यूपी के हाथरस में जिस बाबा के सत्संग में भगदड़ मची, उसकी पूरी कुंडली सामने आई है। बाबा के पास काफी संपत्ति है और वह पहले पुलिस में नौकरी करता था।
Hathras Satsang Accident: हाथरस भगदड़ घटना के चश्मदीदों ने बताया चौंकाने वाला सच
Breaking News: अभी तक बाबा साकार हरि का कोई सुराग नहीं मिला
जानकारी के मुताबिक, बाबा ने अपनी सुरक्षा के लिए महिला और पुरुष गार्ड रखे थे। बाबा ने इन सुरक्षाकर्मियों को नारायणी सेना नाम दिया था।
हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ के कारण अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है। अब इस पूरे हादसे को लेकर एक हैरान करने वाला खुलासा सामने आ रहा है।
बाबा नारायण हरि उर्फ साकार विश्व हरि 'भोले बाबा' अध्यात्म की दुनिया में आने से पहले पुलिस की नौकरी करता था और उस दौरान उसका आवास आगरा में हुआ करता था।
जिस नारायण हरि के कार्यक्रम में ये हादसा हुआ, उसके कासगंज स्थित आश्रम का वीडियो सामने आया है। ये आश्रम बहादुर नगर का है, जो काफी भव्य बनाया गया है।
हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ मामले में कार्यक्रम के मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर और अन्य आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
हाथरस के जिस सत्संग में भगदड़ मची, वहां आज सन्नाटा पसरा हुआ है। इसका वीडियो भी सामने आया है। इस घटना में अब तक 121 लोगों की मौत की खबर सामने आई है।
हाथरस में हुई दुखद घटना को लेकर पूरे देश ने अपनी संवेदनाएं दी लेकिन भोले बाबा की तरफ से अभी तक किसी भी तरह का बयान नहीं आया है।
हाथरस भगदड़ में अब तक कई मौतें हो चुकी हैं और कई घायल हैं। इस बीच इस हादसे में मारी गई 16 साल की बच्ची की मां ने आपबीती सुनाई है। उन्होंने बताया है कि कैसे उन्हें अपनी बेटी की मौत के बारे में पता चला।
हाथरस में हुए दर्दनाक हादसे के बाद बुधवार को सीएम योगी जिले का दौरा करने जा रहे हैं। इससे पहले हाथरस में भारी सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। आइए जानते हैं सभी अपडेट्स।
बाबा का प्रवास स्थल मैनपुरी के थाना बिछवां क्षेत्र के हरिनगर में स्थित है। आश्रम के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। आश्रम में बड़ी संख्या में बाबा के भक्त भी मौजूद हैं।
नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा सत्संग कर रहे थे। उसी दौरान भगदड़ मच गई और 116 लोगों की जान चली गई। पुलिस दोषियों के खिलाफ केस दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की बात कर रही है। पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतक के परिजनों और घायलों को मुआवजे का ऐलान किया है।
आज उत्तर प्रदेश से बहुत बुरी खबर आई....हाथरस में एक बाबा के सत्संग में हुई भगदड़ में 116 लोगों की मौत हो गई है...दर्जनों लोग हॉस्पिटल में हैं....इसलिए मरने वालों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है....हॉस्पिटल लाशों से भर गए हैं....मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं....
हाथरस के बाबा साकार हरि सत्संग में हुई भगदड़ से अबतक कई लोगों की जान जाने की खबर आ चुकी है, पर एक और खबर सामने आ रही है कि बाबा के दरबार में अखिलेश यादव भी हाजरी लगा चुके हैं ।
हाथरस भगदड़ की घटना पर अलीगढ़ कमिश्नर चैत्रा वी ने बताया कि मृतकों की संख्या 116 है और घायलों की संख्या 18 है। डीजीपी ने कहा कि सत्संग आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यूपी के हाथरस में एक सत्संग के दौरान बड़ा हादसा हो गया जिसमें 116 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। अब हादसे की वजह सामने आई है, लोग अंधविश्वास की वजह से वहां के हैंडपंप का पानी पीने के लिए जुटे थे। लोगों का मानना है कि इस पानी को पीने से सारी तकलीफें दूर हो जाती हैं।
भारत में मंदिरों एवं अन्य धार्मिक आयोजनों के दौरान भगदड़ होने से बड़ी संख्या में लोगों की मौत की यह पहली घटना नहीं है। महाराष्ट्र के मंधारदेवी मंदिर में 2005 के दौरान हुई भगदड़ में 340 श्रद्धालुओं की मौत और 2008 में राजस्थान के चामुंडा देवी मंदिर हुई भगदड़ में कम से कम 250 लोगों की मौत ऐसी ही कुछ बड़ी घटनाएं हैं।
सिकंदराराऊ के फ़ुलरई गांव में सत्संग के दौरान भगदड़ के बाद शवों ते ढेर देखकर सिपाही को हार्ट अटैक आ गया। जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई।
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