एचआईवी व दिल संबंधी बीमारियों के संबंध की बहुत कम जानकारी है। उनका मानना है कि वायरस से रक्त वाहिकाओं में सूजन हो सकता है, जिससे दिल संबंधी प्रणाली पर दबाव बढ़ता है।
देश में हृदयरोगों की वजह से मौतें बढ़ रही हैं। तनाव, मनमर्जी वाली जीवनशैली और व्यस्त दिनचर्या के कारण शहरी आबादी को ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वालों की तुलना में तीन गुना ज्यादा दिल का दौरा पड़ता है।
वैज्ञानिकों ने पाया है कि नाइट शिफ्ट में काम करने से मोटापा और मधुमेह का जोखिम बढ़ जाता है जिससे आगे चलकर हृदयरोग, मस्तिष्काघात और कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है।
लीविजन के फेमस कॉमेडी शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा में डॉ. हंसराज हाथी का किरदार निभाने वाले रवि कुमार आजाद का हार्ट अटैक आने के कारण निधन हो गया। जानिए आप कैसे करें खुद का बचाव।
हार्ट फेल्योर ( हृदय गति का रुकना) वाले लोगों में दिल की गति को बहाल करने के लिए स्टेम सेल का संभावित तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है
एक नए शोध में सामने आया है कि उभयलिंगी लोगों में हेट्रोसेक्सुअल (विषमलिंगी) पुरुषों की तुलना में दिल संबंधी रोगों का खतरा ज्यादा होता है।
संस्थान में अक्सर लोग सांस लेने में तकलीफ, थकान, उल्टी, टखनों में सूजन की शिकायतों नजरंदाज कर देते हैं, मगर ये दिल की बीमारी के भी लक्षण हो सकते हैं। यह कहना है हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर संदीप सेठ का।
अगर कोई मोटापाग्रस्त है और रक्तचाप, खराब रक्त शुगर नियंत्रण व असामान्य रक्त वसा से नहीं जूझ रहा है, फिर भी उसे सावधान रहने की जरूरत है। एक शोध में सामने आया है कि सामान्य वजन वाली महिलाओं की तुलना में मोटापाग्रस्त महिलाओं में दिल संबंधी बीमारियों का ज्यादा खतरा ज्यादा होता है।
जो लोग धूम्रपान करते हैं, उनमें दिल से ब्लड पहुंचाने वाली नर्व्स ब्लॉक हो जाने की वजह से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।जिनका वजन उनकी हाइट से अधिक होता है, उन्हें डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्राल होने की आशंका अधिक होती है। इसलिए हार्ट अटैक का ज्यादा खतरा रहता है।
वैष्णव को मुशीराबाद के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। जहां उन्हें रात करीब 12.30 बजे मृत घोषित कर दिया गया। दत्तात्रेय सिकंदराबाद निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के सांसद हैं।
तरबूज में भरपूर मात्रा में थैमाइन, रिबोफ़्लिविन, नियासिन, विटामिन बी -6, फोलेट, पैंटोथेनिक एसिड, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, जस्ता, तांबे, मैंगनीज, सेलेनियम, कोलीन, लाइकोपीन और बीटेन पाया जाता हैं। जो कि स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
स्ट्रा में मौजूद प्लास्टिक में कई नुकसानदायक पदार्थ पाए जाते हैं। कई स्ट्रॉ में तो पॉलीप्रोपाइलीन और बिसफिनॉल ए भी पाया जाता है जो आपको मोटापे और कैंसर के साथ-साथ दांत संबंधी कई समस्याओं को जन्म देता है।
एक शोध के अनुसार यदि आप बहुत व्यस्त हैं या व्यायाम करने में आलस्य करते हैं तो ऐसे महिलाओं व पुरुषों को ध्यान देने की जरूरत है कि अधेड़ उम्र के दौरान बिना शारीरिक व्यायाम के छह सालों तक रहने से दिल के दौरे का जोखिम बढ़ सकता है।
स्वाद में मीठी मुलेठी कैल्शियम, ग्लिसराइजिक एसिड, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटीबायोटिक, प्रोटीन और वसा के गुणों से भरपूर होती है। इसका इस्तेमाल नेत्र रोग, मुख रोग, कंठ रोग, उदर रोग, सांस विकार, हृदय रोग, घाव के उपचार के लिए सदियों से किया जा रहा है।
वर्ष 2016 के बाद से भारत में हृदय प्रत्यारोपण के मामलों में दसगुनी वृद्धि हुई है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हृदयदान, पुनप्र्राप्ति और प्रत्यारोपण के बीच बेहतर समन्वय के कारण ऐसी स्थिति बन पाई है। भारत में पिछले दो सालों में लगभग 300 हृदय प्रत्यारोपण हुए हैं।
ब्राउन के निधन के बाद बुधवार दोपहर सभी सांसद हाउस ऑफ कॉमन्स में इकट्ठा हुए और एक मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी...
दांतों के रोग भारत में एक महत्वपूर्ण जनस्वास्थ्य समस्या है, जिसमें दंतक्षय से 60 से 65 प्रतिशत और पेरियोडेंटल बीमारियों से 50 से 90 प्रतिशत जनसंख्या प्रभावित होती है। आजकल जंक फूड की खपत अधिक होने के कारण स्कूली बच्चों में यह समस्या काफी अधिक है।
कई बार पति-पत्नी या फिर और किसी से झगड़ा होता जाता है, तो हम चीखने-चिल्लाने लगते है। या फिर गुस्से में शांत होकर बैठ जाते है लेकिन आप ये बात नहीं जानते होगे कि ये आपकी सेहत के लिए कितना खतरनाक है। यह बात एक शोध में सामने आई।
आज के समय में खराब लाइफस्टाइल के कारण युवा वर्ग के लोगों को भी भारी मात्रा में हार्ट अटैक की समस्या हो जाती है। कई लोग तो अपनी जान से हाथ धो लेते है। इसीलिए हम आपको कुछ ऐसे लक्षण बता रहे है। जिनका पता बहुत ही पहले चल जाता है। बस इन्हें पहचानकर आसानी से हार्ट अटैक जैसी बीमारी से बचा जा सकता है।
अगर आप कॉफी और चाय पीने के शौकीन हैं तो आप के दिल के लिए यह एक बेहद अच्छी खबर है क्योंकि एक नए अध्ययन में पाया गया है कि दिल के असामान्य तरीके से धड़कने , घबराहट और बेचैनी आदि से आपको यह शौक निजात दिला सकता है।
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