कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कथित गैंगरेप घटना की पीड़िता के घर शनिवार को पहुंचकर उसके परिवार से मुलाकात की।
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी हाथरस पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए जा रहे हैं। दोनों नेता डीएनडी पर बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ जुटे थे, लेकिन राहुल-प्रियंका सहित 5
केवल अधिकारी ही इसके लिए ज़िम्मेदार नहीं हैं, यूपी की व्यवस्था भी उतने ही ज़िम्मेदार है कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद
हाथरस में हुई घिनौनी घटना को इंसानियत पर धब्बा बताते हुए रामदास अठावले ने कहा चारों आरोपियों को मौत की सजा देने की मांग की।
राहुल-प्रियंका सहित 5 लोगों को हाथरस जाने की अनुमति दी गई, जिसके बाद ये नेता DND से हाथरस की तरफ आगे बढ़ गए। इस दौरान नोएडा पुलिस ने लगातार आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर जबरदस्त लाठीचार्ज कर दिया
नोएडा पुलिस ने लगातार आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर जबरदस्त लाठीचार्ज कर दिया।
हमने पीड़ित के परिवार से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एसआईटी मामले की जांच कर रही है।
इस बीच कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी एक बार फिर यूपी के हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलने के लिए दिल्ली से निकल चुके हैं। प्रशासन की तरफ से केवल प्रियंका गांधी और राहुल गांधी समेत 5 लोगों को हाथरस जाने की अनुमति दी गई है।
उन्होंने कहा कि SIT अब अपना काम लगातार करेगी। गांव में सुरक्षा की व्यवस्था स्थायी रूप से बनी रहेगी। इसके साथ-साथ प्रशासन के लोगों ने जनतप्रतिनिधियों से भी मुलाकात की। SIT अपना काम करेगी, जहां भी जो भी बयान आएंगे उनपर कठोरतम एक्शन लिया जाएगा।
अच्छी बात ये है कि सीएम योगी आदित्यनाथ इस बात को समझ गए हैं और उन्हें इस बात का अंदाजा हो गया है कि पुलिस का रोल भी सिस्टम की छवि को खराब करने वाला है।
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी एक बार फिर यूपी के हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलने के लिए दिल्ली से निकल चुके हैं। दोनों नेताओं को रोकने के लिए DND पर बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को स्पष्ट कर दिया कि वह किसी भी कीमत पर मंगलवार को मारी गई हाथरस की लड़की के परिवार से मिलेंगी।
मध्य दिल्ली के जंतर मंतर पर शुक्रवार को कोविड-19 महामारी के बाद से शायद सबसे बड़ा प्रदर्शन हुआ तथा वहां जुटे सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने हाथरस में कथित सामूहिक बलात्कार की शिकार हुई युवती के लिए इंसाफ की मांग की।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में दरिंदगी की शिकार लड़की की मौत के मामले को लेकर देशभर में आक्रोश है। प्रशासन ने पहले तो परिजनों की मर्जी के खिलाफ पीड़िता की आनन-फानन में रात में ही अंत्येष्टि कर दी और अब एसआईटी जांच के नाम पर पूरे गांव को किले में तब्दील कर दिया है।
विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने हाथरस में दरिंदगी की शिकार बिटिया के परिवार वालों को सुरक्षा देने की मांग उठाई है। विहिप ने कहा है कि घटना की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर हत्यारों को शीघ्र फांसी पर लटकाया जाए।
हाथरस मामले में योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर मौजूदा एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर को निलंबित करने के निर्देश जारी किए हैं।
मीडिया के खिलाफ कार्रवाई करने की धमकी के बारे में मैं कहना चाहता हूं कि डंके की चोट पर सच बोलने से न हम कभी डरे हैं, और न डरेंगे।
उत्तर प्रदेश के हाथरस मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुप्पी तोड़ी है। शुक्रवार को उन्होंने अपराधियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने वाले का समूल नाश सुनिश्चित है।
ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि आखिर प्रशानस क्या छुपा रहा है? पीड़िता के भाई ने कहा- हम इंडिया टीवी से बात करना चाहते हैं, चारों तरफ पुलिस ही पुलिस है। हमारा फोन भी रिकार्ड हो सकता है।
हाथरस केस में पुलिस के भारी पहरे और मीडिया के बैन को लेकर पहली बार पुलिस का बयान सामने आया है।
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