भारतीय महिलाओं में हृदय रोग तेजी से बढ़ रहा है और इसके पीछे उनकी सुस्त जीवनशैली, तनाव, प्रदूषण कारण हो सकते हैं। ऐसे में महिलाओं को हृदय रोग को समझने और उसके प्रति जागरूक करने की जरूरत है।
देश में ह्रदयधमनी रोगों यानी कार्डियोवैस्कुलर डिसीज (सीवीडी) के कारण होने वाली मृत्यु की कुल संख्या 1990 में 15 फीसदी थी, जो 2016 में बढ़कर 28 फीसदी हो गई है। हार्ट फेलियर इन सभी सीवीडी में मृत्यु दर का प्रमुख कारण है,
इस भागदौड़ भरी जिंदगी में थोड़ा व्यायाम और अच्छा खानपान दोनों ही जरूरी हैं। इससे आपका दिल तंदुरुस्त रहता है और आपकी उम्र भी लंबी हो सकती है। इसके लिए न्यूट्रिशनिस्ट और बेलैंस को न्यूट्री एक्टीवेनिया की प्रमुख अवनि कौल ने दिल को स्वस्थ रखने के लिए ये पांच सुझाव दिए हैं।
अनियमित आहार के कारण 30 से 40 साल की उम्र के लोगों को दिल संबंधी रोगों की बीमारियों होने लगी हैं। समस्या इतनी आम हो चुकी है कि छोटी उम्र के बच्चे भी इस बीमारी का शिकार होते जा रहे हैं।
कई बार होता है कि यूरीन में झाग या फिर अनियमित रुप से आती है तो यह कई बीमारियों का संकेत हो सकता है। अगर आपके साथ कुछ ऐसा है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। जिससे आप किसी गंभीर बीमारी की चपेट में आने से पहले ही उससे सावधान हो जाएं। जानें आखिर यूरीन में झाग आने के क्या कारण हो सकते है।
एक रिपोर्ट के अनुसार हर साल 4,25,000 महिलाओं को हार्ट स्ट्रोक पड़ता है, जो पुरुषों की तुलना में 55 हजार अधिक है। यही नहीं, वैश्विक स्तर पर चार महिलाओं में से एक महिला की दिल थमने के कारण मौत हो जाती है
इस रिसर्च के अनुसार प्रतिदिन एस्प्रिन लेने से मृत्यु, अपंगता या हृदयवाहिनी संबंधित बीमारी का खतरा कम नहीं होता। पांच साल चले ऑस्ट्रेलिया के इस सबसे बड़े क्लीनिकल ट्रायल का निष्कर्ष सोमवार को सार्वजनिक किया गया।
देश में साल 1990 से 2016 के बीच हृदय रोग में 50 फीसदी की वृद्धि हुई है, जबकि मधुमेह में 150 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है।
जैसे ही विद्या को पिता की हालत के बारे में पता चला वो तुरंत पति सिद्धार्थ रॉय कपूर के साथ तुरंत अस्पताल पहुंच गईं।
डेनमार्क स्थित आरहुस विश्वविद्यालय अस्पताल के शोधकर्ताओं ने बताया कि डाइक्लोफेनेक सामान्य बिक्री के लिए उपलब्ध नहीं होनी चाहिए और अगर यह बिकती है तो उसके पैकेट के आगे के भाग पर इसके संभावित जोखिम का विस्तारपूर्वक उल्लेख किया जाना चाहिए।
पर्यावरण में मौजूद आर्सेनिक, सीसा, तांबा और कैडमियम जैसी जहरीली धातुओं के संपर्क में आने से कार्डियोवैस्कुलर बीमारी और कोरोनरी हृदय रोग होने का जोखिम बढ़ सकता है।
चीन की बात करें तो इससे सबसे अच्छी औषधि और रसायन माना जाता है। यह दो तरह का होता है। एक सफेद महरूम और दूसरा इस्टर महरूम। जानिए इसका सेवन करने के होने वाले फायदों के बारें में।
भोजन पकाने के लिये लंबे समय तक कोयला, लकड़ी या चारकोल के इस्तेमाल के कारण हृदय संबंधी बीमारियों से मौत का खतरा बढ़ सकता है। एक नये अध्ययन में इस बात का पता चला है।
अगर शराब का ज्यादा सेवन करने से होने वाले नुकसान के बारें में जरुर जान लें। शराब का सेवन करने का कोई सुरक्षित स्तर नहीं होता है। जी हां वर्ष 2016 में दुनियाभर में शराब पीने से करीब 30 लाख लोगों की मौत होने का दावा करने वाले एक नए अध्ययन में यह पाया गया है।
हवा में घुल चुके प्रदूषण से किसी भारतीय की उम्र डेढ़ साल तक कम हो जाती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि हवा की बेहतर गुणवत्ता से दुनियाभर में मनुष्य की उम्र बढ़ सकती है।
चिकित्सकों का मानना है कि जब दिल के दौरे की बात आती है, तो समय ही सब कुछ है और समय पर इलाज होने पर रोगी के जीवित रहने की संभावना दोगुनी हो जाती है।
भिंडी में सिर्फ 30% कैलोरी मिलती है। वहीं यह विटामिन सी और मैग्नीशियम का भी अच्छा सोर्स है। भिंडी के पानी को नियमित पीने से शरीर को कई सारे फायदे मिलते हैं। जानिए इन बेहतरीन फायदों के बारें में।
आयुर्वेद के अनुसार इसका सेवन करके पुरानी से पुरानी जड़ से गायब हो जाती है। 1 चम्मच घी न केलव आपके खाने का स्वाद बढ़ाता है बल्कि इसका सेवन खाली पेट करने से कई बीमारियों से बचाता भी है। जानिए रोजाना सुबह खाली पेट इसका सेवन करने से होने वाले फायदों के बारें में।
विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर इस टाइगर नट को और भी कई नामों से जानते है। यह मुख्य रुप से यह आलू की तरह पौधे की जड़ में होता है। यह सबसे ज्यादा भारत सहित मीडिल ईस्ट, साउट यूरोप, अफ्रीका जैसे देशों में पाया जाता है। जानिए इसके फायदों के बारें में।
International Beer Day 2018: बीयर अगर संतुलित मात्रा में पी जाए तो इससे नुकसान नहीं होता लेकिन हां अगर आपको कोई सेहत संबंधी समस्या है तो आपको बीयर सहित किसी तरह की शराब नहीं पीनी चाहिये।
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