उत्तर प्रदेश के हाथरस मामले में केरल का गिरफ्तार पत्रकार पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई) के मुखपत्र का संपादक निकला।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को एक बार फिर हाथरस में हुए कथित गैंगरेप मामले पर बयान दिया है।
हाथरस मामले को लेकर जारी आरोप-प्रत्यारोप के बीच भारतीय जनता पार्टी के एक नेता ने लड़की के चरित्र के बारे में बेहद ही विवादित बयान दिया है।
हर खबर की पीछे की सच्चाई जानने के लिए देखिये हक़ीकत क्या है | 7 अक्टूबर, 2020
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि कुर्सी जाने के डर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विपक्ष पर साजिश रचने का आरोप लगा रहे हैं।
आरोपी राम कुमार के पिता राकेश कुमार ने कहा कि कथित घटना के समय उनका बेटा एक स्थानीय दूध संयंत्र में ड्यूटी पर था, जहां वह काम करता था। उन्होंने कहा, "आप दूध संयंत्र में उसकी उपस्थिति की पुष्टि करने के लिए सीसीटीवी फुटेज और उपस्थिति रजिस्टर भी देख सकते हैं।"
हाथरस में कथित सामूहिक बलात्कार के बाद पीड़िता की मौत के मामले को लेकर कांग्रेस, सपा और आप समेत पूरा विपक्ष सरकार पर लगातार हमले कर रहा है।
हाथरस गैंगरेप कांड में अब पीड़िता के परिवार की सुरक्षा बढ़ाने का काम शुरू हो गया ह। योगी सरकार ने आज पहले परिवार के प्रत्येक सदस्य को सुरक्षाकर्मी मुहैया कराए गए और अब घर में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे है।
हाथरस में हुई घटना के बहाने योगी आदित्यनाथ के खिलाफ जातीय गोलबंदी करने की कोशिश की जा रही ह। दलितों की आड़ में मजहबी कट्टरपंथी और संकीर्ण राजनीतिक दल समाज को बांटने की घटिया योजना पर काम कर रहे है।
दिल्ली की कोंडली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक कुलदीप कुमार की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। कुलदीप कुमार ने 29 सितंबर को खुद को कोरोना पॉजिटिव बताया था लेकिन इसके बाद 4 अक्टूबर को वह हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिजनों से मिलने पहुंच गए।
हाथरस केस की जांच कर रही एसआईटी आज अपनी रिपोर्ट सरकार को नहीं सौंपेगी। एसआईटी को जांच के लिए 10 दिन का और वक्त दिया गया है।
हाथरस केस की जांच के लिए सचिव गृह भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में बनाई गई एसआईटी ने अपनी जांच पूरी कर ली है। आज एसआईटी अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप सकती है।
हर खबर की पीछे की सच्चाई जानने के लिए देखिये हक़ीकत क्या है | 6 अक्टूबर, 2020
3 सदस्यीय न्यायाधीश एससी पीठ ने उत्तर प्रदेश सरकार को निर्देश दिया कि वह भयावह हाथरस मामले में गवाह संरक्षण योजना को निर्धारित करते हुए एक हलफनामा दायर करे।
भारत के मुख्य न्यायाधीश ने हाथरस की घटना को 'भयानक और चौंकाने वाला' करार दिया। CJI बोबडे, जस्टिस ए. एस. बोपन्ना और जस्टिस वी. रामसुब्रमण्यम की बेंच इस मामले की सुनवाई कर रही है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में दायर हलफनामे में कहा कि हाथरस की 19 वर्षीय महिला के शव का कानून व्यवस्था की समस्या से बचने के लिए रात में अंतिम संस्कार किया गया।
इंडिया टीवी के कार्यक्रम "सुपर-100" में स्पीड के साथ देखिए देश-विदेश की खबरें | 6 अक्टूबर, 2020 | 4 PM
बसपा अध्यक्ष के करीबी सूत्रों का दावा है कि मायावती को धूल से एलर्जी है, इसलिए वह ग्रामीण इलाकों में नहीं जाती हैं। सक्रिय राजनीति करने वालों के आगे ऐसा कारण हालांकि टिकता नहीं है।
पूछताछ करने पर पता चला कि इनका संबंध पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) एवं उसके सहसंगठन कैम्पस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआई) से है ।
उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि कथित रूप से हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई पीड़िता का अंतिम संस्कार रात में इसलिए किया गया क्योंकि ऐसी खुफिया सूचनाएं मिली थीं कि युवती और आरोपी दोनों के समुदायों के लाखों लोग राजनीतिक कार्यकर्ताओं के साथ उसके गांव में इकट्ठा होंगे।
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