समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में सूरजपाल सिंह उर्फ भोले बाबा ने कहा कि 2 जुलाई को सत्संग में हुई भगदड़ से वह बहुत दुखी और उदास है। लेकिन जो होना तय है उसे कौन रोक सकता है।
सूरजपाल सिंह उर्फ नारायण हरि बाबा के वकील एपी सिंह ने दावा किया है कि बाबा कहीं फरार नहीं हैं और वे इस समय कासगंज के आश्रम में हैं।
हाथरस में मची भगदड़ को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने हाथरस भगदड़ पर सुनवाई से इनकार। जानें कोर्ट ने इसका क्या कारण बताया है।
बाबा साकार हरि हो या बोतल वाले बाबा हों, बरेली के नल वाले बाबा हों हर बाबा की मोड ऑफ ऑपरेंडी एक ही है। हर कोई पानी को अमृत बता रहा है और इसके पानी से गंभीर बीमारियों को ठीक करने का दावा कर रहा है।
8 दिन पहले उत्तर प्रदेश के हाथरस में भगदड़ मची थी.. 121 लोगों ने अपनी जान गंवा दी.. कई गांवों में अब भी मातम पसरा है.. कई गलियां सूनी है.. किसी ने अपनी मां को खो दिया.. तो किसी की बहन छिन गई.. लेकिन बाबा पर कई लोगों को श्रद्धा नहीं गई.. हमने बहुत सोचा कि आखिर ये क्यों हो रहा है..
गांव के लोगों ने दावा किया कि सूरजपाल सिंह उर्फ भोले बाबा को शराब पीते हुए आंखों से देखा है। उसमें कोई शक्ति नहीं है। भोले बाबा ढोंग करता है। उसमें कोई शक्ति नहीं है। वह अंधविश्वास फैलाता है। पाखंडी है।
हाथरस हादसे की जांच के लिए जो एसआईटी बनाई गई थी उसकी रिपोर्ट अब सामने आ चुकी है. इस रिपोर्ट में कई महत्वपूर्ण बातें कही गई हैं, लेकिन जो बात सबसे ज्यादा हैरान करती है उस बात का जिक्र तक इस रिपोर्ट में नहीं है.
आज से ठीक एक हफ्ते पहले ऐसा ही एक मंगलवार था. जगह थी हाथरस का सिकंदराराऊ.. बड़ा सा मैदान था.. मैदान में ढाई लाख की भीड़ थी... चीख पुकार मच गई.. देखते ही देखते.. सेल्फ प्रोक्लेम्ड गॉडमैन नारायण साकार हरी उर्फ भोले बाबा का सत्संग.. शमशान घाट में तब्दील हो गया.. 121 लोगों की मौत हुई...
स्वयंभू उपदेशक सूरज पाल उर्फ भोले बाबा के 'सत्संग' के दौरान हुई भगदड़ के मामले में एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है।
यूपी के हाथरस जिले में सत्संग के दौरान हुई भगदड़ मामले की पुलिस जांच कर रही है। इस बीच इंडिया टीवी की टीम कासगंज जिले में स्थित बाबा के जन्मस्थान पर पहुंची। यहां पर इस समय एक आलीशान मकान बना हुआ है।
ज़रा सोचिए.. इतने बड़े हादसे के बाद भी बाबा के इन भक्तों की आंखें नहीं खुली हैं.. ये आज भी उसी अंधभक्ति के साथ बाबा के मायाजाल में फंसी हैं.. और दावा तो देखिए.. कि बाबा मरे हुए को ज़िंदा कर लेते हैं..
यूपी के हाथरस में भगदड़ से हुई मौतों के मामले में SDM, CO और तहसीलदार सहित 6 अधिकारी निलंबित कर दिए गए हैं। ये सामने आया है कि स्थानीय पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों ने आयोजन को गंभीरता से नहीं लिया।
हाथरस की घटना के बाद पुलिस ने कई लोगों पर एफआईआर दर्ज की लेकिन बाबा भोले का नाम नहीं डाला, जिस पर हमने जनता से सवाल पूछे।
सूरजपाल से नारायण हरि...जेल में सीखी बाबागीरी ! Hathras Stampede | Narayan Hari | CM Yogi 2 जुलाई 2024.. जब हाथरस में 121 मासूम बेमौत मारे गए... आज है 8 जुलाई.. यानी हादसे का सातवां दिन.. 7 दिन बीत चुके हैं.. सूरजपाल सिंह जाटव उर्फ नारायाण साकार हरि.. उर्फ भोले बाबा.. अंडरग्राउंड है...
हाथरस में नारायण साकार हरि के प्रोग्राम में हुई भगदड़ में 100 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। मामले की जांच चल रही है, इस बीच बाबा के सेवादार और उसके दोस्त की एक ऑडियो क्लिप वायरल होने की खबर आई है।
हाथरस में बाबा नारायण साकार हरि यानी सूरज पाल के सत्संग में हुई भगदड़ में 122 लोगों की मौत हो गई थी। इस दर्दनाक घटना के बाद कई तरह के खुलासे हो रहे हैं। वकील एपी सिंह के दावे की एक पीड़ित ने पोल खोल दी है। जानिए क्या कहा?
हाथरस भगदड़ मामले में नारायण साकार हरि के वकील एपी सिंह ने चौंकाने वाला दावा किया है। एपी सिंह ने कहा, 2 जुलाई को हाथरस में जो घटना हुई, वो केवल भगदड़ नहीं है बल्कि नारायण सरकार हरि के खिलाफ साजिश है।
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में जिस स्थान पर भगदड़ मचने से 123 लोगों की मौत हो गई थी। अब उसी टेंट में इंडिया टीवी की टीम पहुंची। इस दौरान इंडिया टीवी को कई अहम दस्तावेज मिले हैं, जो दर्शाते हैं कि बाबा की अपनी प्लाटून और आर्मी थी।
दो जुलाई की शाम को हाथरस में एक सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई थी। इस भगदड़ में 121 लोगों की मौत हुई थी। वहीं भगदड़ के बाद से सत्संग करने वाला बाबा नारायण हरि साकार फरार चल रहा था।
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुई भगदड़ हादसे में 123 लोगों की जान चली गई। मरने वालों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे रहे। हादसे के बाद से ही सत्संग करने वाला सूरज पाल उर्फ भोले बाबा फरार हो गया था।
संपादक की पसंद