अच्छी बात ये है कि सीएम योगी आदित्यनाथ इस बात को समझ गए हैं और उन्हें इस बात का अंदाजा हो गया है कि पुलिस का रोल भी सिस्टम की छवि को खराब करने वाला है।
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी एक बार फिर यूपी के हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलने के लिए दिल्ली से निकल चुके हैं। दोनों नेताओं को रोकने के लिए DND पर बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को स्पष्ट कर दिया कि वह किसी भी कीमत पर मंगलवार को मारी गई हाथरस की लड़की के परिवार से मिलेंगी।
अवनीश अवस्थी और एचसी अवस्थी ने पीड़ित परिवार से जमीन पर बैठकर बात की। दोनों अधिकारी पीड़ित परिवार से बात करने के आधार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को रिपोर्ट सौंपेंगे।
हाथरस केस में पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए इंडिया TV की मुहिम के बाद शनिवार को गांव से पुलिस का पहरा हटा दिया गया है। पुलिस का पहरा हटते ही इंडिया टीवी पीड़ित परिवार के पास पहुंचा और उनसे बात की। इंडिया टीवी से बात करते हुए मृतका के पिता ने कहा, "उन लोगों (पुलिस) ने न तो हमारी बेटी को हमें दिखाया, न हमें अंतिम संस्कार में बुलाया।"
मृतका के पिता ने कहा, "उन्होंने (पुलिस) पता नहीं क्या किया है, यह तो यही लोग जानें। हमें हिंदू रीति रिवाजों के हिसाब से अंतिम संस्कार भी नहीं करने दिया। हमें कम से कम यह तो पता चले कि हमारी बेटी का ही शव जलाया है या किसी और का। यह तो हमें कुछ पता ही नहीं है। मेरी बेटी को इंसाफ मिलना चाहिए। पहले उसके साथ दरिंदगी हुई और फिर हमें उसका चेहरा तक नहीं देखने दिया"
वहीं, पीड़िता के भाई ने कहा कि प्रशासन लगातार उन्हें धमका रहा था। भाई ने डीएम और एसडीएम को बर्खास्त करने की मांग की। पीड़िता के भाई ने बताया कि जब डीएम साहब परिवार से मिलने पहुंचे तो परिवार ने शव न देख पाने की शिकायत की। इस पर डीएम साहब ने बोला कि आप लोग पोस्टमार्टम का मतलब जानते भी हो क्या। पोस्टमार्टम के बाद शव इस तरह क्षत विक्षत हो जाता है कि आप उसे देखकर 4 दिन तक खाना न खा पाते।
इंडिया टीवी से बात करते हुए मृतका के पिता ने कहा, "हमें कम से कम यह तो पता चले कि हमारी बेटी का ही शव जलाया है या किसी और का। यह तो हमें कुछ पता ही नहीं है।"
इंडिया टीवी की टीम परिवार वालों से मिली तो उन्होंने न सिर्फ पिछले तीन दिनों की बंदिश की आपबीती सुनाई
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी आज पीड़ित परिवार से मिलने हाथरस जाएंगे। वे दोपहर एक बजे दिल्ली से हाथरस के लिए रवाना हो सकते हैं। इससे पहले एक अक्टूबर को भी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी हाथरस जाने के लिए दिल्ली से निकले थे लेकिन यमुना एक्सप्रेस वे पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया था। यमुना एक्सप्रेस वे पर राहुल गांधी और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई थी। पुलिस ने राहुल और प्रियंका का हिरासत में ले लिया था। कांग्रेस नेता के.सी.वेणुगोपाल ने बताया कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस सांसद आज दोपहर 19 वर्षीय बेटी के परिवार से मिलने हाथरस जाएंगे।
हाथरस के दलित युवती से गैंगरेप मामले पर योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर मौजूदा एसपी विक्रांत वीर, डीएसपी समेत कई पुलिसकर्मियों को निलंबित करने का निर्देश दिया है। हाथरस के एसपी विक्रांत वीर और डीएसपी समेत 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है। सीओ राम शब्द, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा, सब इंस्पेक्टर जगवीर सिंह और हेड कॉन्सटेबल महेश पाल को सस्पेंड किया गया है।
हाथरस पहुंची तृणमूल कांग्रेस की सांसद प्रतिमा मोंडल और पूर्व सांसद ममता ठाकुर ने हाथरस के सदर एसडीएम प्रेम प्रकाश मीणा के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
मध्य दिल्ली के जंतर मंतर पर शुक्रवार को कोविड-19 महामारी के बाद से शायद सबसे बड़ा प्रदर्शन हुआ तथा वहां जुटे सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने हाथरस में कथित सामूहिक बलात्कार की शिकार हुई युवती के लिए इंसाफ की मांग की।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में दरिंदगी की शिकार लड़की की मौत के मामले को लेकर देशभर में आक्रोश है। प्रशासन ने पहले तो परिजनों की मर्जी के खिलाफ पीड़िता की आनन-फानन में रात में ही अंत्येष्टि कर दी और अब एसआईटी जांच के नाम पर पूरे गांव को किले में तब्दील कर दिया है।
विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने हाथरस में दरिंदगी की शिकार बिटिया के परिवार वालों को सुरक्षा देने की मांग उठाई है। विहिप ने कहा है कि घटना की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर हत्यारों को शीघ्र फांसी पर लटकाया जाए।
19 साल की दलित महिला के गैंगरेप के विरोध में भारी विरोध के बीच जिले में एक महीने के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है।
इंडिया टीवी विशेष, श्री रजत शर्मा, एडिटर-इन-चीफ़, ज्वलंत मुद्दों पर इंडिया टीवी न्यूज़ पर चर्चा | 2 अक्टूबर, 2020
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हाथरस के कथित गैंगरेप के मामले में कुछ अधिकारियों के निलंबन के बाद शुक्रवार को कहा कि ‘मोहरों’ को सस्पेंड करने से क्या होगा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस्तीफा देना चाहिए।
हर खबर की पीछे की सच्चाई जानने के लिए देखिये हक़ीकत क्या है | 2 अक्टूबर, 2020
हाथरस मामले में योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर मौजूदा एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर को निलंबित करने के निर्देश जारी किए हैं।
हाथरस के एडिशनल एसपी प्रकाश कुमार ने कहा कि गांव में मीडिया के प्रवेश पर प्रतिबंध तब तक रहेगा जब तक एसआईटी अपनी जांच पूरी नहीं कर देती।
हाथरस की दलित लड़की से बलात्कार नहीं होने का उत्तर प्रदेश के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के दावा करने के एक दिन बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि राज्य की भाजपा सरकार ‘‘पीड़िता को झूठा साबित करने की साजिश’’ रच रही है।
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