हाथरस हादसे की पूरी मॉनिटरिंग खुद सीएम योगी आदित्यनाथ कर रहे हैं। उन्होंने 24 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट मांगी है। खुद सीएम सुबह घटना स्थल का दौरा किया। अस्पताल में जाकर घायलों से वन टू वन बात की और उनसे पूरी घटना को समझने की कोशिश की। उसके बाद योगी ने पूरी घटना के बारे में बताया।
यूपी के हाथरस में जिस बाबा के सत्संग में भगदड़ मची, उसकी पूरी कुंडली सामने आई है। बाबा के पास काफी संपत्ति है और वह पहले पुलिस में नौकरी करता था।
बाबा नारायण हरि उर्फ साकार विश्व हरि 'भोले बाबा' अध्यात्म की दुनिया में आने से पहले पुलिस की नौकरी करता था और उस दौरान उसका आवास आगरा में हुआ करता था।
जिस नारायण हरि के कार्यक्रम में ये हादसा हुआ, उसके कासगंज स्थित आश्रम का वीडियो सामने आया है। ये आश्रम बहादुर नगर का है, जो काफी भव्य बनाया गया है।
हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ मामले में कार्यक्रम के मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर और अन्य आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
हाथरस के जिस सत्संग में भगदड़ मची, वहां आज सन्नाटा पसरा हुआ है। इसका वीडियो भी सामने आया है। इस घटना में अब तक 121 लोगों की मौत की खबर सामने आई है।
हाथरस भगदड़ में अब तक कई मौतें हो चुकी हैं और कई घायल हैं। इस बीच इस हादसे में मारी गई 16 साल की बच्ची की मां ने आपबीती सुनाई है। उन्होंने बताया है कि कैसे उन्हें अपनी बेटी की मौत के बारे में पता चला।
हाथरस में हुए दर्दनाक हादसे के बाद बुधवार को सीएम योगी जिले का दौरा करने जा रहे हैं। इससे पहले हाथरस में भारी सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। आइए जानते हैं सभी अपडेट्स।
बाबा का प्रवास स्थल मैनपुरी के थाना बिछवां क्षेत्र के हरिनगर में स्थित है। आश्रम के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। आश्रम में बड़ी संख्या में बाबा के भक्त भी मौजूद हैं।
नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा सत्संग कर रहे थे। उसी दौरान भगदड़ मच गई और 116 लोगों की जान चली गई। पुलिस दोषियों के खिलाफ केस दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की बात कर रही है। पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतक के परिजनों और घायलों को मुआवजे का ऐलान किया है।
हाथरस भगदड़ की घटना पर अलीगढ़ कमिश्नर चैत्रा वी ने बताया कि मृतकों की संख्या 116 है और घायलों की संख्या 18 है। डीजीपी ने कहा कि सत्संग आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
भारत में मंदिरों एवं अन्य धार्मिक आयोजनों के दौरान भगदड़ होने से बड़ी संख्या में लोगों की मौत की यह पहली घटना नहीं है। महाराष्ट्र के मंधारदेवी मंदिर में 2005 के दौरान हुई भगदड़ में 340 श्रद्धालुओं की मौत और 2008 में राजस्थान के चामुंडा देवी मंदिर हुई भगदड़ में कम से कम 250 लोगों की मौत ऐसी ही कुछ बड़ी घटनाएं हैं।
सिकंदराराऊ के फ़ुलरई गांव में सत्संग के दौरान भगदड़ के बाद शवों ते ढेर देखकर सिपाही को हार्ट अटैक आ गया। जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई।
हाथरथ में सत्संग के दौरान मची भगदड़ से कई लोगों की मौत हो गई है और कई घायल हैं। सीएम योगी ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं और मुआवजे का ऐलान किया है।
यूपी के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ मामले में सीएम योगी ने गहन जांच के आदेश दिए हैं और मृतकों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है। इस मामले में कार्यक्रम आयोजकों के विरुद्ध एफआईआर होगी।
हाथरस के सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में अचानक भगदड़ मच गई, जिसकी वजह से कई लोगों के मरने की खबर आ रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाथरस हादसे पर गहरा दुख जताया है। पीएम मोदी ने पीड़ितों और उनके परिजनों को हर संभव मदद दिए जाने का ऐलान किया है।
हाथरस के सिकंदराराऊ में सत्संग के दौरान भगदड़ से 110 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है जबकि कई लोग घायल हो गए। मौके पर बचाव कार्य जारी है। सीएम योगी ने जांच के आदेश दिए हैं।
यूपी के हाथरस जिले में सत्संग के दौरान भगदड़ का मामला सामने आया है। इस घटना में 116 से अधिक लोगों के मरने की खबर है। वहीं तमाम नेताओं ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है।
हाथरस के सिकंदराराऊ में सत्संग के दौरान भगदड़ होने से 116 लोगों की मौत हो गई है। हादसे में कई लोग घायल भी हुए हैं। मृतकों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।
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