हाथरस के सत्संग का वीडियो सामने आया है, जो घटना से पहले का है। लाखो की भीड़ सत्संग में दिखाई दे रही है। सेवादार लोगों को वीडियो बनाने से मना कर रहे थे। वो नहीं चाहते थे कि लाखों की भीड़ वीडियो में दिखे।
हाथरस की एक विशेष अदालत ने 2 मार्च को मामले के मुख्य आरोपी संदीप सिसोदिया को गैर-इरादतन हत्या और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत दोषी ठहराया था, लेकिन उन्हें बलात्कार के आरोपों से बरी कर दिया था।
हाथरस में छेड़छाड़ की पुरानी रंजिश के मामले में आरोपियों ने लड़की के पिता को सरेआम गोलियों से भून डाला। अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में ही लड़की के पिता की मौत हो गई।
हाथरस केस में पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए इंडिया TV की मुहिम के बाद शनिवार को गांव से पुलिस का पहरा हटा दिया गया है। पुलिस का पहरा हटते ही इंडिया टीवी पीड़ित परिवार के पास पहुंचा और उनसे बात की। इंडिया टीवी से बात करते हुए मृतका के पिता ने कहा, "उन लोगों (पुलिस) ने न तो हमारी बेटी को हमें दिखाया, न हमें अंतिम संस्कार में बुलाया।"
मृतका के पिता ने कहा, "उन्होंने (पुलिस) पता नहीं क्या किया है, यह तो यही लोग जानें। हमें हिंदू रीति रिवाजों के हिसाब से अंतिम संस्कार भी नहीं करने दिया। हमें कम से कम यह तो पता चले कि हमारी बेटी का ही शव जलाया है या किसी और का। यह तो हमें कुछ पता ही नहीं है। मेरी बेटी को इंसाफ मिलना चाहिए। पहले उसके साथ दरिंदगी हुई और फिर हमें उसका चेहरा तक नहीं देखने दिया"
वहीं, पीड़िता के भाई ने कहा कि प्रशासन लगातार उन्हें धमका रहा था। भाई ने डीएम और एसडीएम को बर्खास्त करने की मांग की। पीड़िता के भाई ने बताया कि जब डीएम साहब परिवार से मिलने पहुंचे तो परिवार ने शव न देख पाने की शिकायत की। इस पर डीएम साहब ने बोला कि आप लोग पोस्टमार्टम का मतलब जानते भी हो क्या। पोस्टमार्टम के बाद शव इस तरह क्षत विक्षत हो जाता है कि आप उसे देखकर 4 दिन तक खाना न खा पाते।
हाथरस के दलित युवती से गैंगरेप मामले पर योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर मौजूदा एसपी विक्रांत वीर, डीएसपी समेत कई पुलिसकर्मियों को निलंबित करने का निर्देश दिया है। हाथरस के एसपी विक्रांत वीर और डीएसपी समेत 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है। सीओ राम शब्द, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा, सब इंस्पेक्टर जगवीर सिंह और हेड कॉन्सटेबल महेश पाल को सस्पेंड किया गया है।
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