हाथरस गैंगरेप कांड में कोर्ट में चली ढाई साल की सुनवाई के दौरान किसी भी आरोपी पर रेप का आरोप सिद्ध नहीं हुआ। इसी को ध्यान में रहते हुए कोर्ट ने यह फैसला सुनाया है। वहीं न्यायालय के फैसले के बाद पीड़ित पक्ष के वकील ने कहा कि वे इस मामले में अब हाईकोर्ट का रुख करेंगे।
प्रवर्तन निदेशालय ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और इसकी छात्र इकाई के खिलाफ धनशोधन के मामले में पहला आरोप पत्र दखिल किया है।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में 19 वर्षीय एक दलित लड़की से कथित गैंगरेप और मर्डर के मामले में सीबीआई ने घटनास्थल से मिट्टी, खेत में मिले सूखे वनस्पति पदार्थ के नमूने इकट्ठा किए हैं।
केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने शुक्रवार को हाथरस गैंगरेप केस में चारों आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की। चार्जशीट में सीबीआई ने पीड़िता के 22 तारीख को दिए गये उसके आखिरी बयान को ही मृत्युकालिक कथन (डाईंग डिक्लेरेशन) माना है, जिसके आधार पर आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप, मर्डर और SC/ST एक्ट में केस दर्ज किया गया है।
पीड़िता ने मरने के पहले दिए बयान में कहा था कि आरोपियों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया है लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस ने दुष्कर्म की बात को नकार दिया था। 14 सितंबर को वह दुष्कर्म का शिकार होने के बाद 30 सितंबर को दिल्ली के एक अस्पताल में उसकी मौत के बाद राष्ट्रीय आक्रोश पैदा हो गया था।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में सितंबर में हुए गैंगरेप कांड पर SIT ने यूपी सरकार को केस की जांच रिपोर्ट सौंप दी है। एसआईटी की रिपोर्ट में डीएम पर कार्रवाई के संकेत भी दिए गए हैं।
हाथरस: सीबीआई की टीम कोतवाली चंदपा पहुंची, कोतवाली में तैनात पुलिस कर्मियों से कर रही पूछताछ। घटनास्थल का मुआयना कर जुटाएगी साक्ष्य।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए कथित गैंगरेप मामले की फिलहाल जांच चल रही है इस बीच जांच एजेंसियों के निशाने पर जबलपुर की एक महिला एक्टिविस्ट आ गई है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को एक बार फिर हाथरस में हुए कथित गैंगरेप मामले पर बयान दिया है।
हाथरस मामले को लेकर जारी आरोप-प्रत्यारोप के बीच भारतीय जनता पार्टी के एक नेता ने लड़की के चरित्र के बारे में बेहद ही विवादित बयान दिया है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि कुर्सी जाने के डर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विपक्ष पर साजिश रचने का आरोप लगा रहे हैं।
हाथरस में कथित सामूहिक बलात्कार के बाद पीड़िता की मौत के मामले को लेकर कांग्रेस, सपा और आप समेत पूरा विपक्ष सरकार पर लगातार हमले कर रहा है।
भारत के मुख्य न्यायाधीश ने हाथरस की घटना को 'भयानक और चौंकाने वाला' करार दिया। CJI बोबडे, जस्टिस ए. एस. बोपन्ना और जस्टिस वी. रामसुब्रमण्यम की बेंच इस मामले की सुनवाई कर रही है।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में कथित गैंगरेप व हत्या की घटना के खिलाफ जहां पूरे देश भर में विरोध-प्रदर्शन जारी है वहीं इस मामले में राजनीति भी जोर पकड़ रही है।
हरिजन समाज के लोग इस घटना के बाद से थोड़ा हिचकिचा रहे हैं, वहीं अब घर से बाहर निकलते वक्त जिन दूसरे वर्ग के लोगों से बातचीत होती थी, वो अब बंद हो गई है।
हैरानी की बात यह है कि केवल 5 दिन पहले ही कुलदीप कुमार ने अपने कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की सूचना सार्वजनिक की थी। 29 सितंबर को उन्होंने अपने मित्र एवं सहयोगियों को बताया था कि वह कोरोना जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
बड़ी संख्या में भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं को देख पुलिस ने हाथरस से पहले ही पूरे काफिले को रोक दिया। बाद में पुलिस ने सिर्फ 10 लोगों को इजाजत दी।
कुछ देर के लिए हालात ऐसे हो गए कि दोनों पक्ष आमने सामने आ गए जिसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग किया।
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हाथरस में पीड़िता के गांव के बाहर हंगामा किया। जिसके बाद पुलिस को स्थिति कंट्रोल करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा।
हाथरस की घटना के आरोपियों का सिर लाने वाले को 1 करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा करने वाले बुलंदशहर के कांग्रेसी नेता निजाम मलिक को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
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