इंडिया टीवी की टीम परिवार वालों से मिली तो उन्होंने न सिर्फ पिछले तीन दिनों की बंदिश की आपबीती सुनाई
हाथरस के दलित युवती से गैंगरेप मामले पर योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर मौजूदा एसपी विक्रांत वीर, डीएसपी समेत कई पुलिसकर्मियों को निलंबित करने का निर्देश दिया है। हाथरस के एसपी विक्रांत वीर और डीएसपी समेत 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है। सीओ राम शब्द, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा, सब इंस्पेक्टर जगवीर सिंह और हेड कॉन्सटेबल महेश पाल को सस्पेंड किया गया है।
हाथरस पहुंची तृणमूल कांग्रेस की सांसद प्रतिमा मोंडल और पूर्व सांसद ममता ठाकुर ने हाथरस के सदर एसडीएम प्रेम प्रकाश मीणा के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
मध्य दिल्ली के जंतर मंतर पर शुक्रवार को कोविड-19 महामारी के बाद से शायद सबसे बड़ा प्रदर्शन हुआ तथा वहां जुटे सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने हाथरस में कथित सामूहिक बलात्कार की शिकार हुई युवती के लिए इंसाफ की मांग की।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में दरिंदगी की शिकार लड़की की मौत के मामले को लेकर देशभर में आक्रोश है। प्रशासन ने पहले तो परिजनों की मर्जी के खिलाफ पीड़िता की आनन-फानन में रात में ही अंत्येष्टि कर दी और अब एसआईटी जांच के नाम पर पूरे गांव को किले में तब्दील कर दिया है।
विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने हाथरस में दरिंदगी की शिकार बिटिया के परिवार वालों को सुरक्षा देने की मांग उठाई है। विहिप ने कहा है कि घटना की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर हत्यारों को शीघ्र फांसी पर लटकाया जाए।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हाथरस के कथित गैंगरेप के मामले में कुछ अधिकारियों के निलंबन के बाद शुक्रवार को कहा कि ‘मोहरों’ को सस्पेंड करने से क्या होगा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस्तीफा देना चाहिए।
हाथरस मामले में योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर मौजूदा एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर को निलंबित करने के निर्देश जारी किए हैं।
मीडिया के खिलाफ कार्रवाई करने की धमकी के बारे में मैं कहना चाहता हूं कि डंके की चोट पर सच बोलने से न हम कभी डरे हैं, और न डरेंगे।
उत्तर प्रदेश के हाथरस मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुप्पी तोड़ी है। शुक्रवार को उन्होंने अपराधियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने वाले का समूल नाश सुनिश्चित है।
ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि आखिर प्रशानस क्या छुपा रहा है? पीड़िता के भाई ने कहा- हम इंडिया टीवी से बात करना चाहते हैं, चारों तरफ पुलिस ही पुलिस है। हमारा फोन भी रिकार्ड हो सकता है।
हाथरस मामले पर लोकल प्रशासनिक अधिकारियों की अबतक की कार्रवाई के आधार पर जो facts finding रिपोर्ट आई है उसके आधार पर गृह विभाग अवलोकन कर रहा है, शाम तक जिले के अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
हाथरस केस में पुलिस के भारी पहरे और मीडिया के बैन को लेकर पहली बार पुलिस का बयान सामने आया है।
हाथरस पीड़िता की भाभी ने कहा है कि हमलोगों को घर में बंद कर रखा है, इस तरह से निगरानी हो रही है कि लगता है कि जैसे हमने कोई बड़ा अपराध किया है।
हाथरस पीड़िता के परिवारवालों से मिलने पहुंचे टीएमसी के प्रतिनिधिमंडल के साथ यूपी पुलिस ने धक्का-मुक्की की। इस धक्का-मुक्की में टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन जमीन पर गिर पड़े।
पूरा देश हाथरस गैंगरेप पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए आवाज उठा रहा है। लोग दोषियों के लिए कड़ी से कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं। लेकिन, अब मृतका की पोस्टमार्टम-फॉरेंसिक रिपोर्ट सामने आई है, जो कुछ अलग ही दावा कर रही है।
हाथरस मामले को लेकर इस समय पूरे देश में उबाल है, और साथ ही प्रशासन का रवैया भी कई सवाल खड़े कर रहा है। इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने भी मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए यूपी सरकार के उच्च अधिकारियों को नोटिस जारी किए हैं। इस बीच बेंच ने इंडिया
हाथरस मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने इंडिया टीवी के खास कार्यक्रम 'आज की बात' का भी जिक्र किया, जिसके ऐंकर इंडिया टीवी के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा हैं।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ ने हाथरस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुये उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च अधिकारियों को नोटिस जारी किये।
दलित कार्यकर्ता, 19 वर्षीय हाथरस मामले की पीड़िता के परिवार के साथ उसके घर जा रहे थे लेकिन बीच रास्ते में ही उन्हें रोक दिया गया।
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