हर खबर की पीछे की सच्चाई जानने के लिए देखिये हक़ीकत क्या है | 4 अक्टूबर, 2020
हाथरस और बलरामपुर कांड के बाद गरमाती राजनीति के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान सामने आया है। योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा है।
हाथरस से एक दलित सामूहिक बलात्कार पीड़िता की मौत और जबरन शवदाह करने के एक दिन बाद, उत्तर प्रदेश सरकार को राज्य के बलरामपुर जिले में सामूहिक बलात्कार के बाद एक और महिला की मौत हो गई।
बड़ी संख्या में भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं को देख पुलिस ने हाथरस से पहले ही पूरे काफिले को रोक दिया। बाद में पुलिस ने सिर्फ 10 लोगों को इजाजत दी।
हाथरस के उप-विभागीय मजिस्ट्रेट, प्रेम प्रकाश मीणा ने हाथरस में घटना पर स्पष्टीकरण दिया, जहां पुलिस ने समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया।
राजनीतिक नेताओं के झुंड ने कांग्रेस के राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात के एक दिन बाद महिला के परिवार का दौरा किया और उन्हें अपने समर्थन का आश्वासन दिया। कई विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे का आह्वान किया है |
आज पहले अपने रास्ते पर पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद, भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद 19 वर्षीय पीड़ित के परिवार से मिलने हाथरस गाँव पहुँचे।
रविवार को समाजवादी पार्टी के नेता यहां पर पहुंचे। हालांकि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मौजूद नहीं थे। बताया जा रहा है कि इस दौरान नारेबाजी कर रहे सपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठियां भांजी।
कुछ देर के लिए हालात ऐसे हो गए कि दोनों पक्ष आमने सामने आ गए जिसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग किया।
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हाथरस में पीड़िता के गांव के बाहर हंगामा किया। जिसके बाद पुलिस को स्थिति कंट्रोल करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा।
हाथरस की घटना के आरोपियों का सिर लाने वाले को 1 करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा करने वाले बुलंदशहर के कांग्रेसी नेता निजाम मलिक को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
शुक्रवार को, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस के एसपी विक्रांत वीर और चार अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। अधिकारियों ने कहा कि एसआईटी की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई है।
शनिवार को उत्तर प्रदेश के हाथरस में 19 साल की लड़की से गैंगरेप मामले में अहम घटनाक्रम सामने आया। जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की।
सूत्रों के अनुसार, IPS एसोसिएशन का मानना है कि पुलिसकर्मियों पर एकतरफा कार्रवाई की गई जबकि मामले की जिम्मेदारी पूरे प्रशासन पर तय होनी चाहिए थी। अगर एसपी पर कार्रवाई हो सकती है तो डीएम पर क्यों नहीं?
उत्तर प्रदेश के हाथरस में 19 साल की दलित युवती से कथित गैंगरेप और हत्या के मामले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इसके बाद से देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर फिर से सवाल खड़े होने लगे हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस गैंगरेप और 19 वर्षीय लड़की की हत्या मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच के आदेश दिए हैं।
हाथरस की घटना की पृष्ठभूमि में बलिया के भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने शनिवार को चांदपुर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि ‘‘संस्कार से बलात्कार रुक सकता है, शासन और तलवार से नहीं।’’
उत्तर प्रदेश के हाथरस में कथित सामूहिक दुष्कर्म की दिवंगत पीड़िता के घर शनिवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा ने पहुंचकर उसके परिवार से मुलाकात की। राहुल ने कहा कि पीड़िता का परिवार न्यायिक जांच के साथ सुरक्षा और डीएम पर कार्रवाई चाहता है।
कोविंद को लिखे अपने पत्र में, चतुर्वेदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि हाथरस में हुई घटना काफी क्रूर है।
हाथरस में दलित समुदाय की महिला के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म और उसकी मौत के मामले में भाजपा सरकार के वादी और प्रतिवादी सभी पक्षों का नार्को और पॉलीग्राफी टेस्ट कराये जाने के फैसले पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
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