हाथरस में दलित समुदाय की महिला के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म और उसकी मौत के मामले में भाजपा सरकार के वादी और प्रतिवादी सभी पक्षों का नार्को और पॉलीग्राफी टेस्ट कराये जाने के फैसले पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कथित गैंगरेप घटना की पीड़िता के घर शनिवार को पहुंचकर उसके परिवार से मुलाकात की।
हाथरस में दलित समुदाय की एक महिला के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म व उसकी मौत के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को सीबीआई से जांच कराए जाने के आदेश दिये हैं।
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने हाथरस में पीड़ित परिवार से 45 मिनट तक बातचीत की। परिवार से मिलने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि पीड़ित परिवार की सुरक्षा योगी सरकार की जिम्मेदारी है।
अच्छी बात ये है कि सीएम योगी आदित्यनाथ इस बात को समझ गए हैं और उन्हें इस बात का अंदाजा हो गया है कि पुलिस का रोल भी सिस्टम की छवि को खराब करने वाला है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को स्पष्ट कर दिया कि वह किसी भी कीमत पर मंगलवार को मारी गई हाथरस की लड़की के परिवार से मिलेंगी।
अवनीश अवस्थी और एचसी अवस्थी ने पीड़ित परिवार से जमीन पर बैठकर बात की। दोनों अधिकारी पीड़ित परिवार से बात करने के आधार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को रिपोर्ट सौंपेंगे।
इंडिया टीवी से बात करते हुए मृतका के पिता ने कहा, "हमें कम से कम यह तो पता चले कि हमारी बेटी का ही शव जलाया है या किसी और का। यह तो हमें कुछ पता ही नहीं है।"
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हाथरस के कथित गैंगरेप के मामले में कुछ अधिकारियों के निलंबन के बाद शुक्रवार को कहा कि ‘मोहरों’ को सस्पेंड करने से क्या होगा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस्तीफा देना चाहिए।
हाथरस की दलित लड़की से बलात्कार नहीं होने का उत्तर प्रदेश के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के दावा करने के एक दिन बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि राज्य की भाजपा सरकार ‘‘पीड़िता को झूठा साबित करने की साजिश’’ रच रही है।
मीडिया के खिलाफ कार्रवाई करने की धमकी के बारे में मैं कहना चाहता हूं कि डंके की चोट पर सच बोलने से न हम कभी डरे हैं, और न डरेंगे।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने महर्षि वाल्मीकि मंदिर में हाथरस घटना की पीड़ित के लिए आयोजित प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया।
ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि आखिर प्रशानस क्या छुपा रहा है? पीड़िता के भाई ने कहा- हम इंडिया टीवी से बात करना चाहते हैं, चारों तरफ पुलिस ही पुलिस है। हमारा फोन भी रिकार्ड हो सकता है।
हाथरस मामले पर लोकल प्रशासनिक अधिकारियों की अबतक की कार्रवाई के आधार पर जो facts finding रिपोर्ट आई है उसके आधार पर गृह विभाग अवलोकन कर रहा है, शाम तक जिले के अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
हाथरस केस में पुलिस के भारी पहरे और मीडिया के बैन को लेकर पहली बार पुलिस का बयान सामने आया है।
इंडिया टीवी से पीड़िता भाई ने कहा कि सिक्योरिटी के नाम पर पुलिस उनके घर की निगरानी कर रही है। घर के बाहर वर्दीवालों का जमावड़ा है और हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। एडीएम बार-बार पूछ रहे हैं कि आखिर घर में से वीडियो कौन बनाकर भेज रहा है। भाई ने परिवार के फोन रिकॉर्ड होने की भी आशंका जताई है।
पूरा देश हाथरस गैंगरेप पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए आवाज उठा रहा है। लोग दोषियों के लिए कड़ी से कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं। लेकिन, अब मृतका की पोस्टमार्टम-फॉरेंसिक रिपोर्ट सामने आई है, जो कुछ अलग ही दावा कर रही है।
हाथरस मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने इंडिया टीवी के खास कार्यक्रम 'आज की बात' का भी जिक्र किया, जिसके ऐंकर इंडिया टीवी के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा हैं।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ ने हाथरस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुये उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च अधिकारियों को नोटिस जारी किये।
उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी लॉ ऐंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने मंगलवार को दावा किया कि हाथरस में 19 साल की युवती के साथ रेप नहीं हुआ था। उन्होंने कहा कि युवती की मौत गले में चोट लगने और उसके कारण हुए सदमे की वजह से हुई।
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