविजन तथा मध्य भारत के कुछ सब डिविजन में भीषण गर्मी पड़ने वाली है।
देश की राजधानी दिल्ली में गर्मी का 76 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। भारतीय मौसम विभाग की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार सोमवार को दिल्ली में तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है जो 1945 के बाद मार्च में सबसे अधिक तापमान है।
भारत के कई हिस्सों में दिन के साथ ही रात में भी गर्मी परेशान करने लगी है। लगातार बढ़ रहे तापमान को देखते हुए यही माना जा रहा है कि इस साल गर्मी सभी रिकॉर्ड तोड़ देगी, जिससे लोगों की परेशानी बढ़ेगी।
मौसम विभाग के अनुसार राज्य के लोगों को अगले चौबीस घंटे भी गर्मी से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है।
दिल्ली सहित उत्तर भारत के अनेक राज्यों में रविवार को हल्की से मध्यम बारिश हुई जिससे क्षेत्र में लू से एक सप्ताह राहत मिलने के आसार हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अरब सागर के ऊपर बना कम दबाव क्षेत्र चक्रवाती तूफान में तब्दील होकर ऊपरी पश्चिमी तट की ओर बढ़ सकता है।
पूरा उत्तर भारत इस वक्त भीषण गर्मी से परेशान है, इस बीच मौसम विभाग ने दिल्ली में हल्की बारिश और आंधी की संभावना जताई है।
उत्तर प्रदेश में तापमान में लगातार हो रही बढ़ोतरी ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। मई का महीना खत्म होने को है और गर्मी अपने चरम पर पहुंच गई है।
पश्चिमी विक्षोभ एक चक्रवाती तूफान है जो भूमध्यसागर से पैदा होकर मध्य एशिया में से गुजरता है। हिमालय के संपर्क में आने पर इससे पहाड़ों और मैदानों पर बारिश होती है।
कोरोना महामारी के बीच अगले कुछ दिन मौसम की मार सहने को तैयार हो जाइए। कई राज्यों में भीषण गर्मी पड़ रही है। उत्तर औऱ मध्य भारत, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, यूपी, महाराष्ट्र, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ सहित देश के 9 राज्यों में जबरदस्त लू चल रही है।
लंबे समय तक लू से राहत के बाद अब दिल्ली में तापमान में वृद्धि शुरू हुई है। पिछले एक सप्ताह से दिल्ली-एनसीआर में बारिश नहीं हुई है, जिसकी वजह से आसमान साफ और मौसम शुष्क बना हुआ है और तापमान बढ़ने लगा है।
अमेरिका के शहर इस समय भयंकर गर्मी की मार झेल रहे हैं। अमेरिका में न्यूयार्क, फिलाडेल्फिया और वाशिंगटन समेत कई बड़े शहरों में तापमान रिकॉर्ड तोड़ रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने शुक्रवार को कहा कि इस साल नौ जून तक भीषण गर्मी से जुड़ी बीमारियों के कारण देश में 36 लोगों की मौत हुई है।
गर्म हवा के कारण कई इलाकों में धारा 144 लगा दी गई है। इसके साथ-साथ सरकार ने कई तरह की एडवायजरी भी जारी की है ताकि गर्म हवा और लू के थपेड़ों से लोगों को बचाया जा सके।
देश के अधिकतर हिस्सों में तेज लू का प्रकोप जारी है और बिहार में एक दिन में लू लगने से कम से कम 44 लोगों की मौत हो गई। वहीं पश्चिमी और उत्तरी राज्यों में रविवार को बारिश से तापमान में कुछ कमी आई।
बिहार में लू लगने से गर्मी के इस मौसम में अबतक 57 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे अधिक मौत औरंगाबाद जिले में हुई है।
बिहार में लू लगने से इस गर्मी के मौसम में अब तक कुल 44 लोगों की मौत हो चुकी है। आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, बिहार में लू लगने से कल तक 44 लोगों की मौत हो चुकी है।
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