हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ के कारण अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है। अब इस पूरे हादसे को लेकर एक हैरान करने वाला खुलासा सामने आ रहा है।
जिस नारायण हरि के कार्यक्रम में ये हादसा हुआ, उसके कासगंज स्थित आश्रम का वीडियो सामने आया है। ये आश्रम बहादुर नगर का है, जो काफी भव्य बनाया गया है।
हाथरस के जिस सत्संग में भगदड़ मची, वहां आज सन्नाटा पसरा हुआ है। इसका वीडियो भी सामने आया है। इस घटना में अब तक 121 लोगों की मौत की खबर सामने आई है।
हाथरस में हुई दुखद घटना को लेकर पूरे देश ने अपनी संवेदनाएं दी लेकिन भोले बाबा की तरफ से अभी तक किसी भी तरह का बयान नहीं आया है।
नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा सत्संग कर रहे थे। उसी दौरान भगदड़ मच गई और 116 लोगों की जान चली गई। पुलिस दोषियों के खिलाफ केस दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की बात कर रही है। पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतक के परिजनों और घायलों को मुआवजे का ऐलान किया है।
यूपी के हाथरस में एक सत्संग के दौरान बड़ा हादसा हो गया जिसमें 116 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। अब हादसे की वजह सामने आई है, लोग अंधविश्वास की वजह से वहां के हैंडपंप का पानी पीने के लिए जुटे थे। लोगों का मानना है कि इस पानी को पीने से सारी तकलीफें दूर हो जाती हैं।
हाथरथ में सत्संग के दौरान मची भगदड़ से कई लोगों की मौत हो गई है और कई घायल हैं। सीएम योगी ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं और मुआवजे का ऐलान किया है।
यूपी के हाथरस में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसा सामने आया जिसमें 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। ये हादसा तब हुआ जब सत्संग का समापन के बाद लोग लौट रहे थे। जानिए कौन है ये बाबा नारायण साकार हरि जिनके सत्संग में ये हादसा हुआ?
यूपी के हाथरस जिले में सत्संग के दौरान भगदड़ का मामला सामने आया है। इस घटना में 116 से अधिक लोगों के मरने की खबर है। वहीं तमाम नेताओं ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है।
यूपी के हाथरस जिले में एक शर्मनाक घटना सामने आई है। 10वीं क्लास में पढ़ने वाली नाबालिग छात्रा ने अस्पताल के टॉयलेट में एक बच्ची को जन्म दिया है। सबसे हैरानी की बात ये है कि उसे या उसके परिजनों को प्रेग्नेंसी की कोई जानकारी नहीं थी।
हाथरस की एक विशेष अदालत ने 2 मार्च को मामले के मुख्य आरोपी संदीप सिसोदिया को गैर-इरादतन हत्या और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत दोषी ठहराया था, लेकिन उन्हें बलात्कार के आरोपों से बरी कर दिया था।
लखनऊ की एक स्थानीय अदालत ने हाथरस कांड को कवर करने के लिए हाथरस जाते वक्त अक्टूबर 2020 में गिरफ्तार केरल के पत्रकार सिद्दीक कप्पन को रिहा करने का आदेश सोमवार को जारी कर दिया गया।
Hathras Case Hearing: पीठ ने राज्य सरकार को यह भी आदेश दिया है कि 6 महीने के भीतर वह पीड़ित परिवार को हाथरस से बाहर प्रदेश में कहीं दूसरी जगह बसाने का इंतजाम करे।
हाथरस गैंगरेप के परिवार से किसी एक के चुनाव लड़ने की बात कही जा रही थी। मगर अब इसको लेकर परिवार ने साफ तौर पर मना कर दिया है।
समाजवादी पार्टी (सपा) के नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा धारण की जाने वाली 'टोपी' पर पूर्व में तल्ख टिप्पणी कर चुके उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि हाथरस में हाल में हुई घटना ने इस टोपी को एक बार फिर कठघरे में खड़ा कर दिया है।
उत्तर प्रदेश का हाथरस जिला एक बार फिर सुर्खियों में है। वहां ढाई साल पुरानी रंजिश में एक शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी गई। ढाई साल पहले इस शख्स की बेटी के साथ आरोपी ने छेड़छाड़ की थी।
हाथरस में छेड़खानी के आरोपी के लड़की के पिता की हत्या करने के मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सीएम ने मंगलवार को खुद पूरे मामले की जानकारी ली और अधिकारियों को मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए।
उत्तर प्रदेश STF रउफ शरीफ को केरला से प्रोडक्शन वारंट पर उत्तर प्रदेश ला रही है।रउफ शरीफ पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के स्टूडेंट विंग CFI का जनरल सेक्रेटरी है और कोच्चि की एर्नाकुलम जेल में अभी तक बंद था।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय (Allahabad High Court) की लखनऊ खंडपीठ ने हाथरस में एक दलित युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म (Hathras Rape-Murder Case) और मौत के मामले में पूर्व में उपलब्ध कराई गई ऑडियो और वीडियो क्लिप देखी।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में 19 वर्षीय एक दलित लड़की से कथित गैंगरेप और मर्डर के मामले में सीबीआई ने घटनास्थल से मिट्टी, खेत में मिले सूखे वनस्पति पदार्थ के नमूने इकट्ठा किए हैं।
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